उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने किया रोडवेज बस स्टैंड का औचक निरीक्षण, गंदगी पर जताई नाराजगी
उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने टोंक रोडवेज बस स्टैंड का औचक निरीक्षण किया, गंदगी पर नाराजगी जताई और सुधार के निर्देश दिए। उनके साथ जिला अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान और जिला प्रमुख सरोज बंसल मौजूद थे।

राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने शनिवार को टोंक के रोडवेज बस स्टैंड का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बस स्टैंड पर व्याप्त गंदगी और अव्यवस्था को देखकर कड़ा रुख अपनाया और अधिकारियों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए। उनके साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान और जिला प्रमुख सरोज बंसल भी मौजूद थे। यह निरीक्षण उपमुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास के दौरान जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर राजापार्क के समीप हुआ।
बस स्टैंड की स्थिति पर नाराजगी
उपमुख्यमंत्री बैरवा ने बस स्टैंड पर गंदगी, टूटी-फूटी सड़कों और यात्रियों के लिए अपर्याप्त सुविधाओं पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "यात्री सुविधाओं का अभाव और गंदगी अस्वीकार्य है। यहाँ आने वाले यात्रियों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए।" उन्होंने रोडवेज अधिकारियों को निर्देश दिए कि तत्काल सफाई अभियान शुरू किया जाए और नियमित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, उन्होंने बसों की स्थिति और उनकी नियमित जाँच पर भी जोर दिया।
स्थानीय नेताओं ने दिया साथ
निरीक्षण के दौरान जिला अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान ने उपमुख्यमंत्री के निर्देशों का समर्थन करते हुए कहा, "हमें टोंक को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाना होगा। बस स्टैंड शहर की पहचान है, और यहाँ की स्थिति में सुधार के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे।" जिला प्रमुख सरोज बंसल ने भी यात्रियों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की माँग की।
हाल ही में टोंक में बस हादसा
यह निरीक्षण ऐसे समय में हुआ है जब हाल ही में टोंक के तारण गांव के पास नेशनल हाईवे 148D पर एक रोडवेज बस अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई थी। इस हादसे में 43 यात्री घायल हो गए थे, जिनमें 24 पुरुष, 17 महिलाएँ और 2 बच्चे शामिल थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस में 70 से अधिक यात्री सवार थे, जबकि यह 52 सीटों वाली थी। ओवरलोडिंग और टायर फटने के कारण बस का एक्सल टूट गया, जिससे यह हादसा हुआ।
हादसे के बाद चंद्रवीर सिंह चौहान सहित कई भाजपा नेता घायलों का हाल जानने अस्पताल पहुँचे थे और उन्होंने डॉक्टरों को इलाज में कोई लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए थे। इस घटना ने रोडवेज बसों की सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद उपमुख्यमंत्री का यह औचक निरीक्षण और भी महत्वपूर्ण हो गया।
सुधार के लिए कड़े निर्देश
उपमुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान बस चालकों और कंडक्टरों से भी बातचीत की। उन्होंने बसों की तकनीकी स्थिति, चालकों की ट्रेनिंग और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित जाँच पर बल दिया। उन्होंने कहा, "रोडवेज बसें आम लोगों का मुख्य परिवहन साधन हैं। इनकी स्थिति और प्रबंधन में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
उन्होंने जिला प्रशासन और रोडवेज प्रबंधन को एक सप्ताह के भीतर बस स्टैंड की स्थिति में सुधार करने और एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने ओवरलोडिंग की समस्या को गंभीरता से लेते हुए इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।