जोधपुर के सूरसागर में 20 साल की अनसुनी पुकार: सीवरेज और सड़क निर्माण की मांग को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन।

जोधपुर के सूरसागर क्षेत्र में सिंहियों की गली, पोस्ट ऑफिस रोड पर निवासियों ने 20 साल से अनसुलझी सीवरेज पाइपलाइन और सड़क निर्माण की समस्याओं को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन किया। जलभराव, आवागमन की परेशानी और प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ सड़क जाम कर आक्रोश जताया। मांगों में पक्की सड़क, सीवरेज व्यवस्था और नालियों की सफाई शामिल है।

Jul 24, 2025 - 13:08
जोधपुर के सूरसागर में 20 साल की अनसुनी पुकार: सीवरेज और सड़क निर्माण की मांग को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन।

जोधपुर के सूरसागर क्षेत्र, विशेष रूप से सिंहियों की गली पोस्ट ऑफिस रोड पर, स्थानीय निवासियों ने सीवरेज पाइपलाइन और सड़क निर्माण की मांग को लेकर एक विशाल धरना प्रदर्शन किया। आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर अपना गुस्सा जाहिर किया और प्रशासन से तत्काल समाधान की मांग की। उनका कहना है कि पिछले 20 साल से अधिक समय से वे इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन अब उनकी सहनशक्ति जवाब दे चुकी है।

20 साल का अनसुना दर्द

सूरसागर क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य पिछले दो दशकों से नहीं हुआ है। हर साल मॉनसून के आते ही गलियों में जलभराव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, गलियों में पानी इतना भर जाता है कि बच्चों को 3-4 दिन तक स्कूल भेजना मुश्किल हो जाता है। आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिससे रोजमर्रा का जीवन प्रभावित होता है। क्षेत्र के चारों ओर का पानी सिंहियों की गली में एकत्र हो जाता है, जिससे स्थिति और बदतर हो जाती है।निवासियों का कहना है कि सीवरेज पाइपलाइन की कमी के कारण गंदा पानी सड़कों पर बहता है, जिससे न केवल गंदगी फैलती है, बल्कि बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। बार-बार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। स्थानीय पार्षदों पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। लोगों का कहना है कि पार्षद केवल वोट लेने के लिए आते हैं, आश्वासन देते हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान कभी नहीं होता।

धरना प्रदर्शन: जनता का आक्रोश

आज सुबह सूरसागर के सिंहियों की गली पोस्ट ऑफिस रोड पर सैकड़ों निवासियों ने एकजुट होकर धरना शुरू किया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क मार्ग को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया, जिससे क्षेत्र में यातायात ठप हो गया। प्रदर्शन में महिलाएं, बुजुर्ग और युवा सभी शामिल थे, जो अपनी मांगों को लेकर नारे लगा रहे थे। उनका कहना था, "20 साल से हमारी सुनवाई नहीं हो रही। अब हम चुप नहीं रहेंगे। जब तक सीवरेज और सड़क निर्माण का काम शुरू नहीं होगा, हम सड़क नहीं छोड़ेंगे।"

क्षेत्रवासियों की मांगें

सीवरेज पाइपलाइन का निर्माण: क्षेत्र में उचित सीवरेज व्यवस्था की स्थापना ताकि जलभराव और गंदगी की समस्या से निजात मिले। 

पक्की सड़क का निर्माण: गलियों में पक्की सड़कों का निर्माण ताकि मॉनसून में आवागमन सुगम हो।

नालियों की सफाई और रखरखाव: नियमित रूप से नालियों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था।

प्रशासनिक जवाबदेही: पार्षदों और अधिकारियों से ठोस कार्ययोजना और समयबद्ध समाधान की मांग। 

स्थानीय निवासियों की आवाज

एक प्रदर्शनकारी, रमेश कुमार, ने बताया, "हर साल मॉनसून में हमारा घर जेलखाना बन जाता है। पानी घुटनों तक भर जाता है। बच्चों को स्कूल भेजना असंभव हो जाता है। हमने कई बार प्रशासन और पार्षद को शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।" एक अन्य निवासी, संगीता देवी, ने कहा, "पार्षद वोट मांगने आते हैं, लेकिन बाद में मुंह नहीं दिखाते। हमारी समस्याएं जस की तस हैं। अब हम धरना देकर अपनी आवाज उठा रहे हैं।"

प्रशासन का रवैया

हालांकि प्रदर्शन के दौरान कुछ स्थानीय अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन निवासियों ने स्पष्ट कहा कि वे केवल आश्वासन नहीं चाहते, बल्कि ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अभी तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।

प्रभाव और अपील

इस धरने से सूरसागर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई, जिससे आसपास के इलाकों में भी असुविधा हुई। निवासियों ने जोधपुर नगर निगम और जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। वे चाहते हैं कि उनकी 20 साल पुरानी समस्याओं का स्थायी समाधान निकाला जाए।

सूरसागर के निवासियों का यह धरना केवल एक प्रदर्शन नहीं, बल्कि दशकों की उपेक्षा के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक है। उनकी मांगें जायज हैं, और अब यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह उनकी समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान निकाले। यदि यह मुद्दा अनसुना रहा, तो यह आंदोलन और बड़े स्तर पर फैल सकता है।