बाड़मेर में फिर गूंजा 'नवो बाड़मेर'अभियान : टीना डाबी की अगुवाई में नालों की सफाई के लिए रात में चलेगा मेगा अभियान
बाड़मेर में जिला कलेक्टर टीना डाबी ने 'नवो बाड़मेर' अभियान के तहत मानसून से पहले शहर के मुख्य नालों की सफाई के लिए विशेष रात्रिकालीन अभियान शुरू करने का ऐलान किया है। यह अभियान 31 मई 2025 से शुरू होगा, जिसमें 3 आईएएस, 3 आरएएस और 18 अन्य अधिकारियों की टीम नालों की सफाई की निगरानी करेगी। प्रत्येक नोडल अधिकारी के साथ 30 सफाई कर्मचारियों की टीम, जेसीबी, ट्रैक्टर और अन्य संसाधन होंगे। सफाई रात 3 बजे से सुबह 9 बजे तक होगी, और उसी दिन शाम 5 बजे से 8 बजे तक कचरा उठाव होगा। यह कदम नालों में कचरे और जलभराव की समस्याओं को दूर करने के लिए उठाया गया है।

बाड़मेर, 30 मई 2025: आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए बाड़मेर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए जिला कलेक्टर टीना डाबी ने 'नवो बाड़मेर' अभियान के तहत एक बार फिर कमर कस ली है। इस बार शहर के मुख्य नालों की सफाई के लिए विशेष रात्रिकालीन अभियान शुरू करने का ऐलान किया गया है, जो शनिवार से शुरू होगा। इस अभियान का उद्देश्य नालों में जमा कचरे और गंदगी को हटाकर मानसून के दौरान जलभराव की समस्या से निजात दिलाना है।
18 अधिकारियों की विशेष टीम करेगी निगरानी
जिला कलेक्टर टीना डाबी ने इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिए 3 आईएएस, 3 आरएएस और 18 अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की एक विशेष टीम गठित की है। ये अधिकारी नोडल और सहायक नोडल अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे, जो शहर के विभिन्न हिस्सों में नालों की सफाई की निगरानी करेंगे। प्रत्येक नोडल अधिकारी के साथ 30 सफाई कर्मचारियों की टीम, जेसीबी, ट्रैक्टर, लोडर और डंपर जैसे संसाधन उपलब्ध होंगे।
कहां-कहां होगी सफाई?
अभियान के तहत शहर के प्रमुख क्षेत्रों में नालों की सफाई का खाका तैयार किया गया है:
- स्टेशन रोड से कलेक्ट्रेट परिसर: नोडल अधिकारी - तहसीलदार हुकमी चंद, सहायक नोडल अधिकारी - सुरेंद्र प्रताप सिंह।
- कलेक्ट्रेट परिसर से सर्किट हाउस: नोडल अधिकारी - तहसीलदार रामलाल, सहायक नोडल अधिकारी - प्रहलाद सिंह राजपुरोहित।
- सर्किट हाउस से जसदेर धाम: नोडल अधिकारी - मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार, सहायक नोडल अधिकारी - कंवराराम।
- राय कॉलोनी से कलेक्ट्रेट परिसर: नोडल अधिकारी - प्रशिक्षु आईएएस छाया सिंह, सहायक नोडल अधिकारी - नखताराम।
- स्टेशन रोड से नेहरू नगर via सिणधरी चौराहा: नोडल अधिकारी - उपखंड अधिकारी वीरमाराम, सहायक नोडल अधिकारी - जसवंत गौड़।
- चामुंडा सर्किल से कृषि मंडी: नोडल अधिकारी - यक्ष चौधरी, सहायक नोडल अधिकारी - कमलेश कुमार।
- शास्त्री नगर अंडरपास से चामुंडा सर्किल: नोडल अधिकारी - आर.बी. सिंह, सहायक नोडल अधिकारी - हेमाराम।
- कृषि मंडी से सिणधरी चौराहा: नोडल अधिकारी - राजेंद्र सिंह चांदावत, सहायक नोडल अधिकारी - टीलसिंह महेचा।
- सिणधरी चौराहा से सिणधरी रोड बाईपास: नोडल अधिकारी - श्रवण सिंह राजावत, सहायक नोडल अधिकारी - मोहित शर्मा।
रात 3 बजे से सुबह 9 बजे तक सफाई, शाम को कचरा उठाव
जिला कलेक्टर ने बताया कि नालों की सफाई का कार्य रात 3 बजे से सुबह 9 बजे तक चलेगा, ताकि दिन के समय आम जनजीवन प्रभावित न हो। सफाई के बाद उसी दिन शाम 5 बजे से 8 बजे तक कचरे का उठाव सुनिश्चित किया जाएगा। प्रत्येक दिन की प्रगति को फोटो और विवरण के साथ जिला कलेक्टर को भेजा जाएगा, ताकि अभियान की प्रभावशीलता पर नजर रखी जा सके।
टीना डाबी का संदेश: स्वच्छता के लिए सामूहिक जिम्मेदारी
टीना डाबी ने इस अभियान को लेकर कहा, "बाड़मेर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की जिम्मेदारी सिर्फ प्रशासन की नहीं, बल्कि हर नागरिक की है। नालों में कचरा जमा होने और जलभराव की शिकायतों को देखते हुए यह विशेष अभियान शुरू किया गया है। हमारा लक्ष्य है कि मानसून से पहले शहर के सभी मुख्य नाले साफ हो जाएं, ताकि बारिश में किसी को परेशानी न हो।"
'नवो बाड़मेर' की गूंज, बदलेगा शहर का चेहरा
'नवो बाड़मेर' अभियान पहले भी अपनी सक्रियता और प्रभावशीलता के लिए चर्चा में रहा है। जिला कलेक्टर टीना डाबी की अगुवाई में शुरू हुए इस अभियान ने सड़कों, चौराहों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई के साथ शहर की तस्वीर बदलने का काम किया है। अब नालों की सफाई के इस विशेष अभियान से बाड़मेर को मानसून के लिए तैयार करने की कवायद तेज हो गई है। स्थानीय लोगों और भामाशाहों के सहयोग से यह अभियान न केवल स्वच्छता को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि बाड़मेर को एक मॉडल सिटी बनाने की दिशा में भी अग्रसर है।
टीना डाबी का यह अभियान बाड़मेर के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। रात के समय चलने वाला यह सफाई अभियान न केवल नालों को साफ करेगा, बल्कि शहरवासियों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी लाएगा। क्या बाड़मेर इस बार स्वच्छता के मामले में इंदौर को टक्कर दे पाएगा? यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन टीना डाबी की यह पहल निश्चित रूप से शहर को नई दिशा दे रही है।