आतंकी साये के बीच हाई अलर्ट: नेपाल बॉर्डर से घुसपैठ, राहुल गांधी की यात्रा पर खतरा?

बिहार में नेपाल के रास्ते जैश-ए-मोहम्मद के तीन पाकिस्तानी आतंकियों की घुसपैठ, पुलिस ने हाई अलर्ट जारी किया। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा पर खतरे की आशंका, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी।

Aug 28, 2025 - 13:58
आतंकी साये के बीच हाई अलर्ट: नेपाल बॉर्डर से घुसपैठ, राहुल गांधी की यात्रा पर खतरा?

बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच एक चौंकाने वाली खबर ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के कुख्यात आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े तीन आतंकियों ने नेपाल के रास्ते बिहार में घुसपैठ की है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने इन आतंकियों की तस्वीरें और जानकारी जारी कर पूरे राज्य में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है।

आतंकियों के नाम हसनैन अली (रावलपिंडी), आदिल हुसैन (उमरकोट), और मोहम्मद उस्मान (बहावलपुर) हैं। खुफिया इनपुट के आधार पर आशंका जताई जा रही है कि ये आतंकी बिहार में किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में हो सकते हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।

अररिया, मधुबनी, सुपौल पर विशेष नजर

सूत्रों के मुताबिक, तीनों आतंकी अगस्त के दूसरे सप्ताह में नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे थे और पिछले सप्ताह नेपाल-बिहार सीमा के रास्ते भारत में दाखिल हुए। आशंका है कि इन्होंने अररिया जिले के रास्ते घुसपैठ की, जो नेपाल से सटा हुआ है। इसके अलावा, मधुबनी और सुपौल जैसे सीमावर्ती जिलों पर भी खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर है।

बिहार पुलिस ने सभी जिलों को अपने खुफिया तंत्र को सक्रिय करने, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने और इनपुट जुटाने के निर्देश दिए हैं। सीमावर्ती इलाकों में पुलिस गश्त तेज कर दी गई है, खासकर वीरपुर, निर्मली, और कोसी नदी के दियारा क्षेत्रों में।

राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा पर खतरे की आशंका

इस बीच, बिहार में चल रही कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। यह यात्रा, जो 17 अगस्त से शुरू हुई, मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं और "वोट चोरी" के खिलाफ जन जागरूकता के लिए निकाली गई है। यात्रा में कांग्रेस की प्रियंका गांधी, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, और बिहार के नेता तेजस्वी यादव जैसे बड़े चेहरे शामिल हो चुके हैं।

राहुल गांधी हाल ही में नेपाल से सटे सीतामढ़ी में थे और अब मोतिहारी पहुंचे हैं, जो भी नेपाल सीमा से सटा हुआ है। आतंकी अलर्ट के बाद उनकी यात्रा में कई बदलाव किए गए हैं। सीतामढ़ी में उनके रोड शो को रद्द कर दिया गया, और वे ओपन जीप की जगह अब बंद गाड़ी में यात्रा कर रहे हैं। इसके अलावा, राहुल गांधी ने कई स्वागत मंचों पर रुकने से परहेज किया और सीधे जानकी मंदिर पहुंचे। उनकी मोतिहारी यात्रा भी निर्धारित समय से एक घंटे पहले शुरू हो गई।

क्या यात्रा रोकने की सलाह मानेंगे राहुल?

आतंकी घुसपैठ की खबर के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या राहुल गांधी खुफिया एजेंसियों की सलाह पर अपनी यात्रा रोकेंगे? राहुल ने पहले ही कह चुका है कि यह यात्रा "संविधान बचाने" की लड़ाई है और वे डर से पीछे नहीं हटेंगे। हालांकि, सुरक्षा कारणों से यात्रा के रूट में बदलाव या कुछ हिस्सों को वर्चुअल मोड में करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

भारत-नेपाल बॉर्डर: घुसपैठ का आसान रास्ता

भारत और नेपाल के बीच 1,751 किलोमीटर लंबा खुला बॉर्डर है, जिसमें से 729 किलोमीटर बिहार से सटा हुआ है। यह खुला बॉर्डर दोनों देशों के नागरिकों के लिए आवागमन को आसान बनाता है, लेकिन यही सुविधा घुसपैठियों के लिए भी खतरा बन रही है। बिहार के सात जिले—सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, और सहरसा—नेपाल सीमा से सटे हैं।

घुसपैठ के तीन मुख्य रास्ते

  1. फर्जी दस्तावेजों के जरिए: काठमांडू में कई ट्रैवल एजेंट फर्जी नेपाली नागरिकता और भारतीय पहचान पत्र बनवाकर घुसपैठ कराते हैं। उदाहरण के तौर पर, सीमा हैदर ने भी यही रास्ता अपनाया था।
  2. पगडंडियों का इस्तेमाल: नेपाल-भारत सीमा पर बसे गांवों की पगडंडियों के जरिए घुसपैठ होती है। घुसपैठिए स्थानीय लोगों को लालच देकर बॉर्डर पार करते हैं।
  3. शक्ल-सूरत का फायदा: नेपाली और भारतीय लोगों की समान शक्ल-सूरत का फायदा उठाकर विदेशी नागरिक बिना जांच के बॉर्डर पार कर लेते हैं।

सुरक्षा व्यवस्था में सख्ती

आतंकी अलर्ट के बाद बिहार में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है।

  • पुलिस चेकपोस्ट और गश्त: सीमावर्ती इलाकों में 24 घंटे गश्त और चेकपोस्ट बनाए गए हैं। हर वाहन और व्यक्ति की जांच हो रही है।
  • सोशल मीडिया और कॉल्स पर नजर: पाकिस्तान से आने वाली कॉल्स और संदिग्ध सोशल मीडिया गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है।
  • होटल और किरायेदारों की जांच: होटलों में ठहरने वालों और किरायेदारों का सत्यापन तेज कर दिया गया है।
  • ड्रोन पर प्रतिबंध: भारत और नेपाल दोनों में सीमा के 10 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन उड़ाने पर रोक है।
  • जमात पर नजर: बांग्लादेश से आने वाली जमात पर भारत और नेपाल की खुफिया एजेंसियां नजर रख रही हैं।

नेपाल में पाकिस्तानी नागरिकों की मौजूदगी

खुफिया एजेंसियों के अनुसार, नेपाल में 3,000 से अधिक पाकिस्तानी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर रह रहे हैं, जिनमें से कई भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। कुछ ने तो नेपाली महिलाओं से शादी कर स्थायी रूप से बसने की कोशिश की है। डंकी रूट के जरिए ये लोग पहले नेपाल में घुसते हैं और फिर बिहार के रास्ते भारत में प्रवेश करते हैं।

संभावित खतरे और सतर्कता

आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का इतिहास रहा है कि वह हाई-प्रोफाइल राजनीतिक और धार्मिक आयोजनों को निशाना बनाता है। बिहार में विधानसभा चुनाव और आगामी छठ पूजा जैसे त्योहारों के मद्देनजर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, धार्मिक स्थल (जैसे पटना साहिब गुरुद्वारा, राम मंदिर), भीड़भाड़ वाले बाजार, और चुनाव आयोग के दफ्तरों को संभावित टारगेट माना जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सितंबर के आखिर में प्रस्तावित बिहार दौरे को भी ध्यान में रखते हुए सुरक्षा एजेंसियां कोई कोताही नहीं बरत रही हैं। आम जनता से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।

Yashaswani Journalist at The Khatak .