“जयहिंद सभा” में गूंजा तिरंगे का सम्मान और सरकार पर सवाल: बाड़मेर से अशोक गहलोत का बड़ा हमला....
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत बोले – “तिरंगे की शान क्या होती है, ये लोग नहीं समझते”, अमेरिका पर भी साधा निशाना

बाड़मेर से जय हिंद का उद्घोष, कांग्रेस ने सेना को समर्पित की सभा
राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में कांग्रेस ने 'जयहिंद सभा' का आयोजन कर भारतीय सेना को सम्मान अर्पित किया। इस सभा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला, राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, और वरिष्ठ नेता सचिन पायलट शामिल हुए। सभी नेता दोपहर करीब 12 बजे उतरलाई एयरबेस पर पहुंचे और वहीं से सभा स्थल रवाना हुए।
RSS और BJP पर तीखा हमला – “तिरंगा तो आपने अपनाया ही नहीं”
सभा के दौरान अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि,
“आप तो तिरंगे के खिलाफ थे। नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय में 80 साल तक तिरंगा नहीं फहराया गया। तिरंगे की आन-बान-शान क्या होती है, इसका इन्हें एहसास ही नहीं है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी नेता तिरंगे का अपमान करते हैं –
“जयपुर में बीजेपी नेता तिरंगे से मुंह पोंछते और उसे पैरों तले कुचलते दिखे। इनका बस चले तो तिरंगे की जगह आरएसएस का झंडा राष्ट्रीय ध्वज बना दें।”
सीजफायर पर उठाए सवाल – “अमेरिका पंचायती करने वाला कौन है?”
गहलोत ने पाकिस्तान के साथ हुए सीजफायर को लेकर मोदी सरकार से तीखे सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि “अचानक युद्धविराम क्यों किया गया? क्या देश को अंधेरे में रखकर फैसले लिए जाएंगे? ट्रंप ने ट्वीट किया और युद्धविराम हो गया। अमेरिका पंचायती करने वाला कौन है?”
उन्होंने यह भी पूछा कि पहलगाम के चार आतंकियों को क्यों नहीं पकड़ा गया?
राजनीति पर प्रहार – “राजीव गांधी को बोफोर्स से बदनाम किया, वही बोफोर्स कारगिल में काम आई”
पूर्व मुख्यमंत्री ने पुराने विवादों का भी जिक्र किया।
“बोफोर्स तोपों को लेकर झूठ फैलाकर राजीव गांधी को बदनाम किया गया, जबकि वही तोपें कारगिल युद्ध में काम आईं।”
उन्होंने कहा कि नरेगा, 2G स्पेक्ट्रम, और कोल घोटाले जैसे मुद्दों को राजनीतिक हथियार बनाकर कांग्रेस को बदनाम किया गया।
“POK लेने का मौका था, आपने गंवा दिया”
गहलोत ने कहा कि “जब पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी थी, तब POK पर बात करने का मौका था। इंदिरा गांधी होतीं तो यह साहस दिखाया जाता। उन्होंने 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे।”
बाड़मेर-जैसलमेर की एकता को बताया मिसाल
गहलोत ने कहा कि “बाड़मेर और जैसलमेर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल हैं। यहां के लोग सीमावर्ती इलाका होने के बावजूद एकजुट रहते हैं। अमीन खान जैसे नेताओं ने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को मजबूत किया।”
फौज पर गर्व, सरकार पर चिंता
गहलोत ने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा कि
“इस बार हाईटेक युद्ध हुआ। फौज ने सिर्फ आतंकी ठिकानों पर नहीं, पाकिस्तान के आर्मी कैंप्स पर भी हमला किया। हमें फौज पर गर्व है।”
लेकिन साथ ही उन्होंने चेताया कि
“मोदी जिस तरह देश चला रहे हैं, वह खतरनाक दिशा की ओर इशारा कर रहा है। केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।”
सरकार की नीतियों और विदेश नीति पर तीखा हमला
जयहिंद सभा में कांग्रेस ने जहां भारतीय सेना को सलाम किया, वहीं सरकार की नीतियों और विदेश नीति पर तीखा हमला भी किया। बाड़मेर से गहलोत ने संदेश दिया कि तिरंगे के सम्मान की राजनीति से ऊपर देश की सुरक्षा, एकता और पारदर्शिता जरूरी है।