पाली के जंगलों में छिपा 'गैस का काला कारोबार': 120 सिलेंडर जब्त, फरार आरोपी पर पुलिस का शिकंजा

पाली जिले के घने जंगल में छिपा अवैध एलपीजी रिफिलिंग केंद्र: 120 सिलेंडरों की बरामदगी, फरार आरोपी का पीछा तेज पाली, 17 अक्टूबर 2025: राजस्थान के पाली जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां घने जंगलों के बीच एक अवैध गैस रिफिलिंग प्लांट का संचालन हो रहा था। स्थानीय पुलिस और संबंधित विभागों की संयुक्त टीम ने इस गुप्त केंद्र पर छापा मारा, जिसमें करीब 120 से अधिक एलपीजी सिलेंडर जब्त किए गए। यह कार्रवाई न केवल अवैध व्यापार को झटका देगी, बल्कि जन सुरक्षा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण साबित हो रही है। आरोपी की तलाश अभी जारी है, और पुलिस विभिन्न ठिकानों पर दबिशें दे रही है। घटना का पूरा विवरण यह अवैध प्लांट पाली जिले के एक रामपुरा की ढाणी जंगली इलाके में स्थापित किया गया था, जहां पहुंचना आसान नहीं था। संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने गुप्त रूप से निगरानी शुरू की। गुरुवार को दोपहर के समय दबिश दी गई, तो प्लांट पर भारी मात्रा में रिफिलिंग उपकरण, खाली और भरे सिलेंडर, तथा अन्य सामग्री बरामद हुई। कुल 120 सिलेंडरों में से अधिकांश अवैध रूप से भरे जा रहे थे, जो बाजार में कालाबाजारी के लिए तैयार किए जा रहे थे। प्लांट का संचालन रात के अंधेरे में किया जाता था, ताकि किसी की नजर में न आए।पुलिस के मुताबिक, यह प्लांट पिछले कई महीनों से सक्रिय था। यहां से रिफिल्ड गैस सिलेंडर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों में ऊंचे दामों पर बेचे जा रहे थे। इससे न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान हो रहा था, बल्कि खराब गुणवत्ता वाली गैस के कारण विस्फोट और आग लगने का खतरा भी बढ़ गया था। जंगल के बीच होने के कारण पर्यावरणीय क्षति भी चिंता का विषय बनी हुई है, क्योंकि रिसाव से जंगली जीवन प्रभावित हो सकता था। छापे की प्रक्रिया और बरामदगी छापामार कार्रवाई में पाली जिले की पुलिस बल के अलावा वन विभाग और गैस वितरण कंपनियों के अधिकारी भी शामिल थे। टीम ने प्लांट को ध्वस्त कर दिया, जबकि उपकरणों को जब्त कर लिया गया। बरामद सामग्री में शामिल हैं: 120 एलपीजी सिलेंडर (भरे और खाली मिश्रित), रिफिलिंग मशीनें और पाइपलाइनें, अवैध गैस स्रोत से जुड़े कनेक्शन, कुछ नकली लेबल और पैकेजिंग सामग्री। अनुमानित मूल्य इस जब्ती का कई लाख रुपये बताया जा रहा है। जांच के दौरान पता चला कि प्लांट का मालिक एक स्थानीय व्यापारी है, जो पहले भी छोटे स्तर पर गैस कारोबार में लिप्त रहा है। छापे के समय वह मौके से फरार हो गया, लेकिन उसके सहयोगियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी की तलाश और पुलिस की रणनीति मुख्य आरोपी की पहचान हो चुकी है, और उसके नाम पर विभिन्न जिलों में नोटिस जारी कर दिए गए हैं। पुलिस टीमें उसके संभावित ठिकानों—जैसे रिश्तेदारों के घरों और पुराने व्यापारिक केंद्रों—पर नजर रख रही हैं। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा खंड के तहत दर्ज किया गया है, क्योंकि अवैध गैस रिफिलिंग से जुड़े अपराधों में आतंकी गतिविधियों का लिंक भी हो सकता है। फरार आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया गया है, और मुखबिरों के माध्यम से जानकारी एकत्र की जा रही है।

Oct 17, 2025 - 11:14
Oct 17, 2025 - 18:22
पाली के जंगलों में छिपा 'गैस का काला कारोबार': 120 सिलेंडर जब्त, फरार आरोपी पर पुलिस का शिकंजा

जब्त की गई टेम्पो