बहन का आखिरी वीडियो: "भूखी-प्यासी बच्चे संग भागी, अवैध संबंधों की अफवाह से तंग आकर दी जान
अनीता (37), उनके बेटे लेतेश (12) और भांजे शुभम (27) ने जहर पीकर आत्महत्या की। अनीता ने सुसाइड से पहले वीडियो में ससुराल वालों पर उत्पीड़न और बदनामी का आरोप लगाया, कहा- "मुझे और मेरे भांजे को झूठे अफेयर के इल्जाम में परेशान किया।" पुलिस जांच कर रही है, ससुराल वालों पर FIR दर्ज।

एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे भरतपुर को झकझोर कर रख दिया है। 2 अगस्त की सुबह सेवर थाना क्षेत्र में फौजदार मोटर गैरेज के बाहर तीन शव मिले। इनमें 37 वर्षीय अनीता, उनके 12 वर्षीय बेटे लेतेश और 27 वर्षीय भांजे शुभम की लाश थी। पास में एक खाली बोतल पड़ी थी, जिससे पुलिस ने प्रारंभिक जांच में जहर पीकर आत्महत्या का अनुमान लगाया। लेकिन इस त्रासदी के पीछे की कहानी और भी दर्दनाक है, जो अनीता के आखिरी वीडियो और उनके भाई की शिकायत से सामने आई है।
अनीता का आखिरी वीडियो बदनामी और उत्पीड़न की
सुसाइड से ठीक पहले अनीता ने एक वीडियो बनाया, जिसमें उन्होंने अपने साथ हो रहे अन्याय को बयां किया। वीडियो में वह कहती हैं, "मुझे बदनाम करने की कोशिश मत करना। मैंने कोई गलत काम नहीं किया। मेरा भांजा गलत नहीं है। मुझे इतना परेशान किया कि मैं और मेरा बच्चा भूखे-प्यासे भाग रहे हैं।" अनीता ने ससुराल वालों, खासकर अपने देवर मोनू पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया और देवर रात में आकर धमकियां देता था। "उसने कहा कि तुझे और तेरे बच्चे को जान से मार दूंगा।"
वीडियो में अनीता ने यह भी बताया कि उनके और उनके भांजे शुभम के बीच कथित अवैध संबंधों की अफवाह फैलाई गई, जिसके चलते वह बदनामी से तंग आ चुकी थीं। वीडियो में पास में बैठे उनके बेटे लेतेश और भांजा शुभम भी दिखाई दे रहे हैं। अनीता ने कहा, "दो दिन से मैंने न खाया, न पिया। मैं अपने बच्चे को लेकर भाग रही हूं। मुझे और मेरे भांजे को बदनाम कर रहे हैं।"
ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप, दर्ज हुई FIR
अनीता के भाई दिगंबर ने ससुराल वालों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। इसमें अनीता के देवर मोनू, ननद जल्लो और नंदोई पर उत्पीड़न और बदनामी फैलाने का आरोप है। दिगंबर के मुताबिक, अनीता की शादी 15 साल पहले हिंडौन के खेडा जमालपुर निवासी देवेंद्र से हुई थी। देवेंद्र मैसूर में ठेकेदारी का काम करता है और अनीता भरतपुर में ससुराल में रहती थी। दिगंबर का दावा है कि मोनू ने अनीता पर गलत नजर रखी और उनके भांजे शुभम के साथ अवैध संबंधों की झूठी अफवाह फैलाई। इसके बाद अनीता के पति और अन्य ससुराल वालों ने उन्हें प्रताड़ित किया, जिससे तंग आकर अनीता, उनके बेटे और भांजे ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
दिगंबर ने बताया कि घटना से एक रात पहले उन्होंने सेवर थाने में अनीता की लोकेशन के आधार पर उन्हें ढूंढने की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अगली सुबह तीनों के शव मिले। पुलिस ने शुरुआत में इसे प्रेम-प्रसंग का मामला बताया, लेकिन अनीता के वीडियो और परिवार के बयानों ने इस दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बेटियों से भी नहीं मिलने दे रहे
दिगंबर ने बताया कि अनीता की दो बेटियां ससुराल में ही हैं, लेकिन उन्हें न तो उनसे बात करने दी जा रही है और न ही मिलने दिया जा रहा है। परिवार का कहना है कि अनीता और शुभम को बदनाम करने की साजिश ससुराल वालों ने रची, जिसके चलते यह दुखद घटना हुई।
पुलिस जांच जारी
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और अनीता के ससुराल वालों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इस घटना ने समाज में बदनामी और पारिवारिक उत्पीड़न के दुष्परिणामों को एक बार फिर उजागर किया है।