101 नगाड़ों की गूंज से थर्राया पुष्कर डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने विश्व प्रसिद्ध मेले 2025 का किया धूमधाम से उद्घाटन, ब्रह्मा नगरी बनी उत्सव की राजधानी!

राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने 30 अक्टूबर 2025 को पुष्कर में विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2025 का भव्य उद्घाटन किया। ब्रह्मा पूजा, ध्वजारोहण और 101 नगाड़ों की धुन के साथ शुरू हुए मेले में बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुति और विदेशी पर्यटकों की भागीदारी रही। दिया कुमारी ने पुष्कर कॉरिडोर की DPR पूरी होने और 19 नवंबर को हर संभाग में ‘घूमर महोत्सव’ की घोषणा की। 5 नवंबर तक चलने वाला मेला राजस्थान की संस्कृति, आस्था और लोक कला का जीवंत उत्सव है।

Oct 30, 2025 - 17:14
101 नगाड़ों की गूंज से थर्राया पुष्कर डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने विश्व प्रसिद्ध मेले 2025 का किया धूमधाम से उद्घाटन, ब्रह्मा नगरी बनी उत्सव की राजधानी!

पुष्कर (अजमेर), 30 अक्टूबर 2025: विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला 2025 का आज सुबह से ही धूमधाम से शुभारंभ हो गया। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री श्रीमती दिया कुमारी ने ब्रह्मा मंदिर परिसर में पारंपरिक विधि-विधान से भगवान ब्रह्मा की विशेष पूजा-अर्चना की। वैदिक मंत्रों की गूंज, अगरबत्ती की सुगंध और फूलों की वर्षा के बीच पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। पूजा के दौरान पंडितों ने ‘ॐ ब्रह्मणे नमः’ का उच्चारण करते हुए हवन और आरती की, जिससे उपस्थित सभी श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए।

ध्वजारोहण और 101 नगाड़ों का जादू

पूजा के बाद उपमुख्यमंत्री ने मेले के मुख्य द्वार पर तिरंगा और मेला ध्वज फहराकर औपचारिक उद्घाटन किया। इसके तुरंत बाद शुरू हुआ वह दृश्य जिसने पुष्कर को थर्रा दिया – 101 नगाड़ों की सामूहिक धुन! पारंपरिक वेशभूषा में सजे ढोल-नगाड़ा वादक एक साथ थाप देने लगे। धरती कांपी, हवा गूंजी और दूर-दूर तक ‘ढम-ढम’ की आवाज फैल गई। सबसे खास पल तब आया जब दिया कुमारी ने खुद लाल साड़ी और राजस्थानी पगड़ी में सजकर नगाड़ा थामा और जोरदार थाप दी। भीड़ ने तालियां बजाईं, नारे लगाए और मोबाइल कैमरों में इस ऐतिहासिक पल को कैद किया।

बच्चों की रंगारंग प्रस्तुति, विदेशियों का उत्साह

उद्घाटन मंच पर स्थानीय स्कूलों के बच्चों ने राजस्थानी लोक नृत्य घूमर, कलबेलिया, चारी और तेहरा ताली की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। घाघरा-चुनरी में सजी लड़कियां और सफेद कुर्ता-पायजामा में लड़के जब नाचे, तो माहौल में रंग बिखर गए। दिया कुमारी बच्चों के बीच पहुंचीं, उन्हें गले लगाया, मिठाई बांटी और कहा, “ये बच्चे ही राजस्थान की असली धरोहर हैं।”

विदेशी पर्यटक – फ्रांस, जापान, अमेरिका, इटली से आए सैलानी – कैमरे लटकाए नाच-गाने का लुत्फ उठाते दिखे। एक जापानी पर्यटक ने कहा, “यहां की ऊर्जा अनोखी है, मैंने कभी इतना जीवंत मेला नहीं देखा।”

मुख्यमंत्री की दो बड़ी घोषणाएं

समारोह को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने दो महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं:

पुष्कर कॉरिडोर प्रोजेक्ट: “डीपीआर पूरी हो चुकी है। जल्द ही ब्रह्मा मंदिर से सरोवर तक का कॉरिडोर विश्वस्तरीय बनेगा। इससे पुष्कर वाराणसी और उज्जैन की तरह तीर्थ नगरी बनेगा।” 

घूमर महोत्सव: “19 नवंबर को राजस्थान के हर संभाग मुख्यालय – जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, बीकानेर, अजमेर और भरतपुर में एक साथ ‘घूमर महोत्सव’ होगा। लाखों लोग घूमर नाचेंगे, राजस्थानी संस्कृति दुनिया देखेगी।” 

मेला कब तक? क्या-क्या होगा?

अवधि: 30 अक्टूबर से 5 नवंबर 2025 तक (पूर्णिमा पर समापन) 

मुख्य आकर्षण:ऊंट सजावट प्रतियोगिता

मूंछ प्रतियोगिता

ग्रामीण खेलकूद (मटका दौड़, रस्साकशी)

हस्तशिल्प मेला (300+ स्टॉल)

सांस्कृतिक संध्या (रात 7 बजे से)

हॉट एयर बैलून राइड

पुष्कर सरोवर में पवित्र स्नान 

कौन-कौन थे मौजूद?

कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत 

संभागीय आयुक्त शक्ति सिंह

जिला कलेक्टर लोकबंधु

एसपी वंदिता राणा

भाजपा अजमेर देहात अध्यक्ष जीतमल

नगर परिषद सभापति कमल पाठक

जनप्रतिनिधि, मेला समिति सदस्य, कलाकार और हजारों पर्यटक 

पुष्कर मेला सिर्फ एक मेला नहीं, राजस्थान की आत्मा है। जहां आस्था है, संस्कृति है, व्यापार है और सबसे ऊपर – इंसानियत का मेला है। 5 नवंबर की कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालु पुष्कर सरोवर में डुबकी लगाएंगे और ब्रह्मा जी का आशीर्वाद लेंगे।