भारत-पाक सीमा के पास ‘ऑपरेशन भौकाल’ में खुली ड्रग्स फैक्ट्री की पोल, मास्टरमाइंड रमेश बिश्नोई अब भी फरार

बाड़मेर के धोलकिया गांव में बाड़मेर पुलिस और NCB जोधपुर की संयुक्त कार्रवाई में एक अवैध MD ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है; वेब सीरीज से प्रेरित होकर शुरू की गई इस फैक्ट्री के मास्टरमाइंड रमेश बिश्नोई की तलाश जारी है।

Aug 11, 2025 - 20:18
भारत-पाक सीमा के पास ‘ऑपरेशन भौकाल’ में खुली ड्रग्स फैक्ट्री की पोल, मास्टरमाइंड रमेश बिश्नोई अब भी फरार

राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे इलाकों का गलत इस्तेमाल सामने आया है। इस बार मामला है सेड़वा थाना क्षेत्र के धोलकिया (कारटिया) गांव में एक अवैध MD ड्रग्स फैक्ट्री का, जिसका पर्दाफाश बाड़मेर पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) जोधपुर की संयुक्त कार्रवाई "ऑपरेशन भौकाल" के तहत किया गया।

वेब सीरीज से मिली प्रेरणा, बना दी ड्रग्स फैक्ट्री

इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि मुंबई निवासी जयेन्द्र शुक्ला ने एक वेब सीरीज देखकर इस खतरनाक अपराध की ओर कदम बढ़ाया। उसने राजस्थान के सीमावर्ती गांव धोलकिया में मांगीलाल बिश्नोई के खेत में एक छप्पर के नीचे ड्रग्स फैक्ट्री खड़ी कर दी। फैक्ट्री में मुंबई से लाई गई मशीनों के जरिए ओडिशा के केमिकल एक्सपर्ट शिवा की मदद से MD ड्रग्स का उत्पादन शुरू कर दिया गया था।

पुलिस की सक्रियता से टली बड़ी साजिश

अगर वक्त रहते इस नेटवर्क का पर्दाफाश नहीं होता, तो यह गिरोह राजस्थान सहित अन्य राज्यों में भी ऐसी फैक्ट्रियां फैलाने की फिराक में था। बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अब तक इस मामले में कुल चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, और 12 लोगों को नामजद किया गया है।

महाराष्ट्र से आया केमिकल, GST बिल और टेम्पो नंबर से भेजी गई सप्लाई

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि महाराष्ट्र के मच्छिंद्र तुकाराम भौसले और सुशांत संतोष पाटिल भी इस नेटवर्क का हिस्सा थे। मच्छिंद्र भौसले ने फैक्ट्री के लिए ‘महादेव इंटरप्राइजेज, जैसलमेर’ के नाम पर GST बिल और टेम्पो नंबर (MH 48 T 3035) के जरिए केमिकल्स भेजे थे। बाड़मेर पुलिस की सूचना पर मुंबई SOG-ATS ने मच्छिंद्र को हिरासत में लिया, और फिर उसे MIDC थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया।

मास्टरमाइंड अब भी फरार, ₹1 लाख का इनाम

इस गिरोह का मास्टरमाइंड रमेश उर्फ अनिल बिश्नोई बताया जा रहा है, जो बाड़मेर का रहने वाला है और उस पर पहले से ही 17 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने रमेश पर ₹1 लाख का इनाम घोषित कर रखा है और उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।

12 आरोपियों में 6 स्थानीय युवा

इस केस में जो 12 लोग नामजद किए गए हैं, उनमें से 6 बाड़मेर के युवा हैं, जिनकी उम्र महज 20 से 21 वर्ष के बीच है। इनमें कमलेश उर्फ कार्तिक बिश्नोई, कमलेश गोदारा, गणपत सिंह रावणा राजपूत, शिवा (ओडिशा), नर्मदा मैडम (मुंबई) और मास्टरमाइंड रमेश उर्फ अनिल शामिल हैं।

सीमावर्ती इलाकों का दुरुपयोग कर नशे का जाल फैलाने की साजिशें अब फिल्मों और वेब सीरीज की कहानियों से प्रेरित होकर असलियत का रूप ले रही हैं।

फिलहाल, पुलिस और NCB की संयुक्त टीमें पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी हैं। मुख्य आरोपी रमेश की तलाश में छापेमारी जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Yashaswani Journalist at The Khatak .