पत्नी की बेवफाई से आहत पति की गुहार: किराएदार प्रेमी संग फरार, बेटे की वापसी के लिए CM से मांगा न्याय

जौनपुर में अभिषेक प्रजापति की पत्नी रूपल अपने किराएदार प्रेमी अनुराग के साथ फरार होकर मंदिर में शादी कर ली, तीन साल के बेटे को भी ले गई; आहत अभिषेक ने CM से बच्चे की वापसी और सुरक्षा की गुहार लगाई।

Jul 2, 2025 - 14:16
पत्नी की बेवफाई से आहत पति की गुहार: किराएदार प्रेमी संग फरार, बेटे की वापसी के लिए CM से मांगा न्याय

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के लाइन बाजार थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने न केवल स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया बल्कि सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक महिला ने अपने पति को धोखा देकर अपने किराएदार प्रेमी के साथ भागकर मंदिर में शादी रचा ली और अपने तीन साल के बेटे को भी साथ ले गई। इस घटना से आहत पति ने अपनी सुरक्षा और बच्चे की वापसी के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है।

किराएदार से प्रेम और धोखे की कहानी

जानकारी के अनुसार, राजा राम सिंह कॉलोनी निवासी अभिषेक प्रजापति ने अप्रैल 2024 में अनुराग सिंह नामक युवक को अपने घर में किराए पर कमरा दिया था। अनुराग अपनी पत्नी के साथ यहां रहने आया था। इस दौरान अनुराग और अभिषेक की पत्नी रूपल जायसवाल के बीच नजदीकियां बढ़ीं और दोनों के बीच प्रेम संबंध स्थापित हो गया। अभिषेक की शादी 23 अप्रैल 2021 को जौनपुर के उर्दू बाजार निवासी रूपल जायसवाल के साथ हुई थी, और उनका एक तीन साल का बेटा भी है।

अभिषेक का आरोप है कि 25 सितंबर 2024 को उनकी पत्नी रूपल अपने बेटे को लेकर अनुराग सिंह के साथ फरार हो गई। इसके बाद दोनों ने एक मंदिर में शादी कर ली और अपनी शादी का वीडियो अभिषेक को व्हाट्सएप पर भेजकर उन्हें और आहत किया। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला और तूल पकड़ गया।

गुमशुदगी से कोर्ट तक का सफर

पत्नी और बच्चे के अचानक लापता होने पर अभिषेक ने लाइन बाजार थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामला बाद में न्यायालय पहुंचा, जहां से जांच का जिम्मा टीडी कॉलेज चौकी प्रभारी को सौंपा गया। न्यायालय के आदेश पर लाइन बाजार पुलिस ने रूपल जायसवाल, अनुराग सिंह और उनके साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।

इस बीच, अनुराग और रूपल ने अभिषेक से सुलह करने की कोशिश की, लेकिन अभिषेक ने सुलह से इंकार करते हुए अपने बेटे की कस्टडी की मांग की। अभिषेक का आरोप है कि कोर्ट से लौटने के बाद अनुराग सिंह और उसके साथियों ने उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।

मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार

इन तमाम घटनाओं से परेशान अभिषेक ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (IGRS) पोर्टल के माध्यम से अपनी सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है। अभिषेक का कहना है कि इस घटना को 9 महीने बीत चुके हैं, लेकिन उन्हें अभी तक अपने बेटे से मिलने का मौका नहीं मिला। उनका बेटा सात साल से कम उम्र का है, और वे अपने बच्चे की सुरक्षित वापसी के लिए लगातार प्रशासनिक कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।

अभिषेक ने कहा, "मेरी पत्नी ने मुझे धोखा दिया, यह दुखद है, लेकिन मेरा सबसे बड़ा दर्द अपने बेटे से जुदाई का है। मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा मेरे पास वापस आए। मैंने मुख्यमंत्री जी से न्याय की गुहार लगाई है, उम्मीद है कि मुझे इंसाफ मिलेगा।"

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

लाइन बाजार थाना पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, अभिषेक की शिकायत के आधार पर रूपल, अनुराग और उनके सहयोगियों के खिलाफ उचित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले में दोनों पक्षों के बयान और सबूतों की जांच कर रही है। साथ ही, अभिषेक को दी गई धमकियों के आरोपों की भी जांच की जा रही है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .