पिता के सामने बेटे ने जहर पीकर बोला- मैं जा रहा हूं,दोस्तों का ब्लैकमेल, FIR के बाद 2 लाख रुपये की मांग
एक 14 वर्षीय छात्र ने दोस्तों की ब्लैकमेलिंग और नशे के दबाव में जहर पीकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर जांच शुरू की।

राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक 14 वर्षीय स्कूली छात्र की आत्महत्या ने सभी को झकझोर कर रख दिया। गोविन्द नगर निवासी ऐश्वर्या सिंह, जो 9वीं कक्षा में पढ़ता था, ने अपने घर में जहर पीकर जीवन समाप्त कर लिया। इस दुखद घटना के पीछे उसके दोस्तों द्वारा ब्लैकमेलिंग और पैसे की मांग को कारण बताया जा रहा है। परिवार सदमे में है, और पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
स्कूल से लौटकर लिया खौफनाक कदम
ऐश्वर्या सिंह गणगौरी बाजार के एक निजी स्कूल में पढ़ता था और अक्सर नाहरगढ़ रोड पर एक क्लब में गेम खेलने जाता था। 3 जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे वह स्कूल से घर लौटा। स्कूल यूनिफॉर्म में ही वह रसोई में गया, जहां उसने जहर की शीशी खोलकर कई बार उसे पीने की कोशिश की। घर में लगे सीसीटीवी फुटेज में यह सारा वाकया कैद हुआ। कई असफल कोशिशों के बाद, दोपहर 1:15 बजे वह बरामदे में अपने पिता मानवीर सिंह के पास आया, जो उस समय नौकर से सिर की मालिश करवा रहे थे। ऐश्वर्या ने शीशी हाथ में पकड़कर कहा, "पापा, मैं जा रहा हूं," और जहर पी लिया।
परिवार की कोशिशें और अस्पताल में जंग
पिता मानवीर ने तुरंत बेटे को संभाला और शीशी में जहर होने का पता चला। परिवार ने उल्टी करवाने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। ड्राइवर देवांग की मदद से ऐश्वर्या को तुरंत जेके लोन हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत को देखते हुए उसे वेंटिलेटर पर रखा और आईसीयू में भर्ती किया। लेकिन 6 जुलाई की सुबह 4 बजे इलाज के दौरान ऐश्वर्या ने दम तोड़ दिया।
ब्लैकमेलिंग और नशे का जाल
ऐश्वर्या की मौत के बाद पिता ने उसके मोबाइल की जांच की। वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर चैट्स से खुलासा हुआ कि उसके कुछ दोस्त उसे ब्लैकमेल कर 2 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। ये दोस्त नशीले पदार्थों का सेवन करते थे और ऐश्वर्या को भी इसके लिए मजबूर करते थे। 26 जून को पैसे को लेकर हुए झगड़े के बाद एक दोस्त ने नाहरगढ़ थाने में अपने चाचा की मदद से 27 जून को ऐश्वर्या के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। राजीनामा करने के बदले 2 लाख रुपये की डिमांड की जा रही थी। मानवीर के मुताबिक, ऐश्वर्या पिछले एक महीने से उदास और डरा हुआ था, लेकिन उसने कभी अपने मन की बात परिवार से साझा नहीं की।
ब्रह्मपुरी थाने के एसएचओ राजेश गौतम ने बताया कि 17 जुलाई को आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। मानवीर सिंह, जो एग्रीकल्चर और होम स्टे का बिजनेस करते हैं, के तीन बेटों में ऐश्वर्या मंझला बेटा था। उनका सबसे बड़ा बेटा 21 साल का और सबसे छोटा 5 साल का है। परिवार इस अपूरणीय क्षति से उबरने की कोशिश कर रहा है।