भारी बारिश का कहर: चैनपुरा फाटक पर फंसी बस, 40-50 यात्रियों का रेस्क्यू
भारी बारिश के कारण बरसाती पानी में लोक परिवहन की बस फंस गई, लेकिन JCB की मदद से रेस्क्यू टीम ने 40-50 यात्रियों को सुरक्षित निकाला। 12 घंटे में 6.5 इंच से अधिक बारिश ने जलभराव और जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया।

राजस्थान के टोंक जिले में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। निवाई के चैनपुरा फाटक के पास भारी बारिश के कारण बरसाती पानी में एक लोक परिवहन की बस फंस गई, जिसमें करीब 40-50 यात्री सवार थे। तेज बहाव और जलभराव के बीच फंसे यात्रियों की जान जोखिम में पड़ गई, लेकिन समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन ने सभी को सुरक्षित बचा लिया।
चैनपुरा फाटक पर बिगड़े हालात
टोंक से जयपुर की ओर जा रही लोक परिवहन की बस चैनपुरा फाटक के पास उस समय फंस गई, जब बारिश का पानी सड़क पर तेजी से बहने लगा। देखते ही देखते बस पानी में डूबने लगी, और यात्रियों में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना चैनपुरा के सरपंच मदन मीणा को दी, जिन्होंने बिना देरी किए प्रशासन और रेस्क्यू टीम को अलर्ट किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में JCB का सहारा
मदन मीणा की सूचना पर रेस्क्यू टीमें तुरंत मौके पर पहुंची। JCB मशीनों और अन्य संसाधनों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद सभी 40-50 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। बस में सवार हर यात्री को पानी के तेज बहाव से बचाकर बाहर निकाला गया और उन्हें अन्य साधनों से निवाई वापस भेजा गया। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग किया, जिससे ऑपरेशन को गति मिली।
12 घंटों में 6.5 इंच बारिश, टूटे एनिकट
पिछले 12 घंटों में निवाई में 6.5 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई, जिसने पूरे क्षेत्र में तबाही मचा दी। सड़कों पर जलभराव, गांवों का संपर्क टूटना और कई जगहों पर एनिकट टूटने की खबरें सामने आई हैं। चैनपुरा और आसपास के इलाकों में पानी की निकासी के लिए प्रशासन ने तत्काल कदम उठाए, लेकिन भारी बारिश ने हालात को और जटिल कर दिया।
प्रशासन सतर्क, स्कूलों में छुट्टी
टोंक जिला प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। जिला कलेक्टर ने जलभराव वाले क्षेत्रों का दौरा कर पानी निकासी के निर्देश दिए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर 2 अगस्त तक जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, जिसके चलते प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।