दहेज की भेंट चढ़ी तनु: ससुराल की क्रूरता ने छीनी जिंदगी, गली में दफनाया शव

फरीदाबाद, हरियाणा में 24 वर्षीय तनु सिंह राजपूत की हत्या कर उसके ससुराल वालों ने शव को घर के सामने गली में 10 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया। दो महीने तक लापता बताने के बाद, पड़ोसियों की सूचना और परिवार के शक पर पुलिस ने गली खोदकर शव बरामद किया। तनु के ससुराल वाले दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करते थे। पुलिस ने चार आरोपियों, जिनमें तनु का पति अरुण और ससुर भूप सिंह शामिल हैं, को हिरासत में लिया है। शव को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

Jun 21, 2025 - 19:08
Jun 21, 2025 - 19:08
दहेज की भेंट चढ़ी तनु: ससुराल की क्रूरता ने छीनी जिंदगी, गली में दफनाया शव

हरियाणा के फरीदाबाद जिले के पल्ला इलाके में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। 24 वर्षीय तनु सिंह राजपूत, जो उत्तर प्रदेश के शिकोहाबाद की रहने वाली थी, की हत्या उसके ससुराल वालों ने कर दी और शव को घर के सामने वाली गली में 10 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया। दो महीने तक ससुराल पक्ष ने तनु के लापता होने का नाटक किया, लेकिन आखिरकार सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने शुक्रवार, 20 जून 2025 को जेसीबी मशीन की मदद से गली की खुदाई कर तनु का सड़ा-गला शव बरामद किया। इस मामले में ससुराल के चार सदस्यों को हिरासत में लिया गया है।

घटना का विवरण: हत्या और शव को छिपाने की साजिश

तनु की शादी 2023 में फरीदाबाद के रोशन नगर निवासी अरुण सिंह से हुई थी। तनु के परिजनों का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। सोने के गहने और नकदी की मांग के चलते तनु को कई बार मायके में रहना पड़ा। पंचायत के हस्तक्षेप के बाद वह ससुराल लौटी, लेकिन उत्पीड़न जारी रहा।

लगभग दो महीने पहले, 23 अप्रैल 2025 को तनु अचानक लापता हो गई। ससुराल वालों ने दावा किया कि वह मानसिक रूप से अस्थिर थी और घर छोड़कर भाग गई। तनु की बहन प्रीति ने बताया कि परिवार को ससुराल वालों की बातों पर शक हुआ, क्योंकि तनु बिना बताए कभी कहीं नहीं जाती थी। परिवार ने नवीन नगर पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज की, लेकिन शुरुआत में पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।

पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि 23 अप्रैल को अरुण और उनके पिता भूप सिंह ने गली में गड्ढा खुदवाया था, यह कहकर कि घर का गंदा पानी निकालने के लिए जगह चाहिए। अगले दिन, 24 अप्रैल को गड्ढे को सीमेंट की स्लैब से ढक दिया गया। 25 अप्रैल को ससुराल वालों ने तनु की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने तनु की मानसिक अस्थिरता का हवाला दिया। पुलिस अब मानती है कि तनु की हत्या 22 या 23 अप्रैल को की गई और उसी रात शव को गड्ढे में दफनाया गया।

सच्चाई का खुलासा: पिता का शक और पुलिस की कार्रवाई

तनु के पिता हाकिम सिंह को ससुराल वालों की कहानी पर यकीन नहीं हुआ। उन्होंने लगातार पुलिस पर दबाव बनाया और स्थानीय सूत्रों से मिली गुप्त जानकारी के आधार पर शक जताया कि तनु की हत्या कर शव को घर के पास ही दफनाया गया है। इस सूचना के बाद पुलिस हरकत में आई। डीसीपी (सेंट्रल) ऊषा कुंडू ने बताया कि एक सप्ताह पहले दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की।

20 जून 2025 को पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जेसीबी से गली की खुदाई शुरू की। करीब 10 फीट की गहराई पर तनु का शव बरामद हुआ, जो बुरी तरह सड़ चुका था। शव को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि हत्या के कारण और समय की पुष्टि हो सके।

आरोपियों की गिरफ्तारी: ससुर का कबूलनामा

खुदाई से पहले पुलिस ने अरुण के पिता भूप सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। घंटों की पूछताछ के बाद भूप सिंह ने कथित तौर पर हत्या का अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि तनु की हत्या चुन्नी से गला घोंटकर की गई थी और रात के अंधेरे में शव को गड्ढे में दफनाया गया। पुलिस ने अरुण सिंह, भूप सिंह और ससुराल के दो अन्य सदस्यों को हिरासत में लिया है। पल्ला थाना प्रभारी सत्य प्रकाश ने कहा कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों से पूछताछ जारी है।

पड़ोसियों की गवाही: शक की शुरुआत

पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि गड्ढा खुदवाने के बाद ससुराल वालों का व्यवहार संदिग्ध था। कुछ ने देखा कि गड्ढे को जल्दबाजी में सीमेंट से ढका गया। तीन दिन बाद जब ससुराल वालों ने तनु के लापता होने की बात कही, तो पड़ोसियों को शक हुआ। एक पड़ोसी ने बताया, "उन्होंने कहा था कि गड्ढा पानी निकासी के लिए है, लेकिन इतनी जल्दी स्लैब डालना अजीब था।"

पुलिस की जांच और परिवार का गुस्सा

तनु के भाई योगेश ने पुलिस पर शुरुआती लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर इसे हल्के में लिया और सुझाव दिया कि तनु शायद अपनी मर्जी से चली गई हो।  

यह घटना न केवल एक परिवार की क्रूरता को उजागर करती है, बल्कि दहेज जैसी सामाजिक बुराई पर भी सवाल उठाती है। तनु के परिवार का दावा है कि ससुराल वालों की लालच और उत्पीड़न ने उसकी जान ले ली। इस मामले ने फरीदाबाद में दहेज उत्पीड़न और महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मुद्दे को फिर से चर्चा में ला दिया है।