राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल में क्रांतिकारी बदलाव: अब स्टूडेंट्स की मर्जी से होगा एग्जाम!

राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल (RSOS) 1 जुलाई 2025 से 'ऑन डिमांड एग्जाम' प्रणाली शुरू करने जा रहा है, जिसके तहत स्टूडेंट्स अपनी सुविधानुसार समय और सब्जेक्ट चुनकर 10वीं व 12वीं की परीक्षा दे सकेंगे।

Jun 26, 2025 - 14:34
राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल में क्रांतिकारी बदलाव: अब स्टूडेंट्स की मर्जी से होगा एग्जाम!

जयपुर, 26 जून 2025: राजस्थान के स्टूडेंट्स के लिए एक बड़ी खुशखबरी! अब उन्हें परीक्षा के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल (RSOS) ने स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए 'ऑन डिमांड एग्जाम' की शुरुआत करने का फैसला किया है। इस नई व्यवस्था के तहत स्टूडेंट्स अपनी पसंद के समय और सब्जेक्ट में परीक्षा दे सकेंगे। यह प्रक्रिया 1 जुलाई 2025 से शुरू हो रही है, जिससे करीब 1.50 लाख स्टूडेंट्स, जो हर साल 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए रजिस्टर करते हैं, लाभान्वित होंगे।

ऑन डिमांड एग्जाम: स्टूडेंट्स को मिलेगी आजादी

माध्यमिक शिक्षा विभाग के निवर्तमान निदेशक आशीष मोदी ने बताया कि इस नई व्यवस्था के तहत स्टूडेंट्स अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी सब्जेक्ट की परीक्षा दे सकेंगे। शिक्षा विभाग ने इसके लिए डिजिटल तकनीक का सहारा लिया है। सॉफ्टवेयर, एडमिशन प्रणाली और क्वेश्चन बैंक तैयार कर लिया गया है, ताकि प्रक्रिया को सुचारू रूप से लागू किया जा सके।

मोदी ने कहा, "हमारे स्टूडेंट्स अलग-अलग पृष्ठभूमि से आते हैं। कुछ नौकरी करते हैं, कुछ का अपना व्यवसाय है, और कई स्टूडेंट्स स्व-अध्ययन के जरिए तैयारी करते हैं। अब वे उस सब्जेक्ट की परीक्षा पहले दे सकेंगे, जिसमें वे सबसे ज्यादा आत्मविश्वास महसूस करते हैं। इतना ही नहीं, अगर उनका कोई पेपर संतोषजनक नहीं होता, तो वे दोबारा तैयारी करके अपने अंकों को बेहतर कर सकेंगे।"

पहले चरण में तीन शहरों में शुरुआत

शिक्षा विभाग ने इस प्रक्रिया को पहले चरण में राजस्थान के तीन प्रमुख शहरों—जयपुर, उदयपुर और बीकानेर—में लागू करने का निर्णय लिया है। इन शहरों में ऑन डिमांड एग्जाम सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जो क्रमशः जयपुर में स्टेट ओपन स्कूल बिल्डिंग, उदयपुर में SIERT और बीकानेर में डाइट में होंगे। धीरे-धीरे इस सुविधा को पूरे प्रदेश के अन्य जिलों में भी विस्तारित किया जाएगा।

पहले थी दो बार परीक्षा की व्यवस्था

अब तक राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल में साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित की जाती थीं—पहली मार्च-अप्रैल और दूसरी अक्टूबर-नवंबर में। लेकिन नई व्यवस्था के तहत स्टूडेंट्स अपनी सुविधानुसार किसी भी समय परीक्षा दे सकेंगे। इसके लिए RSOS की आधिकारिक वेबसाइट पर एक विशेष लिंक जारी किया जाएगा, जहां स्टूडेंट्स अपनी पसंदीदा तारीख और सब्जेक्ट चुनकर परीक्षा के लिए आवेदन कर सकेंगे।

स्टूडेंट्स के लिए आसान होगी राह

यह नई व्यवस्था उन स्टूडेंट्स के लिए वरदान साबित होगी, जो पारंपरिक शिक्षा प्रणाली में समय की कमी के कारण पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते। चाहे वे नौकरीपेशा हों, व्यवसायी हों या स्व-अध्ययन करने वाले, अब वे अपनी गति और सुविधा के अनुसार पढ़ाई और परीक्षा पूरी कर सकेंगे।

आवेदन प्रक्रिया

1 जुलाई 2025 से ऑन डिमांड एग्जाम के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। स्टूडेंट्स को RSOS की वेबसाइट पर जाकर अपने पसंदीदा सब्जेक्ट और तारीख के लिए आवेदन करना होगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल होगी, जिससे स्टूडेंट्स को कहीं भी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

नई शुरुआत, नई उम्मीदें

इस कदम से राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत की है। स्टूडेंट्स को अब अपनी पढ़ाई और परीक्षा के लिए लचीलापन मिलेगा, जो उनकी शैक्षिक यात्रा को और आसान बनाएगा। शिक्षा विभाग का यह प्रयास न केवल स्टूडेंट्स के लिए बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।