अश्लील फोटो वीडियो बनाकर मांगे 10 लाख,हनीट्रैप मामले में पुलिस ने 2 महिलाओं सहित 5 को पकड़ा
पुलिस ने हनीट्रैप गैंग का पर्दाफाश कर 3 पुरुषों व 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया, जिसमें मुख्य आरोपी शेरू के खिलाफ हत्या व आर्म्स जैसे संगीन मामले दर्ज हैं। गैंग ने पंचायत टेंडर के बहाने युवक को फंसाकर अश्लील वीडियो बनाए और 10 लाख रुपये की उगाही की कोशिश की।

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में पुर थाना क्षेत्र में एक हनीट्रैप गैंग का पर्दाफाश हुआ है, जो योजनाबद्ध तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसाकर ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूल रहा था। पुर थाना पुलिस और जिला विशेष टीम (डीएसटी) की संयुक्त कार्रवाई में इस गैंग के पांच सदस्यों, जिसमें तीन पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं, को गिरफ्तार किया गया है। गैंग का मुख्य सरगना शेरू है, जिसके खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट जैसे कई संगीन मामले पहले से दर्ज हैं।
पंचायत टेंडर के बहाने युवक को बनाया शिकार
पुलिस के अनुसार, इस गैंग ने पुर थाना क्षेत्र में एक युवक को निशाना बनाया था। गैंग ने पंचायत में काम के टेंडर स्वीकृत करने का झांसा देकर युवक को अपने जाल में फंसाया। इसके बाद, गैंग की महिलाओं ने युवक को प्रेमजाल में उलझाया और उसकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो बना लिए। इन आपत्तिजनक सामग्रियों का इस्तेमाल कर गैंग ने युवक से 10 लाख रुपये की उगाही करने की कोशिश की।
शेरू: गैंग का मास्टरमाइंड
गैंग का मुख्य आरोपी शेरू एक कुख्यात अपराधी है, जिसके खिलाफ पहले से ही हत्या, अवैध हथियार रखने, और अन्य गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शेरू ने इस गैंग को संगठित कर हनीट्रैप के जरिए लोगों को ब्लैकमेल करने का रैकेट चलाया था। गैंग में शामिल दो महिलाएं और तीन पुरुष आपस में मिलकर सुनियोजित ढंग से वारदात को अंजाम देते थे।
पुलिस की रणनीति और गिरफ्तारी
पुर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि यह गैंग एक युवक को ब्लैकमेल कर रुपये वसूलने की योजना बना रहा है। इस सूचना के आधार पर डीएसटी और पुर थाना पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने जाल बिछाकर गैंग के पांचों सदस्यों को धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों में शेरू के अलावा दो अन्य पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से आपत्तिजनक तस्वीरें, वीडियो और अन्य सबूत भी बरामद किए हैं।
ब्लैकमेलिंग का तरीका
पुलिस जांच में सामने आया कि गैंग पहले प्रभावशाली और धनवान लोगों को निशाना बनाता था। गैंग की महिलाएं सोशल मीडिया या फोन के जरिए टारगेट से संपर्क करती थीं और उन्हें प्रेमजाल में फंसाती थीं। इसके बाद, सुनसान जगहों पर मुलाकात के दौरान अश्लील वीडियो और फोटो बनाए जाते थे। इन सामग्रियों के आधार पर पीड़ित को ब्लैकमेल कर मोटी रकम की मांग की जाती थी। रुपये न देने पर वीडियो वायरल करने या झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी जाती थी।
भीलवाड़ा और आसपास के इलाकों में कई अन्य लोगों को भी अपने जाल में फंसाया
पुर थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है, और इस गैंग के अन्य संभावित ठिकानों की तलाश की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि इस गैंग ने भीलवाड़ा और आसपास के इलाकों में कई अन्य लोगों को भी अपने जाल में फंसाया हो सकता है। पुलिस ने पीड़ितों से अपील की है कि यदि उनके साथ ऐसी कोई घटना हुई है, तो वे बिना डर के पुलिस से संपर्क करें।