8वीं कक्षा के एक स्कूली छात्र ने 10वीं कक्षा के छात्र की चाकू मारकर की हत्या....

अहमदाबाद के सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट स्कूल में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। 19 अगस्त 2025 को कक्षा 8 के एक छात्र ने मामूली विवाद में कक्षा 10 के छात्र नयन की चाकू मारकर हत्या कर दी। नयन की मौत ने परिजनों और सिंधी समुदाय के दिलों में गहरा आघात पहुंचाया। गुस्साई भीड़ ने स्कूल में तोड़फोड़ की, कर्मचारियों पर हमला किया और सड़क जाम कर दी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आरोपी नाबालिग को हिरासत में लिया। यह घटना स्कूलों में सुरक्षा और बच्चों में बढ़ती हिंसा पर सवाल उठाती है, जो हर माता-पिता और समाज के लिए चिंता का विषय है।

Aug 20, 2025 - 17:23
8वीं कक्षा के एक स्कूली छात्र ने 10वीं कक्षा के छात्र की चाकू मारकर की हत्या....

गुजरात के अहमदाबाद के खोखरा इलाके में स्थित सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट स्कूल में 19 अगस्त 2025 को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां कक्षा 8 के एक छात्र ने कक्षा 10 के छात्र नयन पर चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया और मृतक के परिजनों व स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। गुस्साई भीड़ ने स्कूल परिसर में जमकर तोड़फोड़ की, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा।

क्या थी घटना?

पुलिस के अनुसार, मंगलवार दोपहर को स्कूल की छुट्टी के बाद मृतक छात्र नयन अपने चचेरे भाई के साथ सीढ़ियों से उतर रहा था। तभी 8वीं कक्षा के एक छात्र से उसका किसी बात को लेकर मामूली विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी छात्र ने अपने बैग से चाकू निकाला और नयन पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। घायल नयन को तुरंत मणिनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण बुधवार, 20 अगस्त को उसकी मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों छात्रों के बीच पहले से ही पुरानी रंजिश थी। कुछ दिन पहले दोनों के बीच धक्का-मुक्की और कहासुनी हुई थी, जिसका बदला लेने के लिए आरोपी ने चाकू से हमला किया। पुलिस ने बताया कि यह घटना स्कूल के बाहर मनिषा सोसाइटी के गेट के पास हुई। सीसीटीवी फुटेज में नयन को पेट पकड़े स्कूल परिसर में भागते देखा गया, जिसके बाद सुरक्षा गार्ड ने स्कूल प्रशासन और पुलिस को सूचना दी।

परिजनों और भीड़ का गुस्सा

नयन की मौत की खबर फैलते ही मृतक के परिजन, सिंधी समुदाय के लोग, और स्थानीय निवासी स्कूल के बाहर जमा हो गए। गुस्साई भीड़ ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिसर में घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। स्कूल की खिड़कियां, दरवाजे, फर्नीचर, और पार्किंग में खड़ी बसों, कारों व दोपहिया वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया। भीड़ ने प्रिंसिपल और अन्य कर्मचारियों पर भी हमला किया। कुछ कर्मचारियों को पीटा गया, और एक कर्मचारी का कॉलर पकड़कर उसे ऊपर खींचने की घटना भी सामने आई। स्थिति तब और बिगड़ गई जब बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद (विहिप), और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता भी स्कूल पहुंचे। भगवा गमछा बांधे कार्यकर्ताओं ने 'जय श्री राम' के नारे लगाए और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। करीब 2,000 लोगों की भीड़ ने स्कूल के बाहर सड़क जाम कर दी और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन को पलटने की कोशिश भी की। 

सांप्रदायिक तनाव का खतरा

मृतक छात्र नयन सिंधी समुदाय से था, जबकि आरोपी छात्र मुस्लिम समुदाय से बताया जा रहा है। कुछ प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि दोनों छात्रों के बीच नॉनवेज खाने को लेकर विवाद हुआ था। इस कारण घटना ने सांप्रदायिक रंग ले लिया, जिससे इलाके में तनाव बढ़ गया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात किया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

परिजनों और समाज की मांग

मृतक के परिजनों और प्रदर्शनकारियों ने स्कूल प्रशासन पर सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अगर स्कूल में उचित सुरक्षा व्यवस्था होती, जैसे बैग चेकिंग या हथियारों पर निगरानी, तो यह घटना टाली जा सकती थी। कुछ लोगों ने स्कूल से मुस्लिम समुदाय के छात्रों को हटाने की मांग भी की, जिसे पुलिस ने सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला कदम बताया। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की है। 

सवालों के घेरे में स्कूल की सुरक्षा

यह घटना स्कूलों में बढ़ती हिंसा और बच्चों के बीच हथियारों के उपयोग को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। अभिभावकों और सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाए। साथ ही, बच्चों में बढ़ते गुस्से और हिंसक व्यवहार को नियंत्रित करने के लिए स्कूलों और अभिभावकों को मिलकर काम करने की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है। पुलिस ने फिलहाल स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है, लेकिन इस घटना ने अहमदाबाद के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। जांच पूरी होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इस दुखद घटना के पीछे की असल वजह क्या थी और इसे कैसे रोका जा सकता था।