अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की बेखौफ हत्या: गैंगवार का खूनी खेल!

पारस अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की फिल्मी अंदाज में हत्या, पांच अपराधियों ने 30 सेकंड में दिया वारदात को अंजाम। सीसीटीवी में कैद बेखौफ हमलावरों की तलाश में पुलिस, शेरू गैंग पर शक, क्या खुलासा होगा इस गैंगवार का?

Jul 17, 2025 - 16:14
Jul 17, 2025 - 17:13
अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की बेखौफ हत्या: गैंगवार का खूनी खेल!

बिहार की राजधानी पटना के प्रतिष्ठित पारस अस्पताल में गुरुवार सुबह एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा, जो बेऊर जेल से पैरोल पर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती था, की पांच हथियारबंद अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस फिल्मी स्टाइल की वारदात का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें अपराधियों की बेखौफ हरकतें साफ नजर आ रही हैं।

वारदात का मंजर: 30 सेकंड में अंजाम दी हत्या

सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, पांच अपराधी, जिनमें चार ने कैप पहन रखी थी और एक बिना कैप के था, अस्पताल के कमरा नंबर 209 में घुसे। सभी की उम्र 35 से 40 साल के बीच प्रतीत होती है। किसी ने भी चेहरा नहीं ढंका था, जो उनकी बेखौफ मानसिकता को दर्शाता है। फुटेज में दिख रहा है कि अपराधी चंदन मिश्रा के वार्ड की ओर बड़ी शांति से बढ़ते हैं। वार्ड के पास पहुंचते ही उन्होंने कमर से पिस्टल निकाली, नॉट चढ़ाई और दरवाजा खोलकर अंदर घुस गए।

महज 30 सेकंड में ताबड़तोड़ गोलियां चलाने के बाद सभी अपराधी एक-एक कर बाहर निकले। पिस्टल को कमर में खोंसते हुए वे अस्पताल से फरार हो गए। चौंकाने वाली बात यह है कि अपराधियों ने इस वारदात को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड भी किया, जो उनके दुस्साहस को और उजागर करता है।

कौन था चंदन मिश्रा?

चंदन मिश्रा बक्सर जिले का रहने वाला था और बिहार के कुख्यात अपराधियों में से एक था। पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ हत्या, लूट, अपहरण और रंगदारी जैसे दर्जनों मामले दर्ज थे। वह खास तौर पर अपने क्रूर अपराधों के लिए जाना जाता था। बक्सर में राजेंद्र केसरी नामक एक प्रसिद्ध चूना व्यवसायी की हत्या के मामले में चंदन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इस हत्याकांड में उसने रंगदारी न देने पर व्यवसायी को “कल मारेंगे” की धमकी दी थी और अगले ही दिन उसे दिनदहाड़े गोली मार दी थी।

चंदन मिश्रा पिछले 12 सालों से जेल में था। पहले बक्सर जेल, फिर भागलपुर और अंत में पटना के बेऊर जेल में उसकी सजा काटने की प्रक्रिया चल रही थी। हाल ही में लिवर की गंभीर बीमारी के कारण उसे 15 दिनों के लिए पैरोल पर रिहा किया गया था। वह 18 जुलाई को जेल वापस लौटने वाला था, लेकिन उससे पहले ही इस हत्याकांड ने उसकी जिंदगी खत्म कर दी।

गैंगवार का हिस्सा: शेरू गैंग पर शक

पुलिस का प्रारंभिक अनुमान है कि यह हत्या गैंगवार का परिणाम है। चंदन मिश्रा और शेरू सिंह कभी एक ही गैंग का हिस्सा थे, लेकिन बाद में पैसे और अन्य विवादों के कारण दोनों के रास्ते अलग हो गए। शेरू ने अपना अलग गैंग बना लिया, जिसका नाम आरा के तनिष्क ज्वेलरी लूट कांड में भी सामने आया था। पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया, “चंदन मिश्रा एक दुर्दांत अपराधी था। उसके खिलाफ हत्या के दर्जनों मामले दर्ज थे। ऐसा प्रतीत होता है कि उसके विरोधी गुट, संभवतः शेरू गैंग ने इस हत्या को अंजाम दिया है।”

एसएसपी ने यह भी बताया कि इस मामले में दो अपराधी शेरू गैंग के हो सकते हैं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए बक्सर और पटना में छापेमारी शुरू कर दी है। इसके लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन भी किया गया है।

अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल

पारस अस्पताल जैसे हाई-प्रोफाइल और सीसीटीवी से लैस अस्पताल में इस तरह की वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर बिना किसी रोक-टोक के अस्पताल में घुसे और वारदात को अंजाम देकर आसानी से फरार हो गए। घटना के बाद चंदन मिश्रा के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नाराजगी जाहिर की, जिसके कारण अस्पताल में कुछ देर के लिए हंगामा भी हुआ।

पटना के आईजी जितेंद्र राणा ने इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा, “हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या यह हमला अंदरूनी मिलीभगत का नतीजा था। अस्पताल के गार्ड समेत 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।”

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं: कानून-व्यवस्था पर सवाल

इस सनसनीखेज हत्याकांड ने बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर फिर से बहस छेड़ दी है। कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, “बिहार में अब कोई सुरक्षित नहीं है। अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर ऐसी घटना शर्मनाक है।” वहीं, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इसे “दिल दहलाने वाली घटना” करार देते हुए नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा।

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

पटना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) की टीम को मौके पर बुलाया है। घटनास्थल से 12 खोखे बरामद किए गए हैं, जो इस बात की गवाही देते हैं कि हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा, “हमारे पास हमलावरों की तस्वीरें हैं और उनकी गिरफ्तारी जल्द होगी। बक्सर पुलिस की भी मदद ली जा रही है।”

यह हत्याकांड न केवल चंदन मिश्रा की आपराधिक दुनिया का अंत है, बल्कि बिहार में बढ़ते अपराध और गैंगवार की गंभीर समस्या को भी उजागर करता है। पुलिस की जांच और हमलावरों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में और खुलासे होने की उम्मीद है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .