लापता किसान पाकिस्तान में मिला, 9 दिन बाद रेंजर्स ने की पुष्टि

पंजाब के फाजिल्का का 23 वर्षीय किसान अमृतपाल सिंह, 21 जून से लापता, पाकिस्तान में मिला; पाक रेंजर्स ने हिरासत की पुष्टि की, बीएसएफ वापसी के लिए बातचीत कर रही है।

Jul 2, 2025 - 13:18
लापता किसान पाकिस्तान में मिला, 9 दिन बाद रेंजर्स ने की पुष्टि

पंजाब के फाजिल्का जिले के गांव खैरेके उताड़ का 23 वर्षीय किसान अमृतपाल सिंह, जो 21 जून से लापता था, पाकिस्तान में मिला है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने पुष्टि की है कि अमृतपाल उनकी हिरासत में है। यह जानकारी भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को दी गई, जिसके बाद अमृतपाल के परिवार को सूचित किया गया।

अमृतपाल सिंह, जो अपने परिवार का इकलौता बेटा है, 21 जून को दोपहर करीब 12 बजे अपनी बाइक पर सवार होकर भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तारबंदी के उस पार अपने खेत में खेती करने गया था। उनके पिता जगराज सिंह के अनुसार, परिवार के पास साढ़े आठ एकड़ जमीन है, जो बीओपी राणा पोस्ट और गेट नंबर-223 के अधीन तारबंदी के भीतर स्थित है। अमृतपाल ने बीएसएफ के गेट पर अपना पहचान पत्र जमा करवाया और खेत की ओर गया, लेकिन शाम तक वह वापस नहीं लौटा।

परिजनों ने उसी दिन बीएसएफ से संपर्क किया, और अगले दिन बीएसएफ ने तारबंदी के पार खेतों में सर्च अभियान चलाया। खेतों की मिट्टी में अमृतपाल के पैरों के निशान पाकिस्तान की ओर जाते मिले, जिससे आशंका हुई कि वह गलती से सीमा पार कर गया। परिवार ने आरोप लगाया कि अमृतपाल को पाकिस्तानी रेंजर्स ने उठा लिया है।

बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच बातचीत

बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ कई बार फ्लैग मीटिंग की, लेकिन शुरुआत में पाकिस्तानी पक्ष ने अमृतपाल के उनकी सीमा में होने से इनकार किया। 21 जून की रात से लेकर अगले दिन तक बीएसएफ के कमांडेंट स्तर के अधिकारी पाक रेंजर्स से संपर्क करने की कोशिश करते रहे, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला।

हालांकि, 9 दिन बाद, 30 जून 2025 को पाकिस्तानी रेंजर्स ने स्वीकार किया कि अमृतपाल उनकी हिरासत में है। वह पाकिस्तान के पंजाब पुलिस के थाने में है। बीएसएफ ने इसकी जानकारी अमृतपाल के परिवार को दी और उसे सुरक्षित भारत वापस लाने के लिए बातचीत शुरू कर दी।

परिवार का दर्द और उम्मीद

अमृतपाल के पिता जगराज सिंह ने बताया कि उनका बेटा विवाहित है और उसकी चार महीने की एक बेटी है। परिवार के लिए यह समय बेहद मुश्किल रहा है। जगराज सिंह ने कहा, "हमें पूरी उम्मीद है कि हमारा बेटा सुरक्षित वापस आएगा। बीएसएफ और सरकार हमारी मदद कर रही है।" परिवार ने गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।

गांव के लोग और स्थानीय भाजपा नेता सुखविंदर सिंह काका कंबोज ने भी केंद्र सरकार से अमृतपाल की सुरक्षित वापसी के लिए जल्द कार्रवाई की अपील की है।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले

भारत-पाक सीमा पर तारबंदी के पास खेती करने वाले किसानों के लिए ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं। पहले भी कई बार किसान या बीएसएफ जवान गलती से सीमा पार कर चुके हैं। उदाहरण के लिए, अप्रैल 2025 में बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ गलती से जीरो लाइन पार कर गया था, जिसे बाद में पाकिस्तान ने 14 मई को रिहा कर दिया था।

बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच एक और फ्लैग मीटिंग की योजना है, जिसमें अमृतपाल की वापसी पर चर्चा होगी। होशियारपुर के पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता अविनाश राय खन्ना ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

अमृतपाल की सुरक्षित वापसी की उम्मीद में उसका परिवार और गांव वाले प्रार्थना कर रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर सीमा पर खेती करने वाले किसानों की सुरक्षा और सीमा प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .