पाली कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी: प्रशासन में हड़कंप, साइबर जांच शुरू
Summary पाली कलेक्ट्रेट को मंगलवार सुबह बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल मिलने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला कलेक्टर के निर्देश पर तुरंत कलेक्ट्रेट खाली करवाया गया और पुलिस ने बम निरोधक दस्ते के साथ तलाशी शुरू की। साइबर एक्सपर्ट ईमेल के स्रोत की जांच कर रहे हैं। एडीएम अश्विन कुमार, एसडीएम विमलेंद्र सिंह, एएसपी विपिन शर्मा सहित भारी पुलिस बल मौके पर तैनात है। दमकल और एम्बुलेंस भी मौजूद हैं। अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, लेकिन जांच जारी है। प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।

पाली, 20 मई 2025: राजस्थान के पाली जिले के कलेक्ट्रेट को मंगलवार सुबह बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल मिलने से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। धमकी की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर के निर्देश पर तत्काल पुलिस और प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया। कुछ ही मिनटों में कलेक्ट्रेट परिसर को खाली करवाया गया और सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया।
तत्काल कार्रवाई, परिसर खाली:
सुबह करीब 10:30 बजे पाली कलेक्ट्रेट की आधिकारिक ईमेल आईडी पर धमकी भरा मेल प्राप्त हुआ। मेल में कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की बात कही गई थी। सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस ने चंद मिनटों में पूरे परिसर को खाली करवाया और कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। परिसर की गहन तलाशी के लिए बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड को तैनात किया गया। अभी तक तलाशी में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, लेकिन जांच जारी है।
साइबर एक्सपर्ट जांच में जुटे:
धमकी भरे ईमेल की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए साइबर एक्सपर्ट की एक विशेष टीम को लगाया गया है। प्रारंभिक जांच में मेल के स्रोत को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि यह धमकी किसी शरारती तत्व की हरकत है या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है। साइबर सेल के साथ-साथ खुफिया एजेंसियां भी इस मामले को आतंकी साजिश के नजरिए से देख रही हैं।
मौके पर भारी पुलिस बल तैनात:
घटना की सूचना मिलते ही अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) सीलिंग अश्विन कुमार, एसडीएम विमलेंद्र सिंह राणावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) विपिन शर्मा, डीएसपी सिटी ऊषा यादव, और कोतवाल अनिल विश्नोई सहित भारी पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा। सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए दमकल वाहन और एम्बुलेंस को भी तैनात किया गया ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
प्रशासन का बयान, जनता से शांति की अपील:
जिला प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सभी सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। एडीएम अश्विन कुमार ने बताया कि नागरिकों की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस आयुक्त ने भी आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही दोषी तक पहुंचा जाएगा।
यह पहली बार नहीं है जब राजस्थान में इस तरह की धमकी मिली है। हाल ही में जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम, अलवर के मिनी सचिवालय, और प्रतापगढ़ के मिनी सचिवालय को भी बम से उड़ाने की धमकियां मिल चुकी हैं। इन घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है, खासकर आईपीएल 2025 के दौरान, जब जयपुर में महत्वपूर्ण क्रिकेट मुकाबले होने हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी धमकियां साइबर अपराधियों या शरारती तत्वों द्वारा सामाजिक अशांति फैलाने की कोशिश हो सकती हैं।
पुलिस और प्रशासन ने पूरे जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। कलेक्ट्रेट और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी भवनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साइबर सेल की टीमें मेल के आईपी एड्रेस और संभावित स्रोतों की जांच में जुटी हैं। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और सहयोग करने की अपील की है। इस बीच, कलेक्ट्रेट में तलाशी अभियान और साइबर जांच जारी है, और पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा।