कोटा में रील के लाइक्स लिए जान जोखिम में डाल रहे युवा, प्रशासन ने दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी

कोटा बैराज पर कुछ युवा सोशल मीडिया पर लाइक्स और व्यूज के लिए तेज बहाव वाले पानी में खतरनाक स्टंट और एक्सरसाइज कर रहे हैं, जिससे उनकी जान को खतरा है। वायरल वीडियो में युवा बैराज के डाउन स्ट्रीम क्षेत्र में सिटअप्स और तैराकी करते दिखे

Jun 25, 2025 - 15:46
कोटा में रील के लाइक्स लिए जान जोखिम में डाल रहे युवा, प्रशासन ने दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी

कोटा के चंबल नदी पर स्थित कोटा बैराज, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जल प्रबंधन के लिए जाना जाता है, इन दिनों कुछ युवाओं की लापरवाही का गवाह बन रहा है। सोशल मीडिया पर लाइक्स और व्यूज की होड़ में युवा तेज बहाव वाले पानी में खतरनाक स्टंट कर रहे हैं, जिससे उनकी जान को गंभीर खतरा पैदा हो रहा है। जल संसाधन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

खतरनाक करतबों का वायरल वीडियो

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि कोटा बैराज के गेट खुले होने के बावजूद कुछ युवा डाउन स्ट्रीम क्षेत्र में उतरकर खतरनाक गतिविधियां कर रहे हैं। तेज बहाव वाले पानी के बीच ये युवा न केवल नहाते दिख रहे हैं, बल्कि सिटअप्स और एक्सरसाइज जैसे जोखिम भरे स्टंट भी कर रहे हैं। एक वीडियो में कुछ युवा पानी के तेज प्रवाह में खड़े होकर पोज देते नजर आए, जो न केवल उनकी जान के लिए खतरनाक है, बल्कि दूसरों के लिए भी गलत उदाहरण पेश कर रहा है।

स्थानीय लोगों और प्रशासन के अनुसार, कोटा बैराज का डाउन स्ट्रीम क्षेत्र तेज धारा और गहराई के कारण बेहद जोखिम भरा है। अतीत में यहां डूबने की कई घटनाएं हो चुकी हैं, फिर भी कुछ युवा रील्स बनाने की सनक में अपनी और दूसरों की सुरक्षा को नजरअंदाज कर रहे हैं।

प्रशासन का सख्त रुख

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता (SE) सुनील कुमार गुप्ता ने इस मामले पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान बैराज पर चार महीने के लिए विशेष गार्ड तैनात किए जाते हैं, जो लोगों को डाउन स्ट्रीम क्षेत्र में जाने से रोकते और समझाते हैं। गेट खोलने से पहले सायरन बजाकर और पुलिस को सूचित करके स्थानीय लोगों को सतर्क किया जाता है। इसके बावजूद कुछ युवा जानबूझकर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।

गुप्ता ने कहा, "जान जोखिम में डालकर वीडियो बनाना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि यह समाज के लिए भी खतरनाक है। हम ऐसे युवाओं की पहचान कर रहे हैं और उन्हें पहले समझाने का प्रयास करेंगे। अगर वे नहीं मानते, तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।" प्रशासन ने वायरल वीडियो में दिख रहे युवकों की पहचान शुरू कर दी है और जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की योजना बना रहा है।

कोटा बैराज: एक महत्वपूर्ण जल संरचना

कोटा बैराज, चंबल नदी पर बनी चार प्रमुख संरचनाओं में से एक है, जो राजस्थान और मध्य प्रदेश में सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति करता है। 1954 में शुरू और 1960 में पूरा हुआ यह बैराज 27,332 वर्ग किलोमीटर के जलग्रहण क्षेत्र को कवर करता है। इसके 19 गेट बाढ़ और नहरों में पानी के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं। मानसून के दौरान गेट खुलने पर पानी का तेज बहाव और पुल की कंपन स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होती है, लेकिन यह क्षेत्र स्विमिंग या स्टंट के लिए पूरी तरह असुरक्षित है।

पिछले रिकॉर्ड्स के अनुसार, 2019 में कोटा बैराज से 7.1 लाख क्यूसेक पानी की निकासी हुई थी, जो 1960 में इसके निर्माण के बाद सबसे अधिक थी। इस दौरान भी प्रशासन ने लोगों को नदी के किनारे न जाने की सख्त चेतावनी दी थी।

पहले भी हो चुकी हैं दुर्घटनाएं

कोटा बैराज के आसपास डूबने की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। 2017 में एक रिपोर्ट में कहा गया था कि बैराज के पानी में तैरने की कोशिश में कई लोगों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद, सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के कारण युवा खतरनाक स्थानों पर रील्स बनाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

हाल के वर्षों में, देशभर में ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं। उदाहरण के लिए, 2023 में आगरा में यमुना नदी के तेज बहाव में स्टंट करने वाले युवाओं को प्रशासन ने चेतावनी दी थी। इसी तरह, 2024 में कर्नाटक के अवलाबेट्टा चट्टानों पर रील्स बनाने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

सामाजिक और कानूनी प्रभाव

सोशल मीडिया पर वायरल होने की चाहत में युवा न केवल अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, बल्कि समाज में गलत संदेश भी फैला रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी गतिविधियां दूसरों को भी जोखिम भरे काम करने के लिए प्रेरित कर सकती हैं। कोटा पुलिस और प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बैराज जैसे खतरनाक क्षेत्रों में अनधिकृत प्रवेश और स्टंट करना दंडनीय अपराध है।

स्थानीय निवासियों ने भी इस तरह की हरकतों पर नाराजगी जताई है। एक स्थानीय दुकानदार रमेश कुमार ने कहा, "बैरेज हमारे लिए जीवन रेखा है, लेकिन कुछ लोग इसे मजाक बना रहे हैं। प्रशासन को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।"

प्रशासन की अपील

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे कोटा बैराज के डाउन स्ट्रीम क्षेत्र में न जाएं और तेज बहाव वाले पानी से दूर रहें। साथ ही, माता-पिता से अनुरोध किया गया है कि वे अपने बच्चों को सोशल मीडिया के दबाव से बचाने के लिए जागरूक करें।

जल संसाधन विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि बैराज की सुरक्षा और रखरखाव के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन जनता का सहयोग भी जरूरी है। गुप्ता ने कहा, "हमारा मकसद लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। अगर लोग नियमों का पालन करेंगे, तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।"