524 करोड़ की GST चोरी का सनसनीखेज खुलासा, फर्जी फर्मों का जाल बिछाकर 7 गिरफ्तार

देश के 22 राज्यों में 240 फर्जी फर्में बनाकर 524 करोड़ की GST चोरी का खुलासा, फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर टैक्स चोरी की गई। पुलिस ने ई-मित्र संचालक सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जांच में घोटाले के और बढ़ने की आशंका।

Jun 24, 2025 - 14:11
Jun 24, 2025 - 15:19
524 करोड़ की GST चोरी का सनसनीखेज खुलासा, फर्जी फर्मों का जाल बिछाकर 7 गिरफ्तार

जोधपुर पुलिस ने देश के 22 राज्यों में 240 फर्जी फर्में बनाकर 524 करोड़ रुपये की GST चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस सनसनीखेज मामले में फर्जी पैन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक खातों का इस्तेमाल कर टैक्स चोरी की गई। पुलिस ने ई-मित्र संचालक सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। DCP वेस्ट राजर्षि राज वर्मा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरे मामले का खुलासा किया।

कैसे दिया गया घोटाले को अंजाम?
DCP के अनुसार, निहारिका ई-मित्र व कम्प्यूटर सेंटर पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने की सूचना मिली थी। जांच में पता चला कि आरोपी फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज बनाकर GST रजिस्ट्रेशन के जरिए टैक्स चोरी करते थे। इन दस्तावेजों का उपयोग साइबर ठगी और अन्य अवैध गतिविधियों में भी हो रहा था।

जांच में खुलासा हुआ कि गैंग ने 278 करोड़ रुपये के फर्जी बिलों के आधार पर GST इनपुट लिया और 246 करोड़ रुपये की GST इनपुट पास ऑन की। पुलिस और सेंट्रल GST टीम ने 244 फर्जी फर्मों में से 44 की पहचान ईमेल, पैन कार्ड और मोबाइल नंबर के आधार पर की, जबकि 196 फर्मों को अन्य डेटा से पकड़ा गया।

152 फर्मों का रजिस्ट्रेशन रद्द, 8 फर्में फर्जी पते पर
जांच में सामने आया कि 244 में से 152 फर्मों का GST रजिस्ट्रेशन अलग-अलग राज्यों में रद्द हो चुका है। 19 जून को जोधपुर में रजिस्टर्ड 8 फर्मों के पते फर्जी पाए गए। बाकी फर्मों की गहन जांच जारी है, जिससे टैक्स चोरी का आंकड़ा और बढ़ सकता है।

गैंग का मास्टरमाइंड और ऑपरेशन
मुख्य आरोपी प्रवीण पंवार (28) और सद्दाम हुसैन (30) मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे। ये 20-30 हजार रुपये के लालच में फर्जी पैन कार्ड, आधार कार्ड और नकली मोहरों का उपयोग कर बैंक खाते खुलवाते थे। इन खातों के जरिए फर्जी GST फर्मों में ट्रांजैक्शन दिखाकर टैक्स चोरी की जाती थी।

गैंग ने आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, दिल्ली, गोवा, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, वेस्ट बंगाल सहित 22 राज्यों में फर्जी फर्में बनाईं। इनके जरिए ई-बिल में फर्जी ट्रांजैक्शन दिखाकर 524 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की गई।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम
पुलिस ने 13 जून को प्रवीण पंवार और सद्दाम हुसैन को मसूरिया से गिरफ्तार किया। पूछताछ में किशन सिंह, रणवीर सिंह, गजेंद्र सिंह, अमित भाटी और चेलाराम के नाम सामने आए। सभी को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया है।

पुलिस की कार्रवाई
DST (पश्चिम) के कॉन्स्टेबल दलाराम को फर्जी आधार कार्ड की सूचना मिली थी। मुखबिर से मिले 5 आधार कार्ड (असली और फर्जी) के आधार पर जांच शुरू हुई। प्रवीण और सद्दाम के मोबाइल से बड़ी संख्या में फर्जी पैन कार्ड, आधार कार्ड, ईमेल और मोबाइल नंबर बरामद हुए।

मोडस ऑपरेंडी

  • सद्दाम व्यक्ति को लाता और उसका असली आधार कार्ड लेता।
  • प्रवीण फर्जी साइन और नकली मोहरों से एड्रेस अपडेट का आवेदन करता।
  • 5 दिन में आधार कार्ड का एड्रेस दूसरे राज्य का कर दिया जाता।
  • फर्जी आधार से सिम और बैंक खाता खुलवाया जाता।
  • रेंट एग्रीमेंट बनाकर उद्यम पोर्टल पर फर्म रजिस्टर की जाती।
  • GST नंबर और करंट अकाउंट खोलकर हवाला, कैसीनो और GST चोरी के लिए इस्तेमाल किया जाता।

पुलिस और GST विभाग संयुक्त रूप से बाकी फर्मों की जांच कर रहे हैं। DCP ने बताया कि घोटाले का दायरा और बढ़ सकता है। सरकार को 524 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है, और यह आंकड़ा जांच के बाद बढ़ने की संभावना है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .