दर्दनाक! मां ने 45 दिन के मासूम को पानी के बर्तन में डुबोकर उतारा मौत के घाट
एक महिला ने गरीबी और अवसाद के कारण अपने 45 दिन के नवजात को गर्म पानी के बर्तन में डुबोकर मार डाला; पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर उसे हिरासत में लिया। एक अन्य मामले में, एक शादीशुदा पुरुष और उसकी अविवाहित साली को छह माह के भ्रूण को कूड़ेदान में फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 91 के तहत मामला दर्ज।

बेंगलुरु: गरीबी और अवसाद ने बनाया मां को हत्यारा
बेंगलुरु के नेलमंगला तालुक के विश्वेश्वरपुरा गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक 17 वर्षीय महिला राधा ने अपने डेढ़ महीने (45 दिन) के नवजात बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार, राधा ने अपने बच्चे को गर्म पानी से भरे बर्तन में डुबोकर उसकी जान ले ली। पुलिस ने राधा को हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, राधा गरीबी और पारिवारिक कलह से जूझ रही थी। उसका पति, जो एक ऑटो चालक है, शराब का आदी है। इसके अलावा, राधा अवसाद से भी पीड़ित थी, जिसने उसे इस खौफनाक कदम उठाने के लिए मजबूर किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और राधा से पूछताछ जारी है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश और सदमा है।
मुजफ्फरनगर: कूड़ेदान में मिला छह माह का भ्रूण, जीजा-साली गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भी एक नवजात की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शहर कोतवाली क्षेत्र के रुड़की रोड पर कूड़े के ढेर में पिछले माह एक नवजात शिशु का शव मिला था। मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजय कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम में पता चला कि यह छह माह का भ्रूण था।
जांच के दौरान, सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने भ्रूण की हत्या करने वाले अभियुक्तों की पहचान की। अभियुक्त शादीशुदा अभिषेक (27) और उसकी अविवाहित साली (19) हैं। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 91 (बच्चे को जीवित पैदा होने से रोकने या जन्म के बाद उसे मारने) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह भ्रूण 24 जून को रुड़की चुंगी के पास कूड़ेदान में फेंका गया था।