जयपुर-आगरा हाईवे पर एंबुलेंस-ट्रक टक्कर में मां-बेटे की दर्दनाक मौत.
जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे-21 पर दौसा के कानोता थाना क्षेत्र में एक एंबुलेंस की ट्रक से टक्कर हो गई, जिसमें सांप के डसने से पीड़ित मरीज और उसकी मां की मौत हो गई। एंबुलेंस मरीज को जयपुर ले जा रही थी, लेकिन ट्रक के अचानक ब्रेक लगाने से हादसा हुआ। दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

दौसा, राजस्थान: जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे-21 पर कानोता थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जिसमें सांप के डसने से पीड़ित एक मरीज को जयपुर ले जा रही एंबुलेंस की ट्रक से टक्कर हो गई। इस भीषण दुर्घटना में मरीज और उसकी मां की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना मंगलवार देर रात की है, जब एंबुलेंस ड्राइवर रामनरेश मरीज को तत्काल उपचार के लिए जयपुर के अस्पताल ले जा रहा था।
जानकारी के अनुसार, मरीज को सांप ने डस लिया था, और प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए जयपुर रेफर किया गया था। एंबुलेंस तेज गति से जयपुर की ओर बढ़ रही थी, तभी हाईवे पर डिवाइडर के पास एक ट्रक ने अचानक ब्रेक लगा दिए। एंबुलेंस ड्राइवर रामनरेश ने बताया कि ट्रक की अचानक रुकने की वजह से वह गाड़ी को नियंत्रित नहीं कर पाए, और एंबुलेंस ट्रक के पिछले हिस्से से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि एंबुलेंस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।इस हादसे में सांप के डसने से पीड़ित मरीज और उसकी मां, जो एंबुलेंस में उनके साथ थीं, की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में एंबुलेंस में सवार दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है।
ड्राइवर का बयान और पुलिस की कार्रवाई
एंबुलेंस ड्राइवर रामनरेश ने बताया कि वह मरीज को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे, क्योंकि सांप के डसने की स्थिति में समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रक ड्राइवर की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। रामनरेश ने कहा, "ट्रक ने बिना किसी संकेत के अचानक ब्रेक लगाए, जिसके कारण मैं एंबुलेंस को रोक नहीं पाया।"घटना की सूचना मिलते ही कानोता थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में ट्रक ड्राइवर की गलती सामने आ रही है, लेकिन पुलिस ने दोनों वाहनों के दस्तावेजों की जांच और चश्मदीदों के बयान दर्ज करने शुरू किए हैं।
सांप के डसने से उपचार की चुनौतियां
सांप के डसने की घटनाएं, खासकर बारिश के मौसम में, राजस्थान में आम हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सांप के डसने के बाद मरीज को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाना चाहिए, जहां एंटी-वेनम इंजेक्शन उपलब्ध हो। इस मामले में मरीज को प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर किया गया था, लेकिन हादसे ने इस प्रयास को विफल कर दिया।
हाईवे पर बढ़ते हादसों की चिंता
जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर इस तरह के हादसे कोई नई बात नहीं हैं। इस हाईवे पर तेज रफ्तार वाहन, अचानक ब्रेक लगाने की प्रवृत्ति और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इस हादसे ने एक बार फिर हाईवे पर सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि हाईवे पर ट्रैफिक पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए और अचानक रुकने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
इस हादसे ने मृतकों के परिवार पर दुख का पहाड़ तोड़ दिया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक मरीज और उसकी मां के परिवार को इस दोहरे झटके से उबरना मुश्किल हो रहा है। स्थानीय समुदाय ने भी इस घटना पर गहरा दुख जताया है और प्रशासन से हादसे के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं की चुनौतियों को भी उजागर करता है। सांप के डसने जैसी आपात स्थिति में त्वरित चिकित्सा सहायता जरूरी होती है, लेकिन इस तरह के हादसे मरीजों की जिंदगी को और खतरे में डाल देते हैं। प्रशासन को इस मामले में त्वरित जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।