बाड़मेर में दर्दनाक सड़क हादसा: नशे में धुत स्कॉर्पियो चालक ने टेंपो को ठोका, चालक राहुल की इलाज के दौरान दर्दनाक मौत
बाड़मेर के शास्त्री नगर अंडर ब्रिज पर नशे में धुत स्कॉर्पियो चालक ने टेंपो को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें टेंपो चालक राहुल गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बाड़मेर, 6 नवंबर 2025:
राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक बार फिर सड़क पर मौत का तांडव देखने को मिला। शास्त्री नगर अंडर ब्रिज से चामुंडा चौराहा की ओर जाने वाली व्यस्त सड़क पर गुरुवार दोपहर एक टेंपो और स्कॉर्पियो के बीच जोरदार टक्कर हो गई। हादसा इतना भयावह था कि टेंपो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने घायल को तत्काल बाड़मेर जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान टेंपो चालक ने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान राहुल के रूप में हुई है, जो शास्त्री नगर अंडर ब्रिज क्षेत्र का निवासी बताया जा रहा है।
हादसे की पूरी कथा: नशे की धुंध में लापरवाही बनी मौत का कारण घटना गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे की है, जब राहुल अपनी टेंपो से चामुंडा चौराहा की ओर जा रहा था। उसी दौरान विपरीत दिशा से तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने टेंपो को जोरदार धक्का मार दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कॉर्पियो चालक नशे में धुत था। स्थानीय लोगों का कहना है कि चालक की आंखों में नशे की धुंध साफ दिख रही थी, जिसके कारण वह सड़क पर नियंत्रण खो बैठा और टेंपो को ठोक दिया। टक्कर इतनी तेज थी कि टेंपो का आगे का हिस्सा चूर-चूर हो गया, जबकि स्कॉर्पियो भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।राहुल को चोटें इतनी गंभीर लगीं कि वह तुरंत बेहोश हो गया। आसपास के लोग दौड़ पड़े और किसी तरह उसे वाहन से बाहर निकाला। स्थानीय निवासियों ने तत्काल 108 एम्बुलेंस को सूचना दी, जो कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंची। घायल राहुल को बाड़मेर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया। लेकिन चोटों की गंभीरता के कारण इलाज के दौरान ही उसकी सांसें थम गईं। अस्पताल के चिकित्सकों ने मृत्यु का समय दोपहर 2:15 बजे बताया।
राहुल का परिवार और इलाका शोक में डूबा: राहुल शास्त्री नगर अंडर ब्रिज क्षेत्र के एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखता था। वह अपनी टेंपो से परिवार का पेट पालने के लिए रोजाना सड़कों पर मेहनत करता था। पड़ोसियों के अनुसार, राहुल एक मेहनती और जिम्मेदार युवक था, जो अपने परिवार की मुख्य कमाऊ शक्ति था। उसकी मौत की खबर फैलते ही इलाके में सन्नाटा छा गया। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि स्थानीय लोग स्कॉर्पियो चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया, "राहुल का परिवार पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। यह हादसा उनके लिए वज्रपात जैसा है। नशे में गाड़ी चलाने वाले को सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।"
पुलिस जांच और नशे का एंगल; बाड़मेर सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक पूछताछ में स्कॉर्पियो चालक ने नशा करने की बात से इनकार किया है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों और संभावित मेडिकल टेस्ट के आधार पर पुलिस मामले को नशा प्रभावित हादसे के रूप में दर्ज कर रही है। एसपी बाड़मेर ने बताया कि स्कॉर्पियो चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वाहनों को क्रेन से हटाकर यातायात बहाल कर दिया गया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 304ए (लापरवाही से मौत) और मोटर व्हीकल एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही, नशे के सैंपल टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
सड़क सुरक्षा पर सवाल: बाड़मेर में बढ़ते हादसे चिंता का विषय बाड़मेर जिला, जो राजस्थान का एक प्रमुख रेगिस्तानी इलाका है, यहां सड़क हादसों का केंद्र बन चुका है। हाल ही में बालोतरा के पास ट्रेलर और स्कॉर्पियो की टक्कर में चार युवकों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी है, जबकि मई में डुंगेरो का तला पर चार वाहनों की चेन टक्कर में दो की जान गई थी। व्यस्त सड़कों पर स्पीड ब्रेकर, ट्रैफिक साइनेज और नशा परीक्षण की कमी हादसों को बढ़ावा दे रही है। स्थानीय प्रशासन ने घोषणा की है कि शास्त्री नगर क्षेत्र में ट्रैफिक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और नशे में वाहन चलाने वालों पर सख्ती बरती जाएगी।