मंदिर में विश्वास की आड़ में अपराध: महिला से बलात्कार, आरोपी हिरासत में
केरल के पेरिंगोटुकारा मंदिर में 38 वर्षीय महिला के साथ काले जादू से मुक्ति के बहाने दुष्कर्म किया गया। कर्नाटक पुलिस ने मंदिर प्रशासक अरुण टीए (40) को गिरफ्तार किया, जबकि सह-आरोपी पुजारी उन्नी दामोदरन फरार है। बेंगलुरु की रहने वाली पीड़िता, जो 2016 में पति की मृत्यु के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रही थी, मार्च 2025 में मंदिर गई थी। अरुण ने 24,000 रुपये लिए और वीडियो कॉल पर ब्लैकमेल कर दुष्कर्म किया। पुलिस ने सबूतों के आधार पर कार्रवाई की और जांच जारी है।

केरल के पेरिंगोटुकारा मंदिर में एक 38 वर्षीय महिला की आध्यात्मिक यात्रा तब भयावह त्रासदी में बदल गई, जब मंदिर के प्रशासक ने काले जादू से मुक्ति दिलाने के नाम पर उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया। कर्नाटक पुलिस ने तृश्शूर जिले के किझक्कुम्मुरी स्थित पेरिंगोटुकारा मंदिर के मुख्य प्रशासक अरुण टीए (40) को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया है। मामले में सह-आरोपी और मंदिर के मुख्य पुजारी उन्नी दामोदरन अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
पीड़िता, जो बेंगलुरु की रहने वाली है और अपने दो बेटों के साथ अकेले रहती है, ने बताया कि 2016 में अपने पति की मृत्यु के बाद वह आर्थिक और निजी समस्याओं से जूझ रही थी। इंटरनेट पर पेरिंगोटुकारा मंदिर के बारे में जानकारी मिलने के बाद वह मार्च 2025 में अपनी तीन सहेलियों के साथ वहां पूजा करने गई। मंदिर में अरुण ने उसे बताया कि उसका परिवार काले जादू के प्रभाव में है और विशेष पूजा से ही इससे मुक्ति मिल सकती है।
पुलिस के अनुसार, अरुण ने पीड़िता से पूजा के लिए 24,000 रुपये लिए। जब महिला ने और पैसे देने में असमर्थता जताई, तो अरुण ने बाकी खर्च उठाने की बात कही। इसके बाद वह पीड़िता को बार-बार फोन करने लगा और आपत्तिजनक व्यवहार करने लगा। उसने व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर न्यूड होने की जिद की और धमकी दी कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो काला जादू का असर उसके बच्चों पर पड़ेगा। डर के मारे पीड़िता ने उसकी बात मानी, जिसका वीडियो रिकॉर्ड कर अरुण ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू किया।
21 मई 2025 को अरुण ने पीड़िता को फिर से केरल बुलाया और एक जंगल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। गहरे सदमे में डूबी पीड़िता ने बेंगलुरु लौटकर अपने परिवार को आपबीती सुनाई और 29 मई को बेल्लंदूर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अरुण को 13 जून को केरल से गिरफ्तार किया। पीड़िता ने पुलिस को कॉल रिकॉर्ड, स्क्रीनशॉट और ऑडियो क्लिप जैसे सबूत भी सौंपे।
पुलिस ने बताया कि मामले में मुख्य पुजारी उन्नी दामोदरन की संलिप्तता की जांच की जा रही है, जो कथित तौर पर घटना के दौरान मौजूद था। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश जारी है।
इस घटना ने मंदिरों में आस्था के नाम पर होने वाले शोषण पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पीड़िता की गोपनीयता बनाए रखने के लिए उसका नाम उजागर नहीं किया गया है।