नागौर दिशा बैठक: सांसद बेनीवाल का सख्त रुख- सड़कों की गुणवत्ता सुनिश्चित करें, अमृत भारत योजना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
नागौर में सांसद हनुमान बेनीवाल की अध्यक्षता में दिशा समिति की बैठक हुई, जिसमें पशु मेले, रेलवे, सड़क गुणवत्ता और जेएसडब्ल्यू सीमेंट जैसे मुद्दों पर चर्चा के साथ 54 विभागों की योजनाओं की समीक्षा की गई। कड़ी मॉनिटरिंग और विकास कार्यों में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया गया।

जिला विकास समन्वय व निगरानी समिति (DISHA) की बैठक जिला परिषद के सभागार कक्ष में सांसद हनुमान बेनीवाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई और नागौर के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक की शुरुआत 13 जनवरी की बैठक की पालना रिपोर्ट की समीक्षा के साथ हुई।
सांसद बेनीवाल ने नागौर पशु मेले के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "हम नागौर पशु मेले को मरने नहीं देंगे।" उन्होंने परिवहन के दौरान नागौरी बैलों के साथ होने वाली अनियमितताओं को दूर करने की आवश्यकता बताई और मेले के लिए रेल सुविधा पुनः शुरू करने के प्रयासों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगली दिशा बैठक से पहले पशुओं के लिए ट्रेन शुरू होनी चाहिए, ताकि मेले की सार्थकता बनी रहे।
रेलवे और सड़क परियोजनाओं पर सख्त रुख
बैठक में सांसद ने अमृत भारत योजना के तहत नागौर रेलवे स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों में लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पुराने निर्माण पर दोबारा काम कर लीपापोती की जा रही है। दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ रेलवे बोर्ड और रेलवे मंत्रालय को पत्र लिखकर कठोर कार्रवाई की मांग की जाएगी। इसके अलावा, मेड़ता-रास और मेड़ता-पुष्कर रेलवे लाइन के लिए मुआवजे में बाजार भाव से दोगुनी कीमत देने का प्रस्ताव भी रेलवे को भेजा जाएगा।
नागौर संसदीय क्षेत्र के लाडनूं, मकराना, कुचामन सिटी, नावां सिटी, छोटी खाटू और मारवाड़ मूंडवा रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत योजना के फेज-2 में शामिल करने के लिए रेलवे को दोबारा पत्र लिखा जाएगा। सांसद ने बताया कि रेलवे और नेशनल हाईवे से संबंधित आधा दर्जन फाइलें जांच के लिए दिल्ली के मंत्रालयों को भेजी गई हैं।
सड़क निर्माण में गुणवत्ता को लेकर सांसद ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि एक करोड़ से अधिक बजट वाली सभी सड़कों की मॉनिटरिंग की जाएगी और गुणवत्ता से समझौता करने वाले ठेकेदारों का भुगतान रोका जाएगा। नागौर से बीकानेर रोड को दोबारा बनवाने, पांचला सिद्धा से माधाणियों की ढाणी, सोयला और चावंडिया रोड की गुणवत्ता जांच और अटके कार्यों के लिए ठेकेदारों की भूमिका की जांच के लिए विभाग को पत्र लिखा जाएगा।
जेएसडब्ल्यू सीमेंट प्लांट पर सवाल
बेनीवाल ने जेएसडब्ल्यू सीमेंट प्लांट के लिए नियमों के खिलाफ डाली गई पाइपलाइन की जांच के लिए रिपोर्ट भेजने की बात कही। दिशा सदस्य अनिल बारूपाल ने भी प्रशासन पर सरकारी नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया।
दिशा सदस्यों की शिकायतें और मांगें
बैठक में दिशा सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों को उठाया। खुंडाला सरपंच अंजू गोदारा ने बंद ट्यूबवैल को चालू करने और खुंडाला से सोयला सड़क को दोबारा बनाने की मांग की। नागौर प्रधान सुमन मेघवाल ने ऊंटवालिया में घायल वन्यजीवों के लिए रेस्क्यू वैन की त्वरित सेवा, बिजली के ढीले तारों को ठीक करने और ऊंटवालिया से मकोड़ी व सथेरण सड़क निर्माण की मांग की।
खींवसर के पूर्व प्रधान पूनाराम मेघवाल और मेघसिंह गुर्जर ने दांतिणा और बैराथल में सड़कों की चौड़ाई को नियमों के अनुसार बढ़ाने की मांग की। नगर परिषद पार्षद गोविंद कड़वा ने वार्ड 1 में पानी की आपूर्ति के लिए बूस्टर और जीएलआर की व्यवस्था की मांग की।
54 विभागों की समीक्षा
बैठक में सड़क, पेयजल, कृषि, पीएम आवास योजना, स्वामित्व योजना, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, चिकित्सा-स्वास्थ्य, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, वन विभाग, रसद, श्रम, एमएसएमई, रोडवेज, परिवहन, सैनिक कल्याण, डाकघर, महिला व बाल विकास, राजस्व समेत 54 विभागों की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। सांसद ने सभी विभागों से एक-एक कर योजनाओं की जानकारी ली और केंद्र सरकार की योजनाओं की कड़ी मॉनिटरिंग की बात दोहराई।
बैठक में जिला कलेक्टर अरूण कुमार पुरोहित, एएसपी सुमित कुमार, पूर्व विधायक इंदिरा बावरी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। संचालन जिला परिषद के सीईओ रविंद्र कुमार ने किया।