सब इंस्पेक्टर की तैयारी कर रही छात्रा पर फायरिंग,छात्रा के बाएं हाथ में लगी गोली.....
मान जी का हत्था क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब सब इंस्पेक्टर की तैयारी कर रही होनहार छात्रा रीनू बिश्नोई पर अज्ञात हमलावरों ने गोली चला दी। रीनू के बाएं हाथ में गोली लगी, जिसका एक्स-रे, जिसमें बुलेट साफ दिखाई दी। बार-बार जांच के नाम पर देरी से परेशान रीनू की बहन रिंकू ने खतरे की आशंका जताई। आखिरकार, डॉ. आरके सारण ने ऑपरेशन कर गोली निकाली, और रीनू अब खतरे से बाहर हैं। लेकिन सवाल बरकरार है—हमलावर कौन थे, और उनका मकसद क्या था? महामंदिर पुलिस जांच में जुटी है, मगर अभी तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं। क्या यह एक साजिश थी, या कुछ और? रहस्य गहराता जा रहा है।

जोधपुर, 14 अगस्त 2025: राजस्थान के जोधपुर शहर में एक सनसनीखेज घटना ने सभी को झकझोर दिया। मान जी का हत्था क्षेत्र में सब इंस्पेक्टर की परीक्षा की तैयारी कर रही एक होनहार छात्रा पर अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग कर दी। इस हमले में रीनू के बाएं हाथ में गोली लगी, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना ने न केवल रीनू के परिवार, बल्कि पूरे शहर में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, रीनू बिश्नोई अपनी पढ़ाई के दौरान ब्रेक लेने के लिए अपनी सहेलियों और क्लासमेट्स के साथ मान जी का हत्था क्षेत्र में एक चाय की थड़ी पर गई थीं। दोपहर का समय था, और रीनू अपनी सहेलियों के साथ चाय पी रही थीं, तभी अचानक अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस गोलीबारी में रीनू के बाएं हाथ में गोली लग गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई, और रीनू को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
मेडिकल जांच और एक्स-रे में खुलासा
अस्पताल में रीनू का प्रारंभिक उपचार शुरू हुआ। उनके बाएं हाथ का एक्स-रे कराया गया, जिसमें गोली स्पष्ट रूप से दिखाई दी। रीनू की बहन रिंकू ने मीडिया से बातचीत में अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने बताया कि बार-बार एक्स-रे कराने और गोली को देर तक शरीर में रहने देने से रीनू की हालत को खतरा हो सकता है। रिंकू ने कहा, "इतनी देर तक बुलेट अंदर रहने से मेरी बहन की जान को खतरा हो सकता है, लेकिन जांच के नाम पर गोली नहीं निकाली जा रही थी।" उनकी यह बात पूरे परिवार की पीड़ा और बेबसी को दर्शाती है।
सफल ऑपरेशन, रीनू की हालत अब स्थिर
बुधवार को रीनू का ऑपरेशन किया गया, जिसमें सर्जन डॉ. आरके सारण ने उनके बाएं हाथ से गोली को सफलतापूर्वक निकाल लिया। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने बताया कि रीनू की हालत अब खतरे से बाहर है। फिलहाल वह अस्पताल में निगरानी में हैं, और उनके परिवारजन ऑपरेशन थिएटर के बाहर मौजूद हैं। रीनू की रिकवरी के लिए डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही महामंदिर पुलिस की टीम तुरंत अस्पताल पहुंची और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक हमलावरों का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए हैं और संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस घटना ने जोधपुर में बढ़ते अपराध को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर में आपराधिक गतिविधियां बढ़ रही हैं, और पुलिस को इस दिशा में कठोर कदम उठाने की जरूरत है।
परिवार और समाज में आक्रोश
रीनू के परिवार और स्थानीय समुदाय में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। रीनू की बहन रिंकू ने न केवल अपनी चिंता जाहिर की, बल्कि यह भी सवाल उठाया कि आखिर इतनी देर तक गोली क्यों नहीं निकाली गई। परिवार का कहना है कि रीनू एक मेहनती और होनहार छात्रा हैं, जो सब इंस्पेक्टर बनने का सपना देख रही थीं। इस घटना ने उनके सपनों पर गहरा आघात पहुंचाया है। स्थानीय लोग भी इस घटना की निंदा कर रहे हैं और पुलिस से जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ने की मांग कर रहे हैं।
जोधपुर में बढ़ते अपराध का साया
यह घटना जोधपुर में हाल के दिनों में बढ़ती आपराधिक घटनाओं की एक कड़ी मानी जा रही है। हाल ही में शहर के सांगरिया इलाके में दिनदहाड़े एक अन्य हत्या की घटना ने भी लोगों को सकते में डाल दिया था। जोधपुर, जो कभी अपनी शांति के लिए जाना जाता था, अब अपराधियों के हौसले बुलंद होने की वजह से चर्चा में है।
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
रीनू बिश्नोई पर हुए इस हमले ने जोधपुर की कानून-व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। एक होनहार छात्रा, जो अपने भविष्य को संवारने के लिए मेहनत कर रही थी, पर इस तरह का हमला न केवल उसके परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है। पुलिस की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी इस मामले में निर्णायक साबित होगी। फिलहाल, रीनू के जल्द स्वस्थ होने की कामना के साथ, शहरवासी यह उम्मीद कर रहे हैं कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों और दोषियों को सख्त सजा मिले।