28 महीने से फरार 5000 रुपये के इनामी तस्कर को पुलिस ने धर दबोचा.

जोधपुर की कुड़ी भगतासनी थाना पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 28 महीने से फरार 5000 रुपये के इनामी तस्कर को गिरफ्तार किया। यह तस्कर मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में वांछित था। पुलिस ने गुप्त सूचना और तकनीकी सहायता से इसे धर दबोचा। पूछताछ जारी है ताकि तस्करी नेटवर्क का पता लगाया जा सके। यह जोधपुर पुलिस की मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान की बड़ी सफलता है।

Sep 4, 2025 - 12:58
28 महीने से फरार 5000 रुपये के इनामी तस्कर को पुलिस ने धर दबोचा.

जोधपुर की कुड़ी भगतासनी थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत 28 महीनों से फरार चल रहे एक इनामी तस्कर को गिरफ्तार किया है। इस अपराधी पर 5000 रुपये का इनाम घोषित था, और यह लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था। पुलिस ने सूचना और तकनीकी सहायता के आधार पर इस तस्कर को हिरासत में लिया।

पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी का विवरण 

कुड़ी भगतासनी थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एनडीपीएस एक्ट के तहत वांछित यह अपराधी जोधपुर क्षेत्र में छिपा हुआ है। इसके आधार पर पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया, जिसने तकनीकी संसाधनों और मुखबिरों की मदद से तस्कर की लोकेशन का पता लगाया। कई दिनों की रेकी और सटीक योजना के बाद, पुलिस ने इस फरार अपराधी को जोधपुर शहर के एक इलाके से धर दबोचा। आरोपी की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन पुलिस सूत्रों के अनुसार यह तस्कर मादक पदार्थों की तस्करी के एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। यह अपराधी पिछले ढाई साल से फरार था और इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई बार छापेमारी की थी, लेकिन यह बार-बार अपनी लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था।

एनडीपीएस एक्ट और अपराधी की पृष्ठभूमि 

एनडीपीएस एक्ट के तहत यह अपराधी मादक पदार्थों की तस्करी के एक मामले में वांछित था। इस एक्ट के तहत अवैध मादक पदार्थों की तस्करी, बिक्री, और वितरण जैसे अपराध गंभीर श्रेणी में आते हैं, जिनमें सख्त सजा का प्रावधान है। पुलिस का कहना है कि यह तस्कर संगठित अपराध का हिस्सा था और इसके नेटवर्क में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी से गहन पूछताछ शुरू कर दी है ताकि इसके तस्करी नेटवर्क और अन्य सहयोगियों का पता लगाया जा सके। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस दौरान अपराधी ने कहां-कहां शरण ली और किन-किन लोगों ने इसे छिपने में मदद की।

पुलिस की रणनीति और अभियान 

जोधपुर पुलिस पिछले कुछ समय से मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक विशेष अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत फरार अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो तकनीकी संसाधनों और खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई कर रही हैं। इस गिरफ्तारी को पुलिस की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि यह तस्कर लंबे समय से कानून की पकड़ से बाहर था।

आगे की कार्रवाई 

गिरफ्तार तस्कर को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले में कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी। पुलिस इस मामले में अन्य संदिग्धों की तलाश में भी जुटी है और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है कि तस्करी का यह नेटवर्क पूरी तरह से ध्वस्त हो।जोधपुर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उनके पास मादक पदार्थों की तस्करी या फरार अपराधियों के बारे में कोई जानकारी हो, तो वे पुलिस को सूचित करें।इस कार्रवाई से जोधपुर पुलिस की सक्रियता और अपराध के खिलाफ सख्त रवैये का संदेश गया है। यह गिरफ्तारी न केवल मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कानून से बचने की कोशिश करने वाले अपराधी अंततः पुलिस की गिरफ्त में आ ही जाते हैं।