जब शहर सो कर जाग रहा होता तब सड़कों पर होती है हमारी कलेक्टर साहिबा, IAS टीना डाबी की सक्रियता से बदल रही शहर की सूरत
बाड़मेर में 'नवो बाड़मेर' अभियान के तहत जिला कलेक्टर टीना डाबी के नेतृत्व में स्वच्छता और सौंदर्यीकरण का कार्य जोरों पर है। सुबह पांच बजे नालों की सफाई का जायजा लेने वाली टीना डाबी की सक्रियता से शहर की सूरत बदल रही है। अभियान में अधिकारियों की टीमें, जेसीबी, और भामाशाहों का सहयोग शामिल है, जिसका लक्ष्य बाड़मेर को स्वच्छ और मॉडल सिटी बनाना है।

बाड़मेर, राजस्थान: पश्चिम राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर में स्वच्छता और शहर के सौंदर्यीकरण को लेकर एक बार फिर 'नवो बाड़मेर' अभियान जोर पकड़ने जा रहा है। इस अभियान की कमान संभाल रही हैं जिला कलेक्टर टीना डाबी ( Tina Dabi ) , जो अपनी अनूठी कार्यशैली और सक्रिय प्रशासनिक दृष्टिकोण के लिए जानी जाती हैं। सुबह के पहले प्रहर में, जब शहर अभी नींद से जाग रहा होता है, टीना डाबी तड़के पांच बजे सड़कों पर उतरकर नालों की सफाई का जायजा ले रही हैं। उनके इस समर्पण और नेतृत्व ने बाड़मेर की जनता में स्वच्छता के प्रति नई जागरूकता पैदा की है।
'नवो बाड़मेर' अभियान का पुनरागमन
'नवो बाड़मेर' अभियान का उद्देश्य बाड़मेर शहर को स्वच्छ, सुंदर और मॉडल सिटी के रूप में स्थापित करना है। इस अभियान की शुरुआत टीना डाबी ने सितंबर 2024 में की थी, जब उन्होंने बाड़मेर जिला कलेक्टर का कार्यभार संभाला। अब, मानसून से पहले जलभराव और गंदगी की समस्याओं से निपटने के लिए इस अभियान को फिर से गति दी जा रही है। टीना डाबी के नेतृत्व में यह अभियान न केवल नालों की सफाई पर केंद्रित है, बल्कि शहर की सड़कों, चौराहों और गलियों को कचरा-मुक्त करने का भी लक्ष्य रखता है।
पिछले अभियान के दौरान, टीना डाबी ने सुबह तीन बजे से शुरू होने वाली सफाई प्रक्रिया की निगरानी की थी। इस बार भी वे तड़के पांच बजे अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों के साथ सड़कों पर उतर रही हैं। उनके साथ दो आईएएस, तीन आरएएस और 18 अन्य अधिकारियों की एक विशेष टीम है, जो नोडल अधिकारियों के रूप में कार्य कर रही है। प्रत्येक टीम के साथ बाड़मेर नगर परिषद के 30-30 कर्मचारी सफाई कार्य में जुटे हैं।
सुबह पांच बजे का जायजा: टीना डाबी की अनूठी कार्यशैली
टीना डाबी की कार्यशैली की सबसे खास बात है उनका ग्राउंड जीरो पर उतरकर काम करना। सुबह पांच बजे, जब शहर में सन्नाटा होता है, वे अहिंसा सर्किल, रेलवे स्टेशन, कृषि मंडी, कलेक्ट्रेट और मल्लीनाथ सर्किल जैसे प्रमुख स्थानों पर पहुंचकर सफाई कार्य का निरीक्षण करती हैं। उनके साथ प्रशिक्षु आईएएस छाया सिंह, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह चांदावत, और आरएएस अधिकारी यक्ष चौधरी, श्रवण सिंह राजावत और वीरमा राम जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहते हैं।
यह भी पढ़े : बाड़मेर में फिर गूंजा 'नवो बाड़मेर'अभियान : टीना डाबी की अगुवाई में नालों की सफाई के लिए रात में चलेगा मेगा अभियान
टीना डाबी ने कहा, "मानसून से पहले नालों की सफाई अत्यंत जरूरी है ताकि बारिश में जलभराव की समस्या न हो। हमारा लक्ष्य बाड़मेर को स्वच्छ और सुंदर बनाना है, और इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है।" उन्होंने नगर परिषद को प्रत्येक नोडल अधिकारी को जेसीबी, ट्रैक्टर, लोडर डम्पर और 30 सफाई कर्मचारियों जैसे संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। सफाई कार्य सुबह पांच बजे से नौ बजे तक और शाम पांच बजे से आठ बजे तक दो शिफ्टों में किया जा रहा है।
अभियान की मुख्य विशेषताएं
'नवो बाड़मेर' अभियान के तहत कई रणनीतिक कदम उठाए जा रहे हैं:
1. नालों की गहन सफाई: शहर में लंबे समय से जमा कचरे और गंदगी को हटाने के लिए जेसीबी और ट्रकों का उपयोग किया जा रहा है। नालों में पानी के प्रवाह को सुचारू करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
2. टीमों का गठन: 18 अधिकारियों की विशेष टीम बनाई गई है, जिसमें प्रत्येक अधिकारी अपने निर्धारित वार्ड में सफाई कार्य की निगरानी करता है। इसके लिए मोबाइल ऐप और सोशल मीडिया का उपयोग भी किया जा रहा है।
3. भामाशाहों का सहयोग: अभियान में स्थानीय भामाशाहों और उद्यमियों का सहयोग लिया जा रहा है। कई चौराहों, पार्कों और सड़कों को भामाशाहों द्वारा गोद लिया गया है, जिनमें जोगेंद्र सिंह चौहान जैसे समाजसेवी शामिल हैं, जिन्होंने भामाशाह तनसिंह चौहान मार्ग को 24 घंटे में साफ कर एक रिकॉर्ड बनाया।
4. जागरूकता अभियान: टीना डाबी ने स्थानीय लोगों, खासकर महिलाओं और बच्चों, से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा, "हम सफाई कर रहे हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि लोग फिर से कचरा फेंकें। स्वच्छता हम सबकी जिम्मेदारी है।"
हालांकि, अभियान को लेकर कुछ विवाद भी सामने आए हैं। नगर परिषद के कुछ पार्षदों ने आरोप लगाया कि उन्हें इस अभियान में शामिल नहीं किया जा रहा और कचरा संग्रहण के टेंडर में अनियमितताएं हैं। इन आरोपों के बावजूद, टीना डाबी ने स्पष्ट किया कि अभियान का उद्देश्य केवल शहर की बेहतरी है और सभी को साथ लेकर काम किया जा रहा है
इस अभियान के तहत भविष्य में और अधिक वार्डों को शामिल किया जाएगा, और स्थानीय लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूलों और समुदायों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा, मोबाइल ऐप के जरिए सफाई कार्य की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है, जिससे पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित हो रही है।
बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी का 'नवो बाड़मेर' अभियान न केवल शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कर रहा है, बल्कि जनता में स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी पैदा कर रहा है। उनकी सुबह पांच बजे सड़कों पर उतरने की सक्रियता और ग्राउंड-लेवल मॉनिटरिंग ने बाड़मेर के लोगों में एक नई उम्मीद जगाई है। अगर यह अभियान इसी तरह चलता रहा, तो बाड़मेर जल्द ही स्वच्छता और सौंदर्य के मामले में देश के अन्य शहरों के लिए एक मिसाल बन सकता है।