जयपुर SOG की सनसनीखेज कार्रवाई: 50 हजार के इनामी शातिर बदमाश सुशील करनानी को NDPS मामलों में दबोचा

जयपुर SOG ने NDPS एक्ट के तहत तीन मामलों में फरार 50 हजार रुपये के इनामी शातिर अपराधी सुशील करनानी को गिरफ्तार किया। गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर SOG ने एक सुनियोजित ऑपरेशन में करनानी को दबोचा। वह नशीले पदार्थों की तस्करी के बड़े नेटवर्क से जुड़ा था। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ जारी है ताकि उसके सहयोगियों और नेटवर्क का पता लगाया जा सके। यह कार्रवाई नशे के खिलाफ पुलिस की मुहिम को मजबूती देती है।

May 18, 2025 - 16:50
जयपुर SOG की सनसनीखेज कार्रवाई: 50 हजार के इनामी शातिर बदमाश सुशील करनानी को NDPS मामलों में  दबोचा

जयपुर में राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट के तहत तीन मामलों में लंबे समय से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी सुशील करनानी को गिरफ्तार किया है। इस शातिर बदमाश पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था, और वह अपनी आपराधिक गतिविधियों के लिए कुख्यात था। SOG की इस कार्रवाई ने अपराध जगत में हलचल मचा दी है।

 SOG को गुप्त सूचना मिली थी कि सुशील करनानी, जो नशीले पदार्थों की तस्करी और अन्य गंभीर अपराधों में संलिप्त था, जयपुर के आसपास छिपा हुआ है। इसके बाद SOG की एक विशेष टीम ने सटीक योजना बनाकर और तकनीकी संसाधनों का उपयोग करते हुए करनानी की तलाश शुरू की। कई दिनों की कड़ी मेहनत और निगरानी के बाद, टीम ने उसे एक गुप्त ठिकाने से धर दबोचा। इस ऑपरेशन में SOG की त्वरित कार्रवाई और समन्वय ने अहम भूमिका निभाई।

 सुशील करनानी एक शातिर अपराधी है, जिसके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत तीन गंभीर मामले दर्ज हैं। वह नशीले पदार्थों की तस्करी के बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है और लंबे समय से पुलिस की रडार पर था। उसकी गिरफ्तारी को पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि वह बार-बार अपनी लोकेशन बदलकर कानून की पकड़ से बचता रहा था। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित होने के बाद से SOG उसकी तलाश में और सक्रिय हो गई थी।

SOG ने इस कार्रवाई में अपनी खुफिया जानकारी और तकनीकी विशेषज्ञता का बेहतरीन उपयोग किया। गिरफ्तारी के बाद करनानी से पूछताछ की जा रही है, ताकि उसके नेटवर्क और अन्य सहयोगियों के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। इस कार्रवाई से न केवल नशीले पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी, बल्कि अन्य फरार अपराधियों के लिए भी यह एक सख्त संदेश है।

नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985, भारत में नशीले पदार्थों और मनोवैज्ञानिक पदार्थों के अवैध व्यापार, भंडारण और तस्करी को रोकने के लिए बनाया गया है। इस कानून के तहत सजा बेहद सख्त होती है, और दोषियों को लंबी जेल और भारी जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। सुशील करनानी जैसे अपराधी इस कानून के तहत गंभीर अपराधों में शामिल रहे हैं।

 SOG की इस कार्रवाई के बाद पुलिस अब करनानी के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने की दिशा में काम कर रही है। उससे पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर अन्य संदिग्धों की तलाश तेज कर दी गई है। साथ ही, यह कार्रवाई जयपुर और आसपास के क्षेत्रों में नशीले पदार्थों के खिलाफ चल रही मुहिम को और मजबूती देगी।

यह कार्रवाई न केवल पुलिस की सक्रियता को दर्शाती है, बल्कि समाज में नशे के खिलाफ जंग को और तेज करने का संदेश भी देती है। सुशील करनानी की गिरफ्तारी से अपराधियों में खौफ और आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ