रणधा गांव में बरसाती गड्ढे में डूबने से दो युवकों की मौत, गांव में शोक की लहर

जैसलमेर के रणधा गांव में बरसाती पानी से भरे गड्ढे में डूबने से दो युवकों, मुकेश नाथ और देवनाथ की मौत; पुलिस, SDRF और ग्रामीणों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन दोनों के शव बरामद हुए।

Jul 30, 2025 - 19:51
रणधा गांव में बरसाती गड्ढे में डूबने से दो युवकों की मौत, गांव में शोक की लहर

राजस्थान के जैसलमेर जिले के फतेहगढ़ उपखंड क्षेत्र के रणधा गांव में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। मंगलवार देर रात बरसाती पानी से भरे एक गड्ढे में डूबने से दो युवकों, मुकेश नाथ (निवासी रणधा) और देवनाथ (जाति जोगी, निवासी बाड़मेर) की मौत हो गई। इस दुखद घटना ने न केवल उनके परिवारों, बल्कि पूरे गांव को गमगीन कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के बाद रणधा गांव के पास एक गड्ढा बरसाती पानी से भर गया था। मंगलवार रात मुकेश और देवनाथ किसी कारणवश इस गड्ढे के पास पहुंचे, जहां वे गहरे पानी में डूब गए। स्थानीय लोगों को जैसे ही इसकी सूचना मिली, गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और झिंझनियाली पुलिस को सूचित किया गया।

घटना की सूचना मिलते ही झिंझनियाली पुलिस, फतेहगढ़ के एसडीएम और तहसीलदार के साथ मौके पर पहुंची। स्थानीय गोताखोरों और ग्रामीणों ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। JCB मशीन की मदद से गड्ढे के आसपास का पानी हटाने की कोशिश की गई, लेकिन गहराई और कीचड़ के कारण बचाव कार्य में मुश्किलें आईं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम को भी बुलाया गया। देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दोनों युवकों के शव बरामद किए गए।

झिंझनियाली पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में इसे एक हादसा माना जा रहा है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। फतेहगढ़ के एसडीएम ने कहा, "हम इस दुखद घटना से बहुत दुखी हैं। प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए हर संभव कोशिश की, और अब हम परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करेंगे।"

बरसाती गड्ढों का खतरा

यह घटना एक बार फिर बरसाती मौसम में पानी से भरे गड्ढों के खतरे को उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के बाद कई जगहों पर गड्ढे पानी से भर जाते हैं, जो अनजाने में लोगों के लिए खतरा बन जाते हैं। प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसे खतरनाक स्थानों को चिह्नित कर वहां चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं और सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .