झालावाड़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बाहर तनाव, नरेश मीणा हिरासत में, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बाहर नरेश मीणा और समर्थकों के धरने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, मीणा को हिरासत में लिया गया। तनाव के बीच प्रदर्शनकारी स्कूल हादसे के पीड़ितों के लिए न्याय मांग रहे थे।

राजस्थान के झालावाड़ में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बाहर उस समय माहौल गरमा गया, जब पुलिस ने धरने पर बैठे लोगों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। इस दौरान निर्दलीय नेता नरेश मीणा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। नरेश मीणा और उनके समर्थक अस्पताल परिसर के बाहर एक स्कूल हादसे के पीड़ित परिवारों को न्याय और मुआवजे की मांग को लेकर शांतिपूर्ण धरने पर बैठे थे।
सूत्रों के अनुसार, नरेश मीणा और स्थानीय लोग मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे थे, ताकि हाल ही में हुए एक स्कूल हादसे में प्रभावित परिवारों के लिए न्याय और मुआवजे की मांग की जा सके। धरना शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था, लेकिन स्थिति तब बिगड़ गई जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की। पुलिस का कहना है कि धरने के कारण अस्पताल की व्यवस्था प्रभावित हो रही थी, जिसके चलते कार्रवाई की गई।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पुलिस ने पहले प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो लाठीचार्ज का सहारा लिया गया। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए, और माहौल तनावपूर्ण हो गया। नरेश मीणा को हिरासत में लिए जाने के बाद उनके समर्थकों में गुस्सा और बढ़ गया।
नरेश मीणा का विवादों से पुराना नाता
नरेश मीणा इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं। पिछले साल टोंक जिले के देवली-उनियारा उपचुनाव के दौरान उन्होंने एक एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले में सुर्खियां बटोरी थीं। उस घटना के बाद भी उनके समर्थकों और पुलिस के बीच तनाव देखा गया था। इस बार फिर नरेश मीणा के समर्थकों ने पुलिस पर तानाशाही का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस घटना की निंदा की और नरेश मीणा के समर्थन में आवाज उठाई।
समर्थकों का गुस्सा, सोशल मीडिया पर हंगामा
घटना के बाद सोशल मीडिया पर नरेश मीणा के समर्थकों ने पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी। एक समर्थक ने लिखा, "नरेश मीणा बच्चों के लिए न्याय मांग रहे थे, लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज करके लोकतंत्र की आवाज को दबाने की कोशिश की। यह तानाशाही नहीं तो और क्या है?" एक अन्य यूजर ने कहा, "भजन लाल सरकार को जनता की आवाज सुननी चाहिए, न कि लाठियां बरसानी चाहिए।"
पुलिस ने इस कार्रवाई को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी बताया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "अस्पताल के बाहर धरने से मरीजों और स्टाफ को परेशानी हो रही थी। हमने पहले प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्वक हटने की अपील की, लेकिन जब स्थिति नियंत्रण से बाहर होने लगी, तो मजबूरन हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।" पुलिस ने यह भी बताया कि नरेश मीणा को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।