नायबर्स ऐप - आत्मनिर्भर भारत को सोशल मीडिया की दुनिया में नई ताकत.
भारत का स्वदेशी सोशल मीडिया ऐप नायबर्स लॉन्च हो चुका है, जो इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब और एक्स को टक्कर दे रहा है! यह 'आत्मनिर्भर भारत' का प्रतीक है, जो हाइपरलोकल कनेक्शन, सुरक्षित चैट, मल्टीमीडिया शेयरिंग और भारतीय डेटा सुरक्षा पर फोकस करता है। बिना विदेशी निवेश के बनी इस ऐप की तारीफ सांसदों और पत्रकारों ने की। डाउनलोड करें और डिजिटल क्रांति का हिस्सा बनें!

नई दिल्ली, 11 अक्टूबर 2025: डिजिटल भारत की नींव को और मजबूत करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम उठा है! अगर आप इंस्टाग्राम की चमक-दमक, फेसबुक की दोस्ती, यूट्यूब की वीडियो धूम और एक्स (पूर्व ट्विटर) की तेज रफ्तार से तंग आ चुके हैं, तो अच्छी खबर - भारत का अपना स्वदेशी सोशल मीडिया ऐप नायबर्स (Nyburs) अब बाजार में धमाल मचा रहा है। यह कोई साधारण ऐप नहीं, बल्कि 'मेक इन इंडिया' की भावना से प्रेरित एक हाइपरलोकल प्लेटफॉर्म है, जो विदेशी ऐप्स की एकाधिकार को चुनौती देने के लिए तैयार खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को साकार करने वाला यह ऐप न केवल डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि भारतीय संस्कृति और स्थानीय कनेक्शन को बढ़ावा देता है।
नायबर्स का जन्म: एक युवा उद्यमी का सपना, देश का गौरव
नायबर्स को भारतीय आईटी विशेषज्ञों की एक bootstrapped (स्व-वित्तपोषित) टीम ने विकसित किया है, जो पूरी तरह से 'स्वदेशी' की मिसाल है। यह ऐप अगस्त 2025 के आसपास लॉन्च हुआ, जब पीएम मोदी ने युवाओं से स्वदेशी सोशल मीडिया बनाने का आह्वान किया था। ऐप का नाम 'नायबर्स' (Nyburs) हाइपरलोकल फोकस को दर्शाता है - यानी पड़ोस, शहर और समुदाय के लोगों को जोड़ना। इसके फाउंडर और डेवलपर्स ने इसे बिना किसी विदेशी निवेश के बनाया, ताकि यूजर्स का डेटा भारत की सीमाओं के भीतर ही रहे। सोशल मीडिया एक्स पर हालिया चर्चाओं से पता चलता है कि जूनियर 2025 से ही यूजर्स इसे 'भारत का अपना एक्स' कह रहे हैं। मशहूर पत्रकार अजीत भारती ने इसे "विशुद्ध भारतीय टीम का प्रयास" बताते हुए प्रचार किया, जबकि सांसद बिद्युत बरन महतो ने इसे "डिजिटल स्वतंत्रता का कदम" कहा। एनसीआईबी जैसे संगठन भी इसे अपनाने की अपील कर रहे हैं, क्योंकि यह साइबर सिक्योरिटी और महिला सुरक्षा जैसी जागरूकता फैलाने के लिए आदर्श है।
क्या-क्या खास है नायबर्स में? फीचर्स जो विदेशी ऐप्स को फीका कर दें!
नायबर्स सिर्फ पोस्ट शेयर करने का माध्यम नहीं, बल्कि एक नेक्स्ट-जन सुपर ऐप है। यहां कुछ प्रमुख फीचर्स हैं जो इसे इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब और एक्स से आगे ले जाते हैं:हाइपरलोकल कनेक्शन: अपने पड़ोस या शहर के लोगों से सीधा जुड़ें। लोकल इवेंट्स, मार्केट अपडेट्स या समुदाय की खबरें - सब एक क्लिक पर!
मल्टीमीडिया शेयरिंग: फोटो, वीडियो, लाइव स्ट्रीमिंग और शॉर्ट रील्स - यूट्यूब और इंस्टाग्राम स्टाइल में, लेकिन भारतीय भाषाओं (हिंदी, तमिल, बंगाली आदि) में सपोर्ट।
सुरक्षित चैट और कॉलिंग: एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ वॉइस/वीडियो कॉल्स, ग्रुप चैट्स और प्राइवेट मैसेजिंग। कोई डेटा लीक का डर नहीं!
क्रिएटर टूल्स: इन्फ्लुएंसर्स और कलाकारों के लिए टैगिंग, लाइक्स, शेयर्स और एनालिटिक्स। यहां सार्थक कंटेंट को बढ़ावा मिलता है, न कि फेक न्यूज को।
स्वदेशी फोकस: कोई विदेशी सर्वर नहीं - सब कुछ भारतीय क्लाउड पर। प्लस, ई-कॉमर्स इंटीग्रेशन से लोकल बिजनेस को बूस्ट।
यह ऐप एंड्रॉयड (गूगल प्ले स्टोर) और आईओएस (ऐप स्टोर) दोनों पर फ्री उपलब्ध है। डाउनलोड लिंक: एंड्रॉयड | आईओएस। शुरुआती दिनों में ही हजारों यूजर्स जुड़ चुके हैं, और एक्स पर #Nyburs ट्रेंड कर रहा है।
चुनौतियां और सच्चाई: परफेक्ट नहीं, लेकिन उम्मीद भरा!
हर नई शुरुआत में खामियां आती हैं। कुछ यूजर्स ने एक्स पर शिकायत की है कि ऐप में कंटेंट मॉडरेशन सख्त है - जैसे महिलाओं की जींस वाली फोटोज पर रेस्ट्रिक्शन। एक यूजर ने कहा, "वहां एक खास विचारधारा वाले आपको परेशान कर देंगे।" लेकिन फाउंडर्स का कहना है कि यह सेफ्टी के लिए है, और फीडबैक के आधार पर सुधार हो रहे हैं। कुल मिलाकर, 90% रिव्यूज पॉजिटिव हैं - यूजर्स इसे "सुरक्षित और भारतीय" बता रहे हैं।
क्यों जुड़ें नायबर्स से? आत्मनिर्भर भारत का असली मतलब!
विदेशी ऐप्स जैसे मेटा (फेसबुक-इंस्टाग्राम) और एक्स पर हमारा डेटा बिकता है, प्राइवेसी खतरे में रहती है। नायबर्स बदलाव ला रहा है - यह न सिर्फ मनोरंजन देता है, बल्कि राष्ट्र निर्माण में योगदान। कलाकार, राजनेता, जर्नलिस्ट्स जैसे चंदन शर्मा, कविश अजीज और जीतेंद्र प्रताप सिंह पहले ही जुड़ चुके हैं। आप भी @NybursApp पर अपना हैंडल बनाएं और देश को मजबूत बनाएं!