पार्किंग में खड़े ट्रेलर में भीषण आग, केबिन में सो रहे चालक की जलने से दर्दनाक मौत

अजमेर के किशनगढ़-हरमाड़ा रोड पर पार्किंग में खड़े ग्रेनाइट लदे ट्रेलर में रात 11:30 बजे भीषण आग लगी, केबिन में सो रहे 35 वर्षीय चालक मुकेश रैगर की जलकर मौत; शॉर्ट सर्किट संदेह, फॉरेंसिक जांच जारी।

Nov 4, 2025 - 09:50
पार्किंग में खड़े ट्रेलर में भीषण आग, केबिन में सो रहे चालक की जलने से दर्दनाक मौत

अजमेर, 04 नवंबर 2025:

राजस्थान के अजमेर जिले में किशनगढ़-हरमाड़ा रोड पर स्थित एक निजी ट्रक पार्किंग में सोमवार देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। पार्किंग में खड़े एक ट्रेलर में अचानक भीषण आग लग गई, जो इतनी तेजी से फैली कि ट्रेलर का पूरा केबिन लपटों की चपेट में आ गया। इस हादसे में ट्रेलर के केबिन में गहरी नींद में सो रहे चालक की मौके पर ही जलकर मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त कुचील (अजमेर) निवासी 35 वर्षीय मुकेश रैगर के रूप में हुई है। घटना रात करीब 11:30 बजे की बताई जा रही है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।

हादसे की शुरुआत और आग का फैलाव;  किशनगढ़ के हरमाड़ा रोड पर स्थित यह निजी ट्रक पार्किंग है, जहां दर्जनों ट्रक और ट्रेलर रोजाना खड़े होते हैं। मृतक मुकेश रैगर एक ट्रक चालक था, जो लंबी दूरी की यात्रा के बाद थककर ट्रेलर के केबिन में आराम करने के लिए लेट गया था। ट्रेलर में ग्रेनाइट का भारी माल लदा हुआ था, जो राजस्थान के खनन क्षेत्रों से अन्य राज्यों में ले जाया जाना था। रात के समय पार्किंग में अन्य चालक और मजदूर भी मौजूद थे, लेकिन अधिकांश सो चुके थे।अचानक अज्ञात कारणों से ट्रेलर में आग की लपटें उठने लगीं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सबसे पहले केबिन के पास से धुआं निकलता दिखा, जो देखते ही देखते विशाल लपटों में बदल गया। आग की तीव्रता इतनी भयावह थी कि मात्र कुछ मिनटों में पूरा ट्रेलर आग के गोले में तब्दील हो गया। चालक मुकेश केबिन में फंसा रहा और उसे बाहर निकलने का कोई मौका नहीं मिला। वह आग की लपटों में बुरी तरह झुलस गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। आग ग्रेनाइट के माल तक पहुंच गई, जिससे धुआं और गर्मी कई गुना बढ़ गई। ग्रेनाइट जैसे ज्वलनशील पदार्थ न होने के बावजूद, ट्रेलर के डीजल टैंक, टायर और इलेक्ट्रिकल वायरिंग ने आग को और भड़काने का काम किया।राहत और बचाव कार्यआसपास के लोगों ने ट्रेलर से उठती आग की लपटें और घना धुआं देखते ही चीख-पुकार मचा दी। पार्किंग में मौजूद अन्य चालकों और स्थानीय निवासियों ने तुरंत गांधीनगर थाना पुलिस और दमकल विभाग को फोन कर सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम और दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फायर ब्रिगेड के जवानोंने कड़ी मशक्कत की और करीब एक घंटे की कवायद के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। हालांकि, तब तक ट्रेलर पूरी तरह जलकर राख हो चुका था। आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि पास खड़े अन्य ट्रकों और वाहनों को तुरंत हटाना पड़ा, ताकि आग आगे न फैले। सौभाग्य से, कोई अन्य वाहन या व्यक्ति इसकी चपेट में नहीं आया।फायर अधिकारी ने बताया कि आग बुझाने में पानी की बड़ी मात्रा का इस्तेमाल किया गया, लेकिन ग्रेनाइट के माल की वजह से धुआं लंबे समय तक बना रहा। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल था और बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर भीड़ को नियंत्रित किया।

प्रारंभिक जांच और संभावित कारण;   प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट या ट्रेलर की किसी तकनीकी खराबी को माना जा रहा है। ट्रेलर पुराना होने के कारण उसकी वायरिंग में समस्या हो सकती थी, या फिर केबिन में रखे किसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (जैसे मोबाइल चार्जर) से स्पार्किंग हुई हो। ट्रेलर में डीजल का रिसाव भी एक संभावित कारण हो सकता है। हालांकि, पुलिस ने कोई निष्कर्ष निकालने से पहले एहतियात बरतते हुए फॉरेंसिक टीम (एफएसएल) को मौके पर बुलाया है। टीम ने सैंपल इकट्ठा किए हैं और विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आग के वास्तविक कारणों का पता चलेगा।पुलिस ने यह भी जांच शुरू की है कि क्या पार्किंग में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम थे। पार्किंग में फायर एक्सटिंग्विशर, पानी की व्यवस्था और इलेक्ट्रिकल कनेक्शन की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। यदि कोई लापरवाही पाई गई, तो संबंधित पार्किंग मालिक के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।शव का पोस्टमार्टम और परिजनों की स्थितिपुलिस ने मृतक मुकेश रैगर के जले हुए शव को मौके से बरामद कर राजकीय वाईएन अस्पताल (अजमेर) की मोर्चरी में रखवाया है। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम किया जाएगा, जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। मुकेश के परिवार में पत्नी, दो छोटे बच्चे और बुजुर्ग माता-पिता हैं। हादसे की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और रो-रोकर बुरा हाल हो गया। कुचील गांव में मातम का माहौल है। मुकेश परिवार का इकलौता कमाने वाला था, जो ट्रक चलाकर गुजारा करता था।