आईएएस आलोक का निधन: राजस्थान ने खोया एक तेजतर्रार अफसर, दिल्ली में होगा अंतिम संस्कार
कैंसर से जूझ रहे थे ऊर्जा विभाग के एसीएस और रेजिडेंट कमिश्नर; कोटा से शुरू हुआ था 30 साल का प्रशासनिक सफर

राजस्थान कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) व रेजिडेंट कमिश्नर आलोक का सोमवार को दिल्ली में निधन हो गया। वे पिछले कई दिनों से कैंसर से पीड़ित थे और एक महीने से दिल्ली के अस्पताल में इलाज चल रहा था। दिल्ली स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। आज उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के लोधी रोड श्मशान घाट पर किया जाएगा।
आलोक 1993 बैच के आईएएस अधिकारी थे और तेजतर्रार, कड़क फैसले लेने वाले अफसर के रूप में पहचाने जाते थे। उनका जन्म 15 नवंबर 1966 को पटना में हुआ था। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद उन्होंने प्रशासनिक सेवा में कदम रखा। एनर्जी सेक्टर में लिए गए उनके निर्णयों में उनकी तकनीकी समझ साफ झलकती थी।
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कोटा जिले के रामगंजमंडी से एसडीओ के रूप में की थी। इसके बाद वे बूंदी, सवाई माधोपुर, बीकानेर, कोटा और उदयपुर के कलेक्टर रहे। भरतपुर के संभागीय आयुक्त के रूप में भी उन्होंने जिम्मेदारी निभाई। जयपुर में डीआरडीए के एडिशनल कलेक्टर और प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में भी उन्होंने कार्य किया।
आलोक केंद्र और राज्य सरकार दोनों में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। वे रीको के एमडी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कमिश्नर, राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव और मीण विकास विभाग के सचिव भी रहे।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भी उन्होंने लंबा कार्यकाल बिताया। वे 2020 से 2024 तक एनएचएआई में मेंबर एडमिनिस्ट्रेशन और फिर नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अतिरिक्त सचिव रहे। जनवरी 2024 में प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद उन्हें ऊर्जा विभाग और रेजिडेंट कमिश्नर की जिम्मेदारी दी गई थी।
आईएएस आलोक के निधन पर राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित कई मंत्रियों, विधायकों, नेताओं और आईएएस एसोसिएशन ने शोक व्यक्त किया है।