OTT क्राइम शो से लिया Idea फिर 10वीं के छात्र ने कागज पर बनाया खौफनाक प्लान ,10 साल की बच्ची की कर दी हत्या.
हैदराबाद में सनसनीखेज हत्याकांड! 10वीं का एक छात्र, जिसने OTT क्राइम शो से प्रेरणा लेकर कागज पर खौफनाक हत्या का प्लान बनाया, ने 10 साल की मासूम सहस्रा को चाकू मारकर मौत के घाट उतार दिया। चोरी के इरादे से घुसे नाबालिग ने सीसीटीवी से बचने की चाल चली, लेकिन पुलिस ने उसे धर दबोचा। यह मामला ओटीटी कंटेंट के खतरनाक प्रभाव को उजागर करता है।

हैदराबाद के कुकटपल्ली इलाके में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है, जहां 10वीं कक्षा के एक नाबालिग छात्र ने 10 साल की मासूम सहस्रा की बेरहमी से हत्या कर दी। इस वारदात ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। कुकटपल्ली पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाते हुए आरोपी नाबालिग को हिरासत में लिया है, जिसने 18 अगस्त 2025 को इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। हैरानी की बात यह है कि आरोपी ने इस हत्या की पूरी योजना कागज पर लिखकर तैयार की थी और इसका आइडिया उसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर देखे गए क्राइम कंटेंट से मिला।
हत्या की सुनियोजित साजिश
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि 15 साल का यह नाबालिग छात्र, जो पड़ोस की इमारत में रहता था, चोरी के इरादे से सहस्रा के घर में घुसा था। उसने पहले से ही एक कागज पर विस्तृत योजना तैयार की थी, जिसमें चोरी का तरीका और ‘प्लान B’ के तहत किसी के विरोध करने पर हत्या करने का विवरण शामिल था। इस योजना के तहत उसने अपने साथ एक चाकू रखा था, जिसे उसने हत्या में इस्तेमाल किया। आरोपी को पता था कि सहस्रा के घर में पूजा के स्थान पर नकदी रखी जाती है, क्योंकि वह पहले भी वहां आ चुका था। उसने घर से 80,000 रुपये चुराए, लेकिन तभी सहस्रा ने उसे देख लिया।
मासूम ने देखा तो लागू किया ‘प्लान B’
18 अगस्त को, जब सहस्रा के माता-पिता काम पर थे और उसका छोटा भाई स्कूल में था, वह घर पर अकेली थी। स्कूल की छुट्टी होने के कारण सहस्रा घर पर ही थी। आरोपी चोरी करने के लिए घर में घुसा, लेकिन तभी सहस्रा बाथरूम से बाहर आई और उसने उसे चोरी करते हुए पकड़ लिया। सहस्रा ने धमकी दी कि वह अपने पिता को इस बारे में बता देगी। इससे घबराए नाबालिग ने तुरंत ‘प्लान B’ को अंजाम दिया। उसने पहले सहस्रा का गला घोंटा और फिर चाकू से उसकी गर्दन और पेट पर 18 बार वार किए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, सहस्रा की हत्या सुबह 9:30 से 10:30 बजे के बीच हुई, जिसमें उसकी गर्दन पर 18 और पेट पर 7 घाव मिले।
CCTV से बचने की चालाकी
आरोपी ने सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए भी पहले से योजना बनाई थी। उसने एक इमारत से दूसरी इमारत में कूदकर ऊपर से नीचे उतरने का रास्ता चुना ताकि वह कैमरे की नजर में न आए। हत्या के बाद वह उसी रास्ते से अपने घर लौट गया और खून से सने कपड़े और चाकू को अपने घर में छिपा दिया। पुलिस ने बाद में उसकी मां के सामने तलाशी के दौरान ये सबूत बरामद किए।
एक गवाह ने खोला राज
यह मामला कई दिनों तक अनसुलझा रहा, लेकिन एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, जो उस दिन घर से काम कर रहा था, ने आरोपी को संदिग्ध गतिविधियां करते हुए देखा। उसने नाबालिग को पास की छत पर कागज छिपाते हुए देखा और वह कागज पुलिस को सौंप दिया। इस सुराग ने पुलिस को आरोपी तक पहुंचने में मदद की, जिसके बाद उसे हिरासत में लिया गया। पूछताछ में नाबालिग ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
OTT और सोशल मीडिया का प्रभाव
पुलिस के अनुसार, आरोपी की मां एक छोटी किराने की दुकान चलाती हैं, जबकि उसके पिता शराब की लत के कारण परिवार की जिम्मेदारी नहीं निभाते। नाबालिग स्कूल तो जाता था, लेकिन वह भटक गया था। वह ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया पर क्राइम से जुड़े कंटेंट देखा करता था, जिससे उसे चोरी और हत्या का आइडिया मिला। वह अपनी मनपसंद चीजें खरीदने के लिए पैसे चाहता था, लेकिन मां से पैसे नहीं मिलने पर उसने चोरी को ही सही रास्ता समझा।
मासूम के परिवार का दर्द
सहस्रा के पिता एक बाइक मैकेनिक और मां एक नर्सिंग होम में लैब टेक्नीशियन हैं। उस दिन सहस्रा ने अपने माता-पिता को बताया था कि वह अपने छोटे भाई का लंच बॉक्स स्कूल पहुंचा देगी, लेकिन स्कूल से फोन आने पर पता चला कि लंच बॉक्स नहीं पहुंचा। दोपहर करीब 12:30 बजे जब पिता घर लौटे, तो उन्होंने अपनी बेटी की लाश बिस्तर पर पड़ी देखी। पड़ोसियों ने भी उस दिन सुबह बच्ची की चीखें सुनी थीं, लेकिन कोई समय पर मदद के लिए नहीं पहुंच सका।
पुलिस की कार्रवाई और सवाल
कुकटपल्ली पुलिस ने इस मामले को सुलझाने के लिए कई टीमें बनाई थीं। चार दिन की गहन जांच के बाद नाबालिग को हिरासत में लिया गया। पुलिस के लिए यह सवाल अभी भी अनसुलझा है कि अगर मकसद सिर्फ चोरी था, तो नाबालिग चाकू क्यों लेकर गया? इस मामले ने समाज में ओटीटी और सोशल मीडिया पर क्राइम कंटेंट के प्रभाव को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं।