कर्ज में डूबे प्रेमी की क्रूरता: प्रेमिका की हत्या, 7 माह के मासूम को बेचा.
महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया, जहां कर्ज में डूबे प्रेमी अभिषेक सिद्धार्थ तुरकर ने अपनी प्रेमिका अन्नु नरेश ठाकुर की चाकू से हत्या कर दी। लालच और आर्थिक तंगी के चलते उसने अन्नु के 7 महीने के बेटे धनराज को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाकर बेच दिया। पुलिस ने 18 दिन की जांच के बाद अभिषेक सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है।

महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जो इंसानियत को शर्मसार करने के साथ-साथ अपराध की क्रूरता को भी उजागर करती है। एक कर्ज में डूबे प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की नृशंस हत्या कर दी और फिर उसके 7 महीने के मासूम बच्चे को पैसे के लिए बेच दिया। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। आइए, इस मामले की पूरी सच्चाई को विस्तार से जानते है।
क्या है पूरा मामला?
इस महीने की शुरुआत में, अगस्त 2025 को, गोंदिया जिले के डुग्गीपार थाना क्षेत्र के खजरी गांव के एक खेत में एक अज्ञात युवती का खून से लथपथ शव मिला। शव पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे, जिससे उसकी बेरहमी से हत्या की पुष्टि हुई। इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी। पुलिस ने तुरंत डुग्गीपार थाने में हत्या का मामला दर्ज किया और स्थानीय क्राइम ब्रांच ने एक विशेष जांच दल का गठन कर तफ्तीश शुरू की।लगातार 18 दिनों तक चली गहन जांच, गुप्त सूत्रों और ठोस सबूतों के आधार पर पुलिस ने मृतका की पहचान की। मृतका का नाम अन्नु नरेश ठाकुर था, जो 21 साल की थी और छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई की रहने वाली थी। जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस को एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि हत्या का यह जघन्य अपराध किसी और ने नहीं, बल्कि अन्नु के प्रेमी अभिषेक सिद्धार्थ तुरकर ने अंजाम दिया था।
आरोपी प्रेमी ने क्या बयान दिया?
पुलिस ने 22 अगस्त 2025 को अभिषेक सिद्धार्थ तुरकर (36 वर्ष) को डोंगरूटोला (गोरेगांव, गोंदिया) से हिरासत में लिया। पूछताछ में अभिषेक ने अपना गुनाह कबूल किया। उसने बताया कि वह अन्नु के साथ अवैध संबंधों में था। भारी कर्ज में डूबे होने के कारण उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। इस आर्थिक तंगी और लालच ने उसे इतना क्रूर बना दिया कि उसने अपनी पत्नी पूनम तुरकर, बहन चांदनी, और रिश्तेदार प्रिया तुरकर के साथ मिलकर अन्नु की हत्या की साजिश रची।अभिषेक ने पुलिस को बताया कि 2 अगस्त को वह अन्नु को मोटरसाइकिल पर खजरी के खेत में ले गया और वहां चाकू से कई वार कर उसकी हत्या कर दी। इस जघन्य कृत्य के बाद उसने और भी अमानवीय कदम उठाया।
मासूम बच्चे को बेचने का घिनौना कृत्य
हत्या के बाद अभिषेक ने अन्नु के 7 महीने के बेटे धनराज को भी नहीं बख्शा। उसने बच्चे का फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाया और उसे पैसे के लिए बेच दिया। इस मासूम को गोंदिया के चार लोगों को बेचा गया, जिनकी पहचान सुरेखा रमेश चौहान (गड्डाटोली, गोंदिया), प्रीति विकास कडबे (कचरा मोहल्ला, गोंदिया), भावेश अशोक बन्सोड (रामनगर, गोंदिया), और कमल यादव (गड्डाटोली, गोंदिया) के रूप में हुई। यह कृत्य न केवल अपराध की हद को पार करता है, बल्कि मानवता को भी कलंकित करता है।
पुलिस ने सात आरोपियों को किया गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी अभिषेक सिद्धार्थ तुरकर सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में पूनम तुरकर, प्रिया तुरकर, सुरेखा रमेश चौहान, प्रीति विकास कडबे, भावेश अशोक बन्सोड, और कमल यादव शामिल हैं। सभी आरोपियों को डुग्गीपार थाने में आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया है।
समाज के लिए एक चेतावनी
यह घटना न केवल गोंदिया जिले, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। आर्थिक तंगी और लालच किस तरह इंसान को हैवान बना सकता है, यह इस मामले से स्पष्ट होता है। पुलिस की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई ने इस जघन्य अपराध के दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज और प्रशासन को और सख्त कदम उठाने की जरूरत है?