आम: स्वाद, सेहत और सावधानी का फल — गर्मियों में क्यों ज़रूरी है समझदारी से खाना 'फलों का राजा'?
गर्मियों में आम हर घर की पसंद तो है, लेकिन इसकी तासीर और ज़रूरत से ज़्यादा सेवन से हो सकते हैं छाले, पिंपल और पाचन की गड़बड़ियां — जानिए इसके सही फायदे, नुकसान और बचाव के आसान उपाय।

गर्मियों की असली रौनक अगर किसी चीज़ से है, तो वो है आम। मोहल्लों में फेरीवालों की आवाज़ से लेकर सोशल मीडिया की थाली तक, हर ओर आम का ही जलवा है। लेकिन आम को लेकर एक अहम सवाल हर साल गर्मी के साथ लौटता है — क्या आम ज्यादा खाने से पिंपल और छाले होते हैं? इस सवाल का जवाब जानना अब ज़रूरी हो गया है।
क्यों खास है आम?
भारत का राष्ट्रीय फल और दुनिया का सबसे ज़्यादा पसंद किया जाने वाला मौसमी फल।
राजस्थान में दशहरी, सफेदा, लंगड़ा और तोतापरी किस्में सबसे ज्यादा खाई जाती हैं।
यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी गर्मियों की पहचान है — जैसे नानी के घर की आमरस वाली छुट्टियाँ।
सेहत के लिए फायदे
विटामिन A, C और E से भरपूर — इम्युनिटी और त्वचा के लिए बेमिसाल।
डायजेस्टिव एंज़ाइम्स होते हैं, जो पाचन में मदद करते हैं।
फाइबर की अच्छी मात्रा — कब्ज़ से राहत देता है।
एनर्जी बूस्टर — खासकर गर्मियों में थकान से राहत देता है।
एंटीऑक्सीडेंट्स — कैंसर जैसे रोगों से लड़ने में सहायक।
पर ज़रा रुकिए... ये हैं नुकसान भी
तासीर गर्म होने की वजह से ज्यादा खाने पर
मुँह में छाले
चेहरे पर पिंपल
पेट में जलन या एसिडिटी
कार्बाइड से पकाए गए आम से सिरदर्द और उल्टी की शिकायत।
डायबिटीज़ के मरीज़ों को सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए — इसमें नेचुरल शुगर काफी होती है।
सही तरीका क्या है आम खाने का?
पानी में भिगोकर रखें (30-60 मिनट तक) — तासीर संतुलित होती है।
दिन में खाएँ, रात में नहीं।
2 से ज़्यादा आम एक बार में न खाएँ।
फ्रिज से निकालते ही न खाएँ, थोड़ा सामान्य तापमान पर आने दें।
बाजार से लाकर अच्छे से धोएँ।
स्थानीय रंग: जयपुर की आम मंडियाँ भी सजने लगीं
जयपुर के चांदपोल मंडी, झोटवाड़ा, आदर्श नगर और रामगंज इलाकों में आम की बिक्री जोरों पर है। दशहरी और केसर की मांग सबसे ज्यादा है। दुकानदारों का कहना है कि "लोग अब 'ऑर्गेनिक' आम मांगने लगे हैं, और कार्बाइड वाली फलों से दूरी बना रहे हैं।"
आम सिर्फ फल नहीं, एक अनुभव है — लेकिन स्वाद के साथ समझदारी ज़रूरी है। ये आपके शरीर को ताजगी भी दे सकता है और अगर ध्यान न रखा जाए, तो परेशान भी कर सकता है। इस गर्मी, आम खाइए — लेकिन सलीके से।