पोकरण में शादी के मंगल गीतों के बीच गूंजे ड्रोन हमले के धमाके: ब्लैकआउट में मोबाइल टॉर्च की रोशनी में खाना
जैसलमेर के पोकरण कस्बे में, भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे इस इलाके में, गुरुवार 8 मई 2025 की रात एक शादी समारोह के दौरान अभूतपूर्व माहौल देखने को मिला। मंगल गीतों और जश्न के बीच अचानक आसमान में पाकिस्तानी ड्रोन हमलों के धमाकों ने सभी को चौंका दिया।

जैसलमेर के पोकरण कस्बे में, भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे इस इलाके में, गुरुवार 8 मई 2025 की रात एक शादी समारोह के दौरान अभूतपूर्व माहौल देखने को मिला। मंगल गीतों और जश्न के बीच अचानक आसमान में पाकिस्तानी ड्रोन हमलों के धमाकों ने सभी को चौंका दिया। ब्लैकआउट के कारण शादी के पंडाल की लाइटें बंद करनी पड़ीं, और करीब 300 मेहमानों ने मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में खाना खाया, जबकि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली (एयर डिफेंस सिस्टम) आसमान में ड्रोनों को नष्ट कर रही थी। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए यादगार बन गई, बल्कि एक वीडियो वायरल होने के बाद इसकी चर्चा पूरे देश में फैल गई। भास्कर की टीम ने शादी में मौजूद मेहमानों और आयोजकों से बातचीत कर उस रात के माहौल को करीब से जाना।
शादी का जश्न और अचानक बदला माहौल
पोकरण की जटिया कॉलोनी में 7 मई को एक परिवार में शादी संपन्न हुई थी। अगले दिन, 8 मई को लड़के वालों की ओर से रिसेप्शन का आयोजन किया गया था। जोधपुर से आए इलेक्ट्रीशियन रवि, जो शादी में एलईडी लाइट्स और स्क्रीन लगाने के लिए शाम 6 बजे पहुंचे थे, ने बताया कि आयोजन बेहद शानदार था। स्टेज पर दूल्हा-दुल्हन मौजूद थे, और मेहमान उन्हें उपहार दे रहे थे। एलईडी स्क्रीन पर शादी की खास तस्वीरें दिखाई जा रही थीं, जबकि डीजे की धुन पर माहौल उत्सवमय था।
रात करीब 9 बजे, जब सभी मेहमान पंडाल में जमा हो चुके थे, अचानक आसमान से तेज धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। रवि ने बताया, "पहले तो समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है। सभी लोग आसमान की ओर देखने लगे। लगातार विस्फोटों की आवाजें आ रही थीं, जैसे कुछ टकरा रहा हो।" जल्द ही मोबाइल पर खबरों के जरिए पता चला कि पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले हो रहे हैं, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली नष्ट कर रही है।
ब्लैकआउट और मोबाइल टॉर्च की रोशनी में खाना
हमले की खबर फैलते ही शादी वाले परिवार ने तुरंत पंडाल की सभी लाइटें बंद कर दीं, क्योंकि प्रशासन ने सीमावर्ती इलाकों में ब्लैकआउट का आदेश जारी किया था। रवि ने बताया, "हमले के दौरान कुछ समय के लिए ड्रोन की आवाजें रुकीं, तो लगा कि शायद स्थिति सामान्य हो गई। करीब आधे घंटे बाद लाइटें फिर से चालू की गईं ताकि मेहमानों को खाना परोसा जा सके।" लेकिन जल्द ही ड्रोन फिर से आसमान में दिखाई दिए, और धमाकों का सिलसिला दोबारा शुरू हो गया।
इस बार ब्लैकआउट को और सख्ती से लागू किया गया। पंडाल में अंधेरा छा गया, और मेहमानों को मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में खाना खाने को कहा गया। रवि के मुताबिक, "सभी से अनुरोध किया गया कि टॉर्च की रोशनी नीचे रखें और जल्दी से खाना खा लें। लोग शांत थे, लेकिन आसमान में धमाकों की आवाज और डिफेंस सिस्टम की कार्रवाई को देखकर एक अजीब-सा माहौल था।" करीब 300 मेहमानों ने इस अनोखे माहौल में खाना खाया, जबकि आसमान में भारतीय सेना के 'सुदर्शन चक्र' (एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम) ने ड्रोनों को एक-एक कर नष्ट किया।
मेहमानों में खौफ के साथ गर्व का भाव
शादी समारोह में मौजूद लोगों में शुरुआत में थोड़ा डर था, लेकिन भारतीय सेना की त्वरित कार्रवाई ने सभी का हौसला बढ़ाया। रवि ने कहा, "लोग आसमान में ड्रोनों को आग के गोले में बदलते देख रहे थे। यह डरावना होने के साथ-साथ गर्व का पल भी था, क्योंकि हमारी सेना ने हमले को पूरी तरह नाकाम कर दिया।" मेहमानों में अफरा-तफरी जैसी स्थिति नहीं थी, बल्कि लोग शांति से आयोजकों के निर्देशों का पालन कर रहे थे।
रात 11 बजे तक ड्रोन हमलों का सिलसिला जारी रहा। आखिरकार, स्थिति को देखते हुए लड़की के पिता ने मेहमानों से समारोह समाप्त करने की घोषणा की और सभी से सुरक्षित घर लौटने का अनुरोध किया। रवि के अनुसार, "रात 11 बजे के बाद लोग धीरे-धीरे अपने घरों की ओर रवाना हुए। उस रात का माहौल ऐसा था, जो जिंदगी भर नहीं भूलेगा।"
पाकिस्तानी हमले और भारतीय जवाब
खबरों के मुताबिक, 7-8 मई 2025 की रात पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, और राजस्थान के कई शहरों, जिसमें पोकरण, जैसलमेर, और श्रीगंगानगर शामिल थे, पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। भारतीय सेना के एस-400 वायु रक्षा प्रणाली और एंटी-ड्रोन सिस्टम ने इन हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया। पोकरण में 32 मिनट के भीतर दो बार ड्रोन हमले हुए, लेकिन सभी ड्रोनों को आसमान में ही नष्ट कर दिया गया। इस दौरान जैसलमेर, जोधपुर, और अन्य सीमावर्ती जिलों में ब्लैकआउट लागू रहा, और एयरपोर्ट बंद कर दिए गए।
एक यादगार शादी का अंत
यह शादी समारोह, जो मंगल गीतों और जश्न के लिए आयोजित किया गया था, युद्ध जैसे हालातों के बीच एक अनोखे अनुभव में बदल गया। मेहमानों ने न केवल शादी का आनंद लिया, बल्कि भारतीय सेना की ताकत और त्वरित कार्रवाई को भी करीब से देखा। रवि ने अंत में कहा, "यह शादी मेरे लिए हमेशा याद रहेगी। एक तरफ शादी का जश्न, दूसरी तरफ आसमान में धमाके, और फिर भी लोग शांत रहे। यह भारत की ताकत और एकता का प्रतीक है।"