करूर रैली में भगदड़: विजय की सभा में 39 की मौत, भीड़ प्रबंधन पर उठे सवाल

तमिलनाडु के करूर में TVK प्रमुख विजय की रैली में भगदड़ से 39 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 17 महिलाएं और 4 बच्चे शामिल हैं। भीड़ प्रबंधन में चूक और अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के कारण हुई इस त्रासदी की जांच शुरू हो गई है, और मृतकों के परिवारों के लिए 20 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है।

Sep 28, 2025 - 13:24
करूर रैली में भगदड़: विजय की सभा में 39 की मौत, भीड़ प्रबंधन पर उठे सवाल

तमिलनाडु के करूर जिले में शनिवार, 27 सितंबर 2025 को तमिलगा वेट्री कज़गम (TVK) के प्रमुख और अभिनेता-राजनेता विजय की रैली के दौरान भगदड़ मचने से 39 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 17 महिलाएं, 13 पुरुष, 4 बच्चे और 5 बच्चियां शामिल हैं। इस हादसे में 52 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। यह दुखद घटना तब हुई, जब विजय को सुनने के लिए भारी भीड़ जमा हुई और वह बेकाबू होकर आगे बढ़ने लगी।

क्या हुआ करूर में?

करूर में आयोजित TVK की रैली में विजय का भाषण सुनने के लिए हजारों लोग जमा हुए थे। पुलिस के अनुसार, आयोजकों ने 10,000 लोगों की भीड़ का अनुमान लगाया था, लेकिन वास्तव में 27,000 से अधिक लोग पहुंच गए। विजय दोपहर 12 बजे पहुंचने वाले थे, लेकिन वह करीब 6 घंटे की देरी से शाम 7:40 बजे रैली स्थल पर पहुंचे। इस दौरान भीड़ लंबे समय तक इंतजार करती रही, और गर्मी, भोजन व पानी की कमी के कारण कई लोग बेहोश होने लगे।

विजय ने अपने अभियान वाहन से भाषण शुरू किया, लेकिन इसी बीच भीड़ में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोगों के मुताबिक, बिजली आपूर्ति बाधित होने और एक बच्ची के लापता होने की अफवाह फैलने से स्थिति बिगड़ गई। विजय ने पानी की बोतलें बांटने की कोशिश की, लेकिन इससे भीड़ और बेकाबू हो गई, जिसके कारण लोग गिर पड़े और भगदड़ मच गई। एम्बुलेंस को भी रास्ता बनाने में कठिनाई हुई, जिससे घायलों को अस्पताल पहुंचाने में देरी हुई।

घायलों का इलाज और सरकारी प्रतिक्रिया

घायलों को तुरंत करूर सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल और आसपास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य सचिव के अनुसार, 95 घायलों में से एक मरीज की हालत गंभीर है, जबकि बाकी की स्थिति स्थिर है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार तड़के करूर पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने तिरुचिरापल्ली और सलेम से 45 से अधिक चिकित्सकों को करूर भेजा ताकि घायलों को तुरंत उपचार मिल सके। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री स्टालिन और राज्यपाल से बात कर केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।

नेताओं की प्रतिक्रिया और मुआवजे की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर पोस्ट कर घटना पर दुख जताया और कहा, "तमिलनाडु के करूर में एक राजनीतिक रैली के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"

TVK प्रमुख विजय ने भी मृतकों के परिवारों के लिए 20 लाख रुपये और घायलों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने इस घटना को "अपूरणीय क्षति" बताते हुए अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

AIADMK महासचिव एडप्पादी पलानीस्वामी ने करूर सरकारी अस्पताल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह त्रासदी पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा में चूक का सबूत है। उन्होंने जोर दिया कि यदि पर्याप्त एहतियाती कदम उठाए गए होते, तो इस हादसे को टाला जा सकता था।

तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष नैनार नागेन्द्रन और नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने भी अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। सुंदरराजन ने कहा, "हम इस घटना को सनसनीखेज बनाने के बजाय समझदारी से काम लेंगे और पीड़ितों की हरसंभव सहायता करेंगे।"

जांच और सुरक्षा पर सवाल

ADGP लॉ एंड ऑर्डर डेविडसन देवसिरवधाम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और बताया कि भगदड़ मामले में FIR दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि रैली के लिए 500 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, जबकि हाल ही में उसी स्थान पर दूसरी पार्टी की रैली के लिए 150 पुलिसकर्मी पर्याप्त थे। पुलिस जांच में सामने आया कि आयोजकों ने भीड़ का अनुमान गलत लगाया था, जिसके कारण सुरक्षा व्यवस्था अपर्याप्त साबित हुई।

पलानीस्वामी ने कहा कि TVK को अपनी पिछली रैलियों के अनुभव के आधार पर और पुलिस को मौजूदा स्थिति को देखते हुए बेहतर सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए थी। उन्होंने इस तरह की त्रासदी को अभूतपूर्व बताया और इसे टालने योग्य करार दिया।

Yashaswani Journalist at The Khatak .