शातिर महिला ने 11 राज्यों में फैलाई बम की दहशत, एकतरफा प्यार में रची खतरनाक साजिश
शातिर महिला रेनी जोशिल्डा ने एकतरफा प्यार में 11 राज्यों में बम धमकियों से दहशत फैलाई। डार्क वेब की आड़ में अपराध करने वाली इस डेलॉइट कंसल्टेंट को अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने चेन्नई से गिरफ्तार किया। कानून अब उसे कड़ा सबक सिखाने को तैयार है।

अहमदाबाद की साइबर क्राइम ब्रांच ने जयपुर सहित देश के 11 राज्यों में बम धमकियों भरे ई-मेल भेजने वाली एक शातिर महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला, रेनी जोशिल्डा, चेन्नई की रहने वाली है और मल्टीनेशनल कंपनी डेलॉइट में सीनियर कंसल्टेंट के पद पर कार्यरत थी। उसने रोबोटिक्स में प्रशिक्षण प्राप्त किया है और अपनी तकनीकी विशेषज्ञता का उपयोग कर डार्क वेब के जरिए धमकी भरे ई-मेल भेजती थी, ताकि उसका डिजिटल ट्रेल ट्रेस न हो सके।
एकतरफा प्यार और बदले की साजिश
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि रेनी जोशिल्डा का यह अपराध एकतरफा प्यार और बदले की भावना से प्रेरित था। वह चेन्नई के दिविज प्रभाकर नामक युवक से प्रेम करती थी और उससे शादी करना चाहती थी। फरवरी 2025 में दिविज ने किसी दूसरी युवती से शादी कर ली, जिसके बाद रेनी ने बदला लेने की ठान ली। उसने दिविज के नाम से कई फर्जी ई-मेल आईडी बनाईं और उन्हें बम धमकियों के लिए इस्तेमाल किया, ताकि उसे फंसाया जा सके।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त (जेसीपी) शरद सिंघल ने बताया,
11 राज्यों की पुलिस हमारे संपर्क में थी। महिला की एक गलती ने हमें उसे चेन्नई तक ट्रैक करने में मदद की। हमने डिजिटल और डॉक्यूमेंट सबूत बरामद किए हैं। इसके साथ ही हमने एक बड़े मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है।
जयपुर में कई बार दी धमकी
रेनी ने जयपुर में चार-पांच बार धमकी भरे ई-मेल भेजे थे। इनमें सवाई मानसिंह स्टेडियम को 8, 12 और 13 मई को बम से उड़ाने की धमकियां शामिल थीं। 13 मई को भेजे गए एक मेल में उसने 2003 में हैदराबाद के लेमन ट्री होटल में हुए कथित रेप मामले में पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की थी। मेल में लिखा था,
हम साल 2003 में हैदराबाद के लेमन ट्री होटल में एक लड़की के साथ रेप करने वाले के बारे में पुलिस का ध्यान आकर्षित करने के लिए स्टेडियम को बम से उड़ाने की धमकी भरे मेल कर रहे हैं। दो लोगों ने पीड़िता से दहेज में एक करोड़ रुपए मांगे। मैं राजस्थान सरकार से विनती करता हूं कि रेप के आरोपी को गिरफ्तार करे।
9 मई को जयपुर मेट्रो को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए मेट्रो स्टेशन और ट्रेन को निशाना बनाने की बात कही गई थी। हालांकि, पुलिस की जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
डार्क वेब का इस्तेमाल, तकनीकी चूक बनी वजह
रेनी अपनी गतिविधियों को छिपाने के लिए डार्क वेब, वीपीएन, और वर्चुअल नंबरों का उपयोग करती थी। वह अपने डिजिटल ट्रेल को पूरी तरह मिटाने में माहिर थी, लेकिन एक छोटी तकनीकी गलती ने पुलिस को उस तक पहुंचने में मदद की। शरद सिंघल ने बताया कि पिछले एक साल में रेनी ने 11 राज्यों में बम धमकियों के ई-मेल भेजे, जिनमें अहमदाबाद को सबसे ज्यादा निशाना बनाया गया। इन धमकियों ने स्कूलों, स्टेडियमों, धार्मिक स्थलों, और वीआईपी स्थानों पर दहशत फैलाई।
कानून का शिकंजा
रेनी जोशिल्डा के खिलाफ साइबर अपराध, आतंक फैलाने की साजिश, और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने जैसे गंभीर आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है। अहमदाबाद पुलिस ने डिजिटल और दस्तावेजी सबूतों के आधार पर उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई शुरू की है। राजस्थान पुलिस भी प्रोडक्शन वारंट के जरिए उसे जयपुर लाने की तैयारी कर रही है, जहां उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
कानून रेनी जैसे अपराधियों को कठोरता से देखता है। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 506 (आपराधिक धमकी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66एफ (साइबर आतंकवाद) के तहत ऐसे अपराधों में सात साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। इसके अलावा, अगर धमकियां राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करती हैं, तो गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत भी कार्रवाई हो सकती है। रेनी की गतिविधियों ने न केवल सार्वजनिक शांति भंग की, बल्कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के संसाधनों का भी दुरुपयोग किया, जिसे अदालत में गंभीरता से लिया जाएगा।