"बाड़मेर में दीपावली की धूम: बाजारों में भीड़, खरीदारी से बढ़ी रौनक"

Oct 19, 2025 - 15:00
Oct 19, 2025 - 17:57
"बाड़मेर में दीपावली की धूम: बाजारों में भीड़, खरीदारी से बढ़ी रौनक"

राजस्थान के बाड़मेर जिले में दीपावली का पर्व नजदीक आते ही बाजारों में रौनक छा गई है। दीपावली, जिसे प्रकाश और खुशियों का पर्व माना जाता है, के लिए बाड़मेर वासियों में एक अलग ही उत्साह और जोश देखने को मिल रहा है। शहर के विभिन्न बाजारों में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है, और हर दुकान पर खरीदारी का उत्साह चरम पर है। कपड़ों, फटाखों, दीपकों, पूजन सामग्री और अन्य वस्तुओं की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगातार बढ़ रही है, जिससे बाजारों की चमक और गहमागहमी कई गुना बढ़ गई है।

बाजारों में दिखा उत्साह

बाड़मेर के प्रमुख बाजार जैसे स्टेशन रोड, नेहरू मार्केट, और अन्य स्थानीय बाजार दीपावली की तैयारियों में पूरी तरह रंग चुके हैं। लोग अपने परिवार और घरों को सजाने के लिए तरह-तरह की वस्तुएं खरीद रहे हैं। कपड़ों की दुकानों पर महिलाएं, पुरुष और बच्चे नई पोशाकों का चयन करते नजर आए। साड़ियां, लहंगे, कुर्ते, और बच्चों के लिए आकर्षक परिधान दुकानों की शोभा बढ़ा रहे हैं। दुकानदारों ने भी दीपावली के अवसर पर विशेष छूट और ऑफर शुरू किए हैं, जिससे खरीदारी का उत्साह और बढ़ गया है।

फटाखों और दीपकों की मांग में इजाफा

दीपावली का पर्व बिना दीपकों और फटाखों के अधूरा माना जाता है। बाड़मेर के बाजारों में मिट्टी के दीपक, डिजाइनर मोमबत्तियां, और इलेक्ट्रिक लाइट्स की मांग में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। लोग अपने घरों को रोशनी से सजाने के लिए तरह-तरह के दीपक और लाइट्स खरीद रहे हैं। इसके साथ ही फटाखों की दुकानों पर भी युवाओं और बच्चों की भीड़ देखने को मिल रही है। पर्यावरण के प्रति जागरूकता को देखते हुए कई लोग ग्रीन फटाखों को प्राथमिकता दे रहे हैं, जिससे प्रदूषण कम हो और उत्सव का आनंद भी बरकरार रहे।

पूजन सामग्री की दुकानों पर भीड़

दीपावली के पर्व पर लक्ष्मी-गणेश पूजन का विशेष महत्व है। इसीलिए पूजन सामग्री की दुकानों पर भी ग्राहकों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। लोग मूर्तियां, अगरबत्ती, धूप, रोली, चंदन, और अन्य पूजन सामग्री खरीदने में व्यस्त हैं। कई दुकानदारों ने पूजन सामग्री के विशेष पैकेट तैयार किए हैं, जिनमें सभी आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं। बाड़मेर के स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीपक और मूर्तियों की मांग भी इस बार खासी देखी जा रही है, जो स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है।

*बाड़मेर वासियों का उत्साह*

दीपावली का पर्व बाड़मेर के लोगों के लिए केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत और खुशियों का प्रतीक है। हर व्यक्ति इस अवसर पर कुछ नया करने की सोच रखता है, चाहे वह नया परिधान हो, घर की सजावट हो, या फिर उपहारों का आदान-प्रदान। बाजारों में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी उत्साह के साथ खरीदारी करते नजर आए। कई परिवार एक साथ बाजार में निकल रहे हैं, जिससे बाजारों में पारिवारिक माहौल और उत्सव की रौनक और बढ़ गई है।

दुकानदारों की चमकी किस्मत

दीपावली के मौके पर बाड़मेर के दुकानदारों के चेहरे भी खुशी से खिले हुए हैं। पिछले कुछ वर्षों में महामारी और अन्य कारणों से बाजारों में रौनक कम थी, लेकिन इस बार दीपावली ने व्यापारियों की उम्मीदों को नया रंग दिया है। कपड़ा व्यापारी हो, फटाखा विक्रेता हो, या फिर पूजन सामग्री बेचने वाले, सभी का कहना है कि इस बार ग्राहकों की संख्या और बिक्री में अच्छी वृद्धि हुई है। कई दुकानदारों ने बताया कि ग्राहक न केवल स्थानीय हैं, बल्कि आसपास के गांवों और कस्बों से भी लोग खरीदारी के लिए बाड़मेर पहुंच रहे हैं।

सुरक्षा और व्यवस्था पर ध्यान

बाजारों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने भी सुरक्षा और व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। बाजारों में पुलिस की तैनाती बढ़ाई गई है, और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही फटाखों की बिक्री और उपयोग के लिए प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं, ताकि पर्व सुरक्षित और हर्षोल्ला

स के साथ मनाया जा सके।