लूणी नदी में अवैध बजरी खनन: तीन आरोपी गिरफ्तार, जेसीबी सहित कई वाहन जब्त

बालोतरा और समदड़ी पुलिस ने लूणी नदी में अवैध बजरी खनन के खिलाफ छापा मारकर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया; जेसीबी, डंपर, 2 ट्रैक्टर-ट्रॉली, लोडर और एस्कॉर्ट बोलेरो जब्त।

Nov 4, 2025 - 10:14
लूणी नदी में अवैध बजरी खनन: तीन आरोपी गिरफ्तार, जेसीबी सहित कई वाहन जब्त

बालोतरा/समदड़ी, 4 नवंबर 2025: राजस्थान के बालोतरा और समदड़ी क्षेत्र में लूणी नदी के तटों पर अवैध बजरी खनन के खिलाफ पुलिस ने कड़ा एक्शन लेते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान जेसीबी, डंपर, दो ट्रैक्टर-ट्रॉली, एक लोडर और एक बोलेरो वाहन को जब्त कर लिया गया है। यह कार्रवाई नदी के पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने और अवैध खनन पर लगा

म लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

घटना का विवरण;  लूणी नदी के किनारे अवैध रूप से बजरी का खनन किया जा रहा था। खनन माफिया द्वारा जेसीबी और अन्य भारी मशीनरी का उपयोग कर नदी तट से बजरी निकाली जा रही थी, जो पर्यावरणीय क्षति का कारण बन रही थी। इसकी सूचना मिलते ही बालोतरा और समदड़ी थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर छापा मारा। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने खनन कार्य को तुरंत रोक दिया और वहां मौजूद सभी वाहनों एवं उपकरणों को जब्त कर लिया। जब्त वाहनों में एक जेसीबी, एक डंपर, दो ट्रैक्टर-ट्रॉली, एक लोडर मशीन शामिल हैं। इसके अलावा, खनन सामग्री को एस्कॉर्ट करने वाली एक बोलेरो कार भी पकड़ी गई। पुलिस ने मौके से करीब 50-60 टन बजरी भी जब्त की, हालांकि सटीक मात्रा की पुष्टि जांच के बाद ही की जाएगी।गिरफ्तार आरोपीछापेमारी के दौरान तीन आरोपी ड्राइवरों को हिरासत में लिया गया।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:

खेताराम पुत्र नानगाराम, निवासी: मेवानगर, जसोल। 

हीराराम, भाई: खेताराम का (पुत्र नानगाराम), निवासी: मेवानगर, जसोल।

सावाराम पुत्र डूंगराराम, निवासी: कालुड़ी, जसोल।

ये आरोपी जसोल क्षेत्र के निवासी हैं और अवैध खनन में सक्रिय रूप से शामिल पाए गए। पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि वे स्थानीय माफिया के इशारे पर बजरी निकाल रहे थे, जिसे बाजार में ऊंचे दामों पर बेचा जाता है। पुलिस को शक है कि यह गिरोह बड़े स्तर पर सक्रिय है, इसलिए अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।

पुलिस कार्रवाई और कानूनी कदम;  बालोतरा और समदड़ी थाने की पुलिस टीमों ने इस संयुक्त अभियान को अंजाम दिया। एसपी के निर्देश पर चल रही इस मुहिम के तहत पिछले एक सप्ताह में लूणी नदी क्षेत्र में कई छापे मारे जा चुके हैं। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ खान एवं भूविज्ञान विभाग के नियमों के उल्लंघन, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम तथा आईपीसी की संबंधित धाराओं (जैसे 379, 411 आदि) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जब्त वाहनों को थाने में खड़ी कर दिया गया है, जबकि आगे की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया जा सकता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अवैध खनन से न केवल नदी का जलग्रहण क्षेत्र क्षतिग्रस्त हो रहा है, बल्कि इससे आसपास के खेतों और भूजल स्तर पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए, भविष्य में ऐसी कार्रवाइयां और सख्त होंगी।

पृष्ठभूमि और प्रभाव;  लूणी नदी, राजस्थान की प्रमुख नदियों में से एक, जो पश्चिमी राजस्थान से होकर गुजरती है, लंबे समय से अवैध खनन का शिकार बनी हुई है। विशेष रूप से मानसून के बाद बजरी की मांग बढ़ने पर खनन माफिया सक्रिय हो जाते हैं। बालोतरा जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में निर्माण कार्यों के लिए बजरी की भारी मांग होने से यह समस्या और गंभीर हो जाती है। स्थानीय किसान और पर्यावरणविदों ने लंबे समय से इस मुद्दे पर चिंता जताई है, और अब प्रशासन की ओर से सख्ती दिखाई दे रही है।