नवी मुंबई ट्रक टर्मिनल में भीषण "आग "हादसा!

नवी मुंबई के तुर्भे में एक ट्रक टर्मिनल में रविवार देर रात भीषण आग लगी, जिसमें आठ वाहन जलकर खाक हो गए। गैस सिलेंडर विस्फोट और प्लास्टिक सामग्री ने आग को और भड़काया। दमकल की आठ गाड़ियों ने सोमवार सुबह 4 बजे आग पर काबू पाया। कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन आर्थिक नुकसान हुआ। आग के कारणों की जांच जारी

Jul 7, 2025 - 17:04
नवी मुंबई ट्रक टर्मिनल में भीषण "आग "हादसा!

नवी मुंबई के तुर्भे इलाके में रविवार देर रात एक ट्रक टर्मिनल में भीषण आग लगने की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। सेक्टर 20 में स्थित इस ट्रक टर्मिनल, जो कृषि उपज मंडी समिति (APMC) मार्केट के निकट है, में रात करीब 11:15 बजे आग की लपटें उठीं। आग इतनी भयंकर थी कि इसने देखते ही देखते आसमान में काले धुएं का गुबार फैला दिया और कई जोरदार धमाकों ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी। इस हादसे में कम से कम आठ वाहन, जिनमें ट्रक और टेम्पो शामिल थे, पूरी तरह जलकर खाक हो गए।

घटना का विवरण और दमकलकर्मियों की तत्परता 

आग लगने की सूचना मिलते ही नवी मुंबई पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची। आग की विकरालता को देखते हुए कुल आठ दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर तैनात किया गया। दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद सोमवार सुबह करीब 4 बजे आग पर काबू पा लिया। इसके बाद भी कूलिंग ऑपरेशन जारी रहा ताकि आग दोबारा न भड़के। इस दौरान अग्निशमन दल ने टर्मिनल में खड़े लगभग 40 अन्य ट्रकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर एक बड़े हादसे को टाल दिया।

गैस सिलेंडर विस्फोट ने बढ़ाई मुश्किलें 

प्रारंभिक जांच में पता चला कि टर्मिनल के आसपास मौजूद गैस सिलेंडरों में विस्फोट होने से आग और तेजी से फैली। इन धमाकों ने स्थिति को और भी खतरनाक बना दिया, जिससे दमकलकर्मियों के लिए आग पर काबू पाना चुनौतीपूर्ण हो गया। इसके अलावा, इलाके में मौजूद प्लास्टिक के डिब्बों और अन्य ज्वलनशील सामग्री ने आग को और भड़काने में भूमिका निभाई।

कोई जनहानि नहीं, लेकिन भारी नुकसान 

सौभाग्य से इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि, आग के कारण आठ वाहनों को भारी नुकसान हुआ, जिससे परिवहन विभाग और वाहन मालिकों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ी। यह टर्मिनल महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के बस डिपो का हिस्सा है, जहां ट्रकों को अस्थायी रूप से खड़ा किया जाता है। पास में मौजूद गोदामों में रखे माल, जैसे कैरेट और ट्रे, ने भी आग को बढ़ाने में योगदान दिया।

आग के कारणों की जांच जारी 

अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के सटीक कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। सायन पुलिस और अग्निशमन विभाग इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, शॉर्ट सर्किट या ज्वलनशील सामग्री के अनुचित भण्डारण के कारण यह हादसा हो सकता है। जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था।

प्रत्यक्षदर्शियों का बयान

स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के बाद आसमान में आग के गोले और काला धुआं साफ दिखाई दे रहा था। धमाकों की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी, जिससे आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। एक स्थानीय निवासी ने बताया, "रात को अचानक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। हम बाहर निकले तो देखा कि टर्मिनल से आग की लपटें उठ रही थीं। दमकलकर्मियों ने तेजी से काम किया, वरना नुकसान और बड़ा हो सकता था।

"सुरक्षा उपायों पर उठे सवाल 

यह घटना एक बार फिर औद्योगिक और परिवहन क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर करती है। हाल के महीनों में नवी मुंबई और मुंबई के आसपास आगजनी की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें शॉर्ट सर्किट, ज्वलनशील सामग्री का अनुचित भंडारण और अपर्याप्त सुरक्षा उपाय प्रमुख कारण रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नियमित निरीक्षण और कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करना जरूरी है।