बीकानेर में BSF की बड़ी कार्रवाई,12 करोड़ की हेरोइन के साथ,दो तस्कर गिरफ्तार.

बीकानेर के खाजूवाला-रावला सीमा क्षेत्र में बीएसएफ इंटेलिजेंस ब्रांच ने 12 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त की। लवप्रीत सिंह और सुखवंत सिंह नामक दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए तस्करी की गई हेरोइन के 5 पैकेट सुखवंत के घर से बरामद हुए। बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट महेश चंद्र जाट और निरीक्षक कमलेश कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई राजस्थान फ्रंटियर आईजी एम.एल. गर्ग के निर्देशन में हुई।

Aug 27, 2025 - 22:28
बीकानेर में BSF की बड़ी कार्रवाई,12 करोड़ की हेरोइन के साथ,दो तस्कर गिरफ्तार.

बीकानेर, राजस्थान: सीमा सुरक्षा बल (BSF) की इंटेलिजेंस ब्रांच ने खाजूवाला-रावला सीमा क्षेत्र में नशे की तस्करी के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस ऑपरेशन में बीएसएफ ने करीब 12 करोड़ रुपये कीमत की हेरोइन जब्त की और दो तस्करों, लवप्रीत सिंह और सुखवंत सिंह, को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई बीएसएफ राजस्थान फ्रंटियर के आईजी एम.एल. गर्ग के निर्देशन और इंटेलिजेंस ब्रांच के डिप्टी कमांडेंट महेश चंद्र जाट के नेतृत्व में की गई।

ऑपरेशन का विवरण

BSF इंटेलिजेंस ब्रांच को खुफिया सूचना मिली थी कि पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में मादक पदार्थों की तस्करी की जा रही है। इस सूचना के आधार पर बीएसएफ की जी ब्रांच ने खाजूवाला-रावला सीमावर्ती क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान शुरू किया। सर्च ऑपरेशन के दौरान एक गांव में सुखवंत सिंह के घर से हेरोइन के पांच पैकेट बरामद किए गए, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 12 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस कार्रवाई में बीएसएफ इंटेलिजेंस ब्रांच के निरीक्षक सामान्य कमलेश कुमार का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। डिप्टी कमांडेंट महेश चंद्र जाट को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर यह ऑपरेशन रणनीतिक ढंग से चलाया गया, जिसमें स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय भी स्थापित किया गया।

तस्करों की गिरफ्तारी

सर्च अभियान के दौरान BSF ने दो संदिग्धों, लवप्रीत सिंह और सुखवंत सिंह, को हिरासत में लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि ये दोनों तस्कर पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजी गई हेरोइन की खेप को भारतीय क्षेत्र में लेने की योजना बना रहे थे। सुखवंत सिंह के घर से बरामद हेरोइन के पैकेट इस बात का सबूत हैं कि यह इलाका मादक पदार्थों की तस्करी का गढ़ बन चुका है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच के लिए स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है।

पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए तस्करी

BSF के अधिकारियों का मानना है कि यह हेरोइन पाकिस्तानी तस्करों द्वारा ड्रोन के माध्यम से भारतीय सीमा में गिराई गई थी। हाल के महीनों में भारत-पाक सीमा पर ड्रोन के जरिए नशे और हथियारों की तस्करी के मामले बढ़े हैं। बीएसएफ ने इस खतरे से निपटने के लिए सीमा पर अपनी निगरानी को और सख्त कर दिया है। एंटी-ड्रोन सिस्टम, नाइट विजन कैमरे, और थर्मल इमेजिंग डिवाइस जैसे आधुनिक उपकरणों का उपयोग कर बीएसएफ तस्करों के मंसूबों को नाकाम कर रही है।

BSF की सतर्कता और स्थानीय सहयोग

इस कार्रवाई को बीएसएफ की सतर्कता और स्थानीय लोगों के सहयोग का परिणाम माना जा रहा है। बीएसएफ समय-समय पर सीमावर्ती गांवों में जागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों और तस्करी के खतरों के बारे में शिक्षित करती रही है। इस ऑपरेशन की सफलता में स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों का सहयोग भी महत्वपूर्ण रहा।

बीकानेर में तस्करी के खिलाफ सतत प्रयास

बीकानेर का खाजूवाला-रावला क्षेत्र भारत-पाक सीमा पर तस्करी का प्रमुख केंद्र रहा है। हाल के महीनों में बीएसएफ ने इस क्षेत्र में कई बड़ी कार्रवाइयां की हैं। उदाहरण के लिए:

मार्च 2025 में 15 करोड़ रुपये की 3 किलो हेरोइन बरामद की गई थी। 

अक्टूबर 2024 में 14 करोड़ रुपये की 2.5 किलो हेरोइन और एक पाकिस्तानी ड्रोन जब्त किया गया था।

जुलाई 2024 में 2 किलो हेरोइन के साथ तस्कर हरदीप सिंह को गिरफ्तार किया गया था।

इन कार्रवाइयों से साफ है कि BSF की इंटेलिजेंस ब्रांच और फील्ड यूनिट्स नशे की तस्करी को रोकने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं।

भविष्य की रणनीति

BSF राजस्थान फ्रंटियर के आईजी एम.एल. गर्ग ने कहा कि सीमा पर तस्करी और घुसपैठ को रोकने के लिए बीएसएफ पूरी तरह तैयार है। सीसीटीवी सर्विलांस, एंटी-ड्रोन सिस्टम, और अन्य तकनीकी उपकरणों को और मजबूत किया जा रहा है। इसके अलावा, स्थानीय समुदाय को जागरूक करने और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।