बाड़मेर में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: एनडीपीएस एक्ट के 45 प्रकरणों में 1171 किलो डोडा पोस्त, स्मैक और एमडी नष्ट

बाड़मेर पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 45 प्रकरणों में जब्त 1171 किलो डोडा पोस्त, 963 ग्राम स्मैक और 380 ग्राम एमडी नष्ट किए। एएसपी जसराम बोस सहित वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में यह कार्रवाई नशे के खिलाफ अभियान का हिस्सा थी।

Jun 1, 2025 - 09:36
बाड़मेर में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: एनडीपीएस एक्ट के 45 प्रकरणों में 1171 किलो डोडा पोस्त, स्मैक और एमडी नष्ट

बाड़मेर, राजस्थान: बाड़मेर जिले में अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ पुलिस ने एक बार फिर सख्ती दिखाते हुए बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस एक्ट) के तहत दर्ज 45 प्रकरणों में जब्त किए गए 1171 किलो 792 ग्राम डोडा पोस्त, 963 ग्राम 40 मिलीग्राम स्मैक और 380 ग्राम 44 मिलीग्राम एमडी (मेथम्फेटामाइन) को नष्ट कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र सिंह मीणा के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) जसराम बोस सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। यह कार्रवाई नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान का हिस्सा है।

### कार्रवाई का विवरण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई बाड़मेर जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। जब्त किए गए मादक पदार्थों को कोर्ट के आदेश और जिला औषधि निपटान समिति की निगरानी में नष्ट किया गया। इस प्रक्रिया में 1171 किलो 792 ग्राम डोडा पोस्त, 963 ग्राम 40 मिलीग्राम स्मैक और 380 ग्राम 44 मिलीग्राम एमडी को आग लगाकर पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। यह कार्रवाई जिले के विभिन्न थानों से जब्त किए गए मादक पदार्थों के निपटान के लिए की गई, जो एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज प्रकरणों का हिस्सा थे।

कार्रवाई के दौरान पुलिस ने सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया। मादक पदार्थों की सूची तैयार करने और उनकी जांच के बाद, इन्हें नष्ट करने की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। इस दौरान बाड़मेर पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि नष्ट करने की प्रक्रिया पारदर्शी और नियमानुसार हो।

### पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों की भूमिका
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने अहम भूमिका निभाई। उनके निर्देशन में जिले में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। कार्रवाई के दौरान एएसपी जसराम बोस, जिला औषधि निपटान समिति के सदस्य, और अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने इस अवसर पर नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और तस्करों पर नकेल कसने की प्रतिबद्धता दोहराई।

एसपी नरेंद्र सिंह मीणा ने कहा, "नशा समाज के लिए अभिशाप है, और हमारी प्राथमिकता है कि बाड़मेर जिले को नशा मुक्त बनाया जाए। अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए हमारी टीमें लगातार काम कर रही हैं। यह कार्रवाई उसी दिशा में एक बड़ा कदम है।"

### बाड़मेर में नशे के खिलाफ अभियान
बाड़मेर जिला, जो राजस्थान का एक सीमावर्ती जिला है, लंबे समय से मादक पदार्थों की तस्करी का गढ़ रहा है। डोडा पोस्त, स्मैक, और एमडी जैसे मादक पदार्थों की तस्करी के मामले यहां अक्सर सामने आते हैं। पुलिस ने इस समस्या से निपटने के लिए कई विशेष अभियान शुरू किए हैं, जिनमें नाकाबंदी, छापेमारी, और मुखबिरों की सूचनाओं पर कार्रवाई शामिल है।

पिछले कुछ वर्षों में बाड़मेर पुलिस ने कई बड़ी सफलताएं हासिल की हैं। उदाहरण के लिए, मार्च 2025 में बाड़मेर पुलिस ने एक मॉडिफाइड वैन से 738 किलो डोडा पोस्त और हथियार बरामद किए थे, जिस पर "भारत सरकार" लिखा हुआ था। इसी तरह, अक्टूबर 2024 में "ऑपरेशन भौकाल" के तहत कुडला गांव में 138 किलो 572 ग्राम डोडा पोस्त जब्त किया गया था। ये कार्रवाइयां दर्शाती हैं कि बाड़मेर पुलिस नशे के कारोबार को खत्म करने के लिए कितनी सक्रिय है।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ