हनीट्रैप गिरोह का भंडाफोड़: बुजुर्ग से 12.90 लाख की ठगी, दो महिलाएं गिरफ्तार

हनीट्रैप मास्टरमाइंड रेणुका चौधरी और सहयोगी सुबिता ने बुजुर्ग रामकरण से 12.90 लाख रुपये ठगे। फेसबुक पर समाजसेवी बनकर फंसाया, गिरफ्तार।

Sep 18, 2025 - 17:28
हनीट्रैप गिरोह का भंडाफोड़: बुजुर्ग से 12.90 लाख की ठगी, दो महिलाएं गिरफ्तार

सीकर जिले में एक हनीट्रैप मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड रेणुका चौधरी और उसकी सहयोगी सुबिता को गिरफ्तार किया है। दोनों ने मिलकर एक 64 वर्षीय बुजुर्ग रामकरण को अपने जाल में फंसाकर 12.90 लाख रुपये की ठगी की। रेणुका चौधरी, जो सोशल मीडिया पर खुद को समाजसेवी बताती थी, ने फेसबुक के जरिए बुजुर्ग को अपने जाल में फंसाया और फिर रेप केस में फंसाने की धमकी देकर उनसे भारी रकम ऐंठ ली।

फेसबुक पर सक्रिय थी मास्टरमाइंड रेणुका

रेणुका चौधरी (30), जो घस्सु का बास की रहने वाली है, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर काफी सक्रिय थी। उसके फेसबुक पेज पर हजारों फॉलोअर्स हैं, और वह खुद को समाजसेवी के रूप में पेश करती थी। उसके पेज पर सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होने की तस्वीरें और कई नेताओं के स्वागत की पोस्ट्स मौजूद हैं। गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले रेणुका ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव प्रसारण किया था, जिसमें उसने दावा किया कि सीकर के मजीपुरा में एक फार्म हाउस पर बड़ा सेक्स रैकेट चल रहा है, जिसमें कई बड़े नेता शामिल हैं। इस लाइव वीडियो को 5 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा था।

हनीट्रैप का शिकार बना रिटायर्ड कर्मचारी

धोद थानाधिकारी राकेश कुमार मीणा ने बताया कि 30 अगस्त को पीड़ित बुजुर्ग रामकरण (64) ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। रामकरण ने बताया कि उनकी रेणुका चौधरी से फेसबुक के जरिए पहचान हुई थी। रेणुका ने कई बार उनसे वीडियो कॉल पर बात की और धीरे-धीरे विश्वास हासिल किया। इसके बाद रेणुका ने अपनी सहयोगी सुबिता (37), जो रामपुरा की रहने वाली है, की बेटी की इंस्टाग्राम आईडी से भी रामकरण को मैसेज करवाए।

रेणुका के कहने पर सुबिता ने अपनी बेटी को रामकरण से मिलने के लिए एक फार्म हाउस पर भेजा। कुछ ही मिनटों बाद रेणुका अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंच गई और रामकरण को रेप केस में फंसाने की धमकी दी। इस डर से रामकरण से सोने की अंगूठी, चेन और 25 हजार रुपये नकद ले लिए गए। इतना ही नहीं, रेणुका ने स्टांप पेपर पर लिखा-पढ़ी करवाकर रामकरण से उनके बैंक खाते में 12.90 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए।

गिरफ्तारी में नाटक, पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत

पुलिस ने जब रेणुका और सुबिता को पकड़ने के लिए धोद चौराहे पर छापेमारी की, तो रेणुका ने गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार बेहोश होने का नाटक किया। वह कभी चलते-चलते जमीन पर गिर जाती, तो कभी चिल्लाने लगती। महिला पुलिसकर्मियों को उसे काबू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। अंततः दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

रेणुका का आपराधिक इतिहास

थानाधिकारी राकेश कुमार मीणा ने बताया कि रेणुका को पता था कि रामकरण सरकारी नौकरी से रिटायर्ड हैं और उनके पास काफी पैसा है। उसने अपनी सहयोगी सुबिता के जरिए सुनियोजित तरीके से बुजुर्ग को अपने जाल में फंसाया। पूछताछ में रेणुका ने पुलिस को कोई सहयोग नहीं किया, लेकिन सुबिता ने सारी सच्चाई उगल दी। जांच में यह भी सामने आया कि रेणुका पहले भी सीकर में एक सरकारी डॉक्टर को हनीट्रैप में फंसाकर लाखों रुपये ठग चुकी है।

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

सीओ धोद सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि रेणुका चौधारी के बैंक खाते को फ्रीज कर दिया गया है। इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि रेणुका का यह हनीट्रैप का नेटवर्क और भी बड़ा हो सकता है, और इसकी गहराई से जांच की जा रही है।

सोशल मीडिया की आड़ में अपराध

यह मामला सोशल मीडिया के दुरुपयोग का एक गंभीर उदाहरण है। रेणुका चौधारी ने फेसबुक पर अपनी समाजसेवी की छवि बनाकर लोगों का विश्वास जीता और फिर इसका इस्तेमाल अपराध करने के लिए किया। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर अजनबियों से दोस्ती करने और निजी जानकारी साझा करने में सावधानी बरतें।

Yashaswani Journalist at The Khatak .