प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने 12वें स्वतंत्रता दिवस संबोधन में देशवासियों को संबोधित किया। सुबह लगभग 7:30 बजे शुरू हुए इस भाषण का मुख्य विषय नया भारत रहा, जिसमें उन्होंने 2047 तक विकसित और आत्मनिर्भर भारत का विजन प्रस्तुत किया। स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक सुधार और सामाजिक एकता पर जोर दिया। नीचे भाषण के प्रमुख बिंदु दिए गए हैं।
ऑपरेशन सिंदूर और सशस्त्र बलों की प्रशंसा
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, “22 अप्रैल के बाद हमने अपने सशस्त्र बलों को रणनीति और लक्ष्य तय करने की पूरी स्वतंत्रता दी। हमारी सेनाओं ने दुश्मन के क्षेत्र में जाकर आतंकी ढांचे को नष्ट किया, जो दशकों में नहीं हुआ।” भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा लाल किले पर प्रदर्शित ऑपरेशन सिंदूर बैनर की भी सराहना की गई।
ऑपरेशन सिंदूर और सशस्त्र बलों की प्रशंसा
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, “22 अप्रैल के बाद हमने अपने सशस्त्र बलों को रणनीति और लक्ष्य तय करने की पूरी स्वतंत्रता दी। हमारी सेनाओं ने दुश्मन के क्षेत्र में जाकर आतंकी ढांचे को नष्ट किया, जो दशकों में नहीं हुआ।” भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा लाल किले पर प्रदर्शित ऑपरेशन सिंदूर बैनर की भी सराहना की गई।
परमाणु ब्लैकमेल के खिलाफ कड़ा रुख
हाल की उकसावे की घटनाओं पर पीएम मोदी ने कहा, “भारत परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर दुश्मन कोई और दुस्साहस करता है, तो भारतीय सशस्त्र बल उसे करारा जवाब देंगे।” यह बयान राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आत्मनिर्भरता पर जोर
प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता को राष्ट्रीय प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा, “दूसरे देशों पर निर्भरता आपदा को न्योता देती है। हमें आत्मनिर्भर बनना होगा।” उन्होंने सेमीकंडक्टर उद्योग में प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि 2025 के अंत तक “मेड इन इंडिया” चिप्स बाजार में उपलब्ध होंगे। साथ ही, राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन के तहत 1,200 से अधिक स्थानों पर खनन कार्य शुरू होने की जानकारी दी।
सिंधु जल संधि और किसानों का हक
सिंधु जल संधि को “अन्यायपूर्ण और एकतरफा” बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, “यह संधि भारतीय किसानों को पानी से वंचित करती है। रक्त और पानी एक साथ नहीं बह सकते। भारत का पानी भारत के लिए है।” उन्होंने संधि की समीक्षा का संकेत दिया।
आर्थिक सुधार और रोजगार योजनाएं
पीएम ने 2025 की दीवाली तक “अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों” की घोषणा की, जो छोटे-मध्यम उद्यमों और उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाएंगे। साथ ही, प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना शुरू की गई, जिसमें 3.5 करोड़ युवाओं को पहली निजी नौकरी पर 15,000 रुपये की एकमुश्त सहायता दी जाएगी। इस योजना का बजट 1 लाख करोड़ रुपये है।
मिशन सुदर्शन चक्र का शुभारंभ
रक्षा क्षेत्र में मिशन सुदर्शन चक्र की घोषणा की गई, जो भगवान कृष्ण के दर्शन से प्रेरित एक नया हथियार सिस्टम है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करेगा और त्वरित जवाबी कार्रवाई को सक्षम बनाएगा। पीएम ने 2035 तक रक्षा क्षमताओं को आधुनिक बनाने की योजना भी साझा की।
प्राकृतिक आपदाओं पर एकजुटता
हाल की प्राकृतिक आपदाओं, जैसे भूस्खलन और बादल फटने, पर पीएम ने कहा, “हम प्रभावित लोगों के साथ हैं। केंद्र और राज्य सरकारें बचाव, राहत और पुनर्वास के लिए मिलकर काम कर रही हैं।” उन्होंने 140 करोड़ भारतीयों की एकता को राष्ट्रीय ताकत बताया।
विकसित भारत का विजन
पीएम ने 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को दोहराया, जिसमें स्वच्छ ऊर्जा, तकनीक और आर्थिक विकास पर ध्यान दिया गया। उन्होंने बताया कि भारत ने 2025 में ही अपनी 50% स्वच्छ ऊर्जा प्रतिबद्धता हासिल कर ली है। सौर ऊर्जा और बांध क्षमता में प्रगति का उल्लेख करते हुए उन्होंने अगले चरण के लिए एक टास्क फोर्स की स्थापना की घोषणा की।
समारोह की शुरुआत पीएम मोदी द्वारा राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। लाल किले के लाहौरी गेट पर गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया गया। समारोह में 21 तोपों की सलामी और वायु सेना के हेलीकॉप...