लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर स्लीपर बस पलटी, 5 साल के अनुराग का सिर धड़ से अलग, माँ ICU में मौत से जंग लड़ रही, पिता का रो-रोकर बुरा हाल.

लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर दिल्ली-सिवान जा रही स्लीपर बस पलटने से 5 साल के मासूम अनुराग चौधरी की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में उसका सिर धड़ से अलग हो गया और बुरी तरह कुचल गया। पोस्टमॉर्टम हाउस में चादर हटाते ही पिता अजय चौधरी की चीखें गूँज उठीं – “ये मेरा बेटा नहीं, इसका सिर कहाँ है?” माँ गुड्डी ICU में जिंदगी-मौत से जूझ रही हैं। हादसे में कुल 3 मौतें और 25 से ज्यादा घायल।

Nov 19, 2025 - 18:01
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर स्लीपर बस पलटी, 5 साल के अनुराग का सिर धड़ से अलग, माँ ICU में मौत से जंग लड़ रही, पिता का रो-रोकर बुरा हाल.

कानपुर, 18 नवंबर : मंगलवार तड़के करीब 3:20 बजे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर कानपुर के अरौल थाना क्षेत्र में दिल्ली से सिवान (बिहार) जा रही एक डबल-डेकर स्लीपर बस (नंबर BR-21P-9389) अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई और जोरदार ढंग से पलट गई। बस का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। हादसे में तीन यात्रियों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 25 से ज्यादा यात्री घायल हो गए, जिनमें 6 बच्चे भी शामिल हैं।

मासूम अनुराग की मौत ने पूरा परिवार उजाड़ दिया

मरने वालों में सबसे छोटी उम्र का शिकार बना 5 साल का अनुराग चौधरी। अनुराग दिल्ली के शालीमार बाग में अपने माता-पिता के साथ रहता था। उसके पिता अजय चौधरी प्राइवेट नौकरी करते हैं। दादी की तबीयत खराब होने की वजह से पूरा परिवार बिहार के शिवहर जिले के सोनबरसा गांव जा रहा था।मौत की भयावहता का अंदाज़ा इसी से लगाइए कि बस पलटने की ज़ोरदार टक्कर से अनुराग का सिर धड़ से पूरी तरह अलग हो गया और बुरी तरह कुचल गया। जब अजय चौधरी पोस्टमॉर्टम हाउस पहुँचे और सफेद चादर हटाने की जिद की, तो पहले पुलिस ने रोका। लेकिन जब चादर हटी तो वहाँ उनका 5 साल का लाडला नहीं, सिर्फ़ धड़ था – सिर गायब!अजय फूट-फूटकर रो पड़े। उनकी चीखें पूरे पोस्टमॉर्टम हाउस में गूँज उठीं – 

“ये मेरा बेटा नहीं हो सकता… इसका सिर कहाँ है? मेरे बच्चे का चेहरा भी आखिरी बार नहीं देख सकता मैं? अभी 26 अक्टूबर को ही उसका जन्मदिन मनाया था, साइकिल गिफ्ट दी थी… अब वो साइकिल कौन चलाएगा?”तीन साल की छोटी बेटी हिमांशी को गोद में लिए अजय बार-बार मृत बेटे की जीन्स और स्वेटर ठीक करते रहे और बस यही सवाल दोहराते रहे – “मेरा बेटा कहाँ गया?”

माँ गुड्डी की हालत अभी भी नाज़ुक

अनुराग की माँ गुड्डी इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्हें कानपुर के हैलट अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया है, जहाँ डॉक्टर उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।हादसे में दो और लोगों की मौतनसीम आलम (20 वर्ष), बिहार के रहने वाले  

शशि कुमार (26 वर्ष), पश्चिम बंगाल के रहने वाले

बाकी घायलों में कई की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। बस में कुल 45 यात्री सवार थे। पुलिस ने बस ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।एक पल में खुशहाल परिवार बिखर गया। 5 साल के मासूम की ऐसी दर्दनाक मौत और पिता की वो चीखें… सुनकर रूह काँप जाती है।