तीन महीने की छुट्टी ले घर आया सेना का जवान अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मणिपूर से ला रहा था अफीम , दिल्ली में पकड़ा गया

पुलिस ने सेना के भगोड़े सहित तीन को 18 किलो अफीम और पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया।

Jul 9, 2025 - 13:06
Jul 10, 2025 - 10:24
तीन महीने की छुट्टी ले घर आया सेना का जवान अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मणिपूर से ला रहा था अफीम , दिल्ली में पकड़ा गया

दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने मंगलवार देर रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 18 किलोग्राम अफीम बरामद की। इस मामले में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि मुख्य आरोपी गोधराम मणियार भारतीय सेना का जवान है, जो छुट्टी पर आने के बाद ड्यूटी पर नहीं लौटा और तस्करी के रास्ते पर चल पड़ा।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम

  • गोधराम मणियार: मुख्य आरोपी, भारतीय सेना से निलंबित कांस्टेबल।

  • पीराराम: गोधराम का साथी तस्कर।

  • देवी: गोधराम की महिला मित्र।

स्पेशल ब्रांच को सूचना मिली थी कि बाड़मेर निवासी गोधराम मणियार एक लक्जरी कार में अफीम लेकर दिल्ली आ रहा है। पुलिस ने इंद्रप्रस्थ पार्क के पास कार की तलाशी ली, जिसमें ड्राइवर सीट के नीचे छुपाकर रखी गई 18 किलो अफीम बरामद हुई। इसके अलावा, कार से एक पिस्टल भी मिली, जिसके लाइसेंस की जांच की जा रही है।

सेना से तस्करी तक का सफर

गोधराम भारतीय सेना में कांस्टेबल के पद पर तैनात था। फरवरी 2024 में तीन महीने की छुट्टी पर आने के बाद वह ड्यूटी पर नहीं लौटा और अनुपस्थित चल रहा था। सेना की कठिन जीवनशैली से तंग आकर उसने तस्करी का रास्ता चुना। वह जोधपुर में अपने दो साथियों के साथ रहने लगा और श्रवण भिंडणेस नाम के तस्कर के लिए काम करने लगा, जो जोधपुर से दिल्ली तक अफीम की खेप पहुंचवाता था। हर खेप के लिए गोधराम को 3 लाख रुपये मिलने की डील थी।

गिरफ्तारी के दिन गोधराम, पीराराम और उसकी महिला मित्र देवी जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। उनकी योजना दिल्ली में अफीम डिलीवर करने और फिर 10 किलो अफीम लेकर जोधपुर वापस लौटने की थी। पुलिस से बचने के लिए गोधराम ने अपनी महिला मित्र देवी को साथ लिया था ताकि कोई शक न हो।

दिल्ली पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट तथा अवैध हथियार रखने के आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं, और पुलिस इस तस्करी नेटवर्क के पूरे गिरोह को खंगाल रही है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह गिरफ्तारी नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी है। जांच में अन्य संदिग्धों और इस नेटवर्क से जुड़े लोगों की तलाश जारी है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .